ब्राजील में आज से शुरू हो रही BRICS देशों के नेताओं की बैठक शुरू हो रही है। इस बैठक में 11 सदस्य देशों के नेता शामिल होंगे। BRICS संस्थापक देशों में शामिल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। 2013 में चीन का राष्ट्रपति बनने के बाद शी जिनपिंग पहली बार इस समिट में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने पिछले कई सालों में BRICS को पश्चिमी वर्चस्व के विकल्प के रूप में खड़ा करने की कोशिश की है। जिनपिंग की जगह उनके भरोसमंद सहयोगी और चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग समिट में शामिल होंगे। सिंगापुर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर चोंग जा ईआन के मुताबिक BRICS चीन के लिए अभी भी पश्चिमी दबाव से बाहर निकलने का एक जरिया है। ऐसे में जिनपिंग के लिए घरेलू आर्थिक संकट और आने वाले राजनीतिक सम्मेलन की तैयारी ज्यादा अहम हो सकती है। हॉन्ग कॉन्ग यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर ब्रायन वोंग के मुताबिक, जिनपिंग के न पहुंचने को BRICS के प्रति अनादर के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। जिनपिंग का न आना ब्राजील के लिए झटका नहीं शी जिनपिंग का न आना ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा कोई बड़ा झटका नहीं है। जिनपिंग ने नवंबर 2024 में G-20 समिट और एक स्टेट विजिट के लिए ब्राजील की यात्रा की थी। उस दौरान जिनपिंग और लूला ने कई समझौते साइन थे। इसके अलावा लूला भी मई में बीजिंग गए थे। उससे पहले मॉस्को में एक सैन्य परेड में शी के साथ शामिल हुए थे। प्रोफेसर चोंग के मुताबिक चीन इस समय गंभीर आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है। खासकर अमेरिका के साथ व्यापारिक टकराव के चलते। चीनी नेता इस साल एक अहम राजनीतिक सम्मेलन से पहले आने वाले पांच वर्षों की रणनीति तैयार करने में व्यस्त हैं। जिनपिंग के अलावा रूस और ईरान के नेता भी शामिल नहीं हो रहे BRICS में जिनपिंग के अलावा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल होने नहीं पहुंचे हैं। वे वीडियो लिंक के जरिए जुड़ेंगे। इससे पहले उन्होंने 2023 में भी वीडियो लिंक के जरिए साउथ अफ्रीका में हुई BRICS समिट में हिस्सा लिया था। दरअसल, ब्राजील भी दक्षिण अफ्रीका की तरह इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) का सदस्य है। इस नाते उस पर पुतिन को यूक्रेन जंग में कथित युद्ध अपराधों के आरोप में गिरफ्तार करने की कानूनी बाध्यता है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान भी समिट में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे हैं। उनकी जगह विदेश मंत्री अब्बास अराघची समिट में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। इसके पीछे हाल में हुई इजराइल-ईरान जंग को वजह माना जा रहा है। जंग के बाद के हालात से निपटने के लिए राष्ट्रपति पजशकियान फिलहाल ईरान में ही हैं। ईरान 2024 में BRICS का सदस्य बना है। —————————— BRICS से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें…. मोदी BRICS समिट के लिए ब्राजील पहुंचे:पहली बार 11 सदस्य देश बैठक करेंगे; 12वीं बार शामिल होंगे PM, अगले दिन राजकीय दौरा करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BRICS समिट में शामिल होने के लिए ब्राजील पहुंच गए हैं। BRICS देशों की 17वीं समिट का आयोजन ब्राजील के प्रसिद्ध रियो जी जेनेरो शहर में हो रहा है।
No tags for this post.BRICS समिट से क्यों गायब हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग:ईरान के राष्ट्रपति पजश्कियान भी नहीं पहुंचे; पुतिन भी वर्चुअली जुड़ेंगे
