नवादा में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर महिलाओं ने नदियों और तालाबों में स्नान कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान घाटों पर भारी भीड़ उमड़ी, जिससे मेले जैसा माहौल बन गया। पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी महिलाएं स्नान के बाद दीपदान करती और तुलसी की पूजा करती दिखीं। यह आयोजन धार्मिक उत्साह और आस्था के साथ संपन्न हुआ। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान का विशेष धार्मिक महत्व माना जाता है, जिससे पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर विभिन्न संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए खाद्य सामग्री का भी वितरण किया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घाटों पर पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि वे शांतिपूर्वक स्नान कर सकें। नवादा में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर महिलाओं ने नदियों और तालाबों में स्नान कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान घाटों पर भारी भीड़ उमड़ी, जिससे मेले जैसा माहौल बन गया। पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी महिलाएं स्नान के बाद दीपदान करती और तुलसी की पूजा करती दिखीं। यह आयोजन धार्मिक उत्साह और आस्था के साथ संपन्न हुआ। कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान का विशेष धार्मिक महत्व माना जाता है, जिससे पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर विभिन्न संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए खाद्य सामग्री का भी वितरण किया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घाटों पर पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि वे शांतिपूर्वक स्नान कर सकें।


