ड्रग्स मांगी तो थाने के अंदर लेने गया नाबालिग:सागर में टीआई ने दिलाई महंगी शराब; भास्कर के कैमरे में कैद नशे का सौदा

सागर शहर में अपराध रोकने की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है, वही खुलेआम इसमें शामिल हैं। कजलीवन और करीला इलाका नशे का अड्डा बन चुका है, ऑटो चालक को आने जाने का पैसा दो तो वो ही आपको गांजे की पुड़िया दिलाकर छोड़ देगा। डिमांड मिलते ही थाने से शराब की पेटियां बिक रही हैं। हालात इतने बदतर हैं कि नगर निगम कार्यालय के ठीक बाजू में स्पा की आड़ में देह व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है। दिनभर चार से पांच ग्राहक आते हैं। मकरोनिया और सदर में खुलेआम जुआ–सट्टा जारी है। सवाल ये कि ये सब इतना बेखौफ होकर कैसे हो रहा है? दो महीने की भास्कर पड़ताल में सामने आया कि शहर के चार थानों की अलग–अलग अवैध धंधों से संदिग्ध मिलीभगत है। सप्लायर (नाबालिग) से जब ड्रग्स की डिमांड की जाती है, तो वह लेने सीधे थाने चला जाता है। सूत्रों के अनुसार, एक नाबालिग बच्चा रोजाना तीन से चार पुड़िया बेच रहा है। दूसरे थाने से आराम से शराब की पेटियां मिल रही हैं, यहां 10 से 20 पेटी तक सप्लाई होती है। तीसरा थाना देह व्यापार चलाने–रोकने की तारीखें तय करता है और चौथा सट्टा शुरू कराने के लिए बाजार की नब्ज देखता है। हालांकि जिम्मेदार थाना इंचार्ज से जब इस पर बात की तो उन्होंने सभी आरोपों को नकार दिया। वहीं आईजी सागर हिमानी खन्ना ने बताया कि-मैं अभी इसमें कोई ओपिनियन नहीं दे पाउंगी। मैं पहले इसकी जांच कराऊंगी। पढ़िए रिपोर्ट… स्टिंग ऑपरेशन- 1
नशीला पदार्थ लेने थाने के अंदर चला गया नाबालिग 31 अक्टूबर, दोपहर करीब तीन बजे। सागर का सबसे व्यस्त मोतीनगर चौराहा। इसी चौराहे पर मोतीनगर थाना स्थित है। चौराहे से भोपाल हाईवे की ओर जाने वाली सड़क पर करीब 80 मीटर दूर एक टीन शेड वाला बस स्टॉप है। यहां एक नाबालिग मुंह पर रूमाल बांधे खड़ा था। उससे जब ड्रग्स, जिसे स्थानीय भाषा में माल कहा जाता है-मांगी तो उसने जेब से पांच पुड़िया निकालकर दिखाईं। इसके बाद उससे 15 पुड़िया की मांग की गई। उसने आश्वस्त किया कि माल कड़क मिलेगा, बस नोट कड़क रखना। जब उसे पैसे दिखाए गए तो वह टीम को वहीं रुकने के लिए कहकर चौराहे की तरफ बढ़ा। पीछा करने पर वह किसी सुनसान जगह की ओर नहीं, बल्कि सीधे मोतीनगर थाने के अंदर पहुंच गया। कुछ देर बाद वह फोन पर बात करते हुए थाने से बाहर निकला और वापस उसी दिशा में चला गया जहां वह पहले खड़ा था। कानून का पालन करते हुए यह इन्वेस्टिगेशन केवल बातचीत तक सीमित रखा गया और किसी प्रकार का लेनदेन नहीं किया गया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि अपराधियों को थाने से दूर रहना चाहिए, ऐसे में ड्रग्स की अधिक मांग पर यह नाबालिग सीधे थाने के भीतर क्यों गया? इस गली में समय समय पर ऐसे तीन से चार नाबालिग नशा बेचने के लिए खड़े रहते हैं। मोतीनगर थाना प्रभारी जसबंत सिंह ने बताया कि इस तरह की कभी कोई कंप्लेंट नहीं मिली। आपके पास कोई तथ्य हो तो हमें बताएं हम जांच करेंगे। स्टिंग ऑपरेशन- 2
थाना प्रभारी ने दिलवाई महंगी शराब की पेटी सागर शहर का बहेरिया थाना। तारीख 15 नवंबर, रात लगभग आठ बजे। भास्कर की टीम ने थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह से शराब खरीदने का प्रयास किया। इसके लिए उनके पूर्व सेवाकाल से जुड़ी एक साधारण फर्जी पहचान का हवाला दिया गया। न पत्रकार होने का दावा, न किसी जनप्रतिनिधि का परिचय। इसके बावजूद थाना प्रभारी बिना किसी हिचक के तैयार हो गए। जब टीम ने कहा कि शादी के लिए एक पेटी चाहिए, तो टीआई ने हैरानी जताते हुए पूछा, “बस एक पेटी?” इसके बाद उन्होंने महंगी ‘बेलटाइन’ की छह बोतलें तुरंत दिलवाईं और कहा कि ज्यादा लेने पर आबकारी का मामला बन सकता है, इसलिए बाकी 6 अगली सुबह ले जाना। इसी दौरान थाना प्रभारी ने 10 हजार रुपए अपने सामने ही एक व्यक्ति को दिलवाए और उसी ने छह बोतलें कार में रख दीं। अगले दिन, 16 नवंबर की दोपहर करीब एक बजे, टीम दोबारा थाने पहुंची। यहां थाना परिसर में ही प्रभारी ने पुलिस की अनुबंधित गाड़ी के ड्राइवर को 13 हजार रुपए दिलवाए। ड्राइवर उसी गाड़ी से शराब लेने गया और थोड़ी देर बाद वापस बोतलों के साथ लौटा। बातचीत के दौरान उसने खुलकर कहा कि पहले हमें भी ये सब करने की छूट होती थी, लेकिन नये साहब के बाद उनकी परमिशन के बिना कुछ नहीं होता। बहेरिया टीआई गजेंद्र जोहरिया ने बताया कि ऐसा कुछ थाने में नहीं होता है। स्टिंग ऑपरेशन- 3
स्पा सेंटर पर चल रहे देह व्यापार को पुलिस का सहयोग! नगर निगम सागर के ऑफिस से सटा हुआ लेक व्यू स्पा सेंटर। आमतौर पर स्पा के बोर्ड पर ‘ओनली फॉर वीमेन’ या ‘ओनली फॉर मेन्स’ लिखा दिखता है, लेकिन यहां बोर्ड पर अजीब तरह से ‘ओनली फॉर प्रोफेशनर्स’ लिखा है। यह स्पा गोपालगंज थाना क्षेत्र में आता है और यहां अंदर देह व्यापार होने की बात सामने आई। 1 नवंबर को भास्कर की टीम ने इस पूरे संचालन को खुफिया कैमरे में रिकॉर्ड किया। रिसेप्शन पर 1500 रुपए जमा कराने के बाद ही अंदर जाने दिया गया। भीतर एक कमरे में लाल लाइट जल रही थी। यहां एक लड़की मिली, जिसने अपना नाम संगीता और रहने वाला नेपाल बताया। उसने ‘फुल सर्विस’ के लिए 4 हजार रुपए की मांग की। इसके बाद 16 नवंबर को स्पा के रिसेप्शनिस्ट गगन से फोन पर सर्विस लेने के बहाने बातचीत की गई। उसने बताया कि हाल में कुछ लोगों ने शहर के दूसरे स्पा को लेकर हंगामा किया था, इसलिए “टीआई ने ही कुछ दिनों के लिए स्पा बंद रखने को कहा है। गगन ने आगे कहा कि “पुलिस से कोई दिक्कत नहीं होती, वे तो सहयोग करते हैं… परेशानी मीडिया और कुछ लोगों से होती है।” वहीं गोपालगंज टीआई राजेन्‍द्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि हम किसी भी स्पा वाले को ऐसा क्यों बोलेंगे। हमारे इलाके में कहीं कोई देह व्यापार की गतिविधि नहीं चल रही है। स्टिंग ऑपरेशन- 4
सट्टा चलाने से मना नहीं, पहले जिले को समझने की ‘सलाह’ 16 नवंबर की दोपहर करीब 12 बजे भास्कर की टीम सागर के मकरोनिया थाने की नब्ज टटोलने पहुंची। यहां मौजूद थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह चौहान से सामान्य बातचीत के दौरान टीम ने थाना क्षेत्र में सट्टा चलाने के लिए सहयोग मांगा। उम्मीद थी कि वे तुरंत और साफ शब्दों में मना कर देंगे, लेकिन इसके उलट उन्होंने सट्टा बंद कराने की बात तो दूर, हिदायत देते हुए कहा- “पहले जिले को समझिए।” साफ-सुथरे इनकार की जगह यह सलाह चौंकाती है। सामान्य परिस्थितियों में जिम्मेदार अधिकारी यही कहते कि “मेरे समय में ऐसा कुछ नहीं चलेगा।” लेकिन यहां बातचीत का रुख कुछ अलग ही दिशा में मुड़ गया, जिसने यह सवाल खड़ा किया कि कानून-व्यवस्था की ड्यूटी के बीच इस तरह की प्रतिक्रिया क्यों मिली? मकरोनिया थाना इंचार्ज रावेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि उनके द्वारा कभी किसी से ऐसी कोई बातचीत नहीं की गई है। एसपी बोले- दोषियों पर करेंगे कार्रवाई

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