आज बाजार में हर बजट, हर जरूरत और हर यूजर के लिए फोन मिल रहा है। सिर्फ ब्रांड या विज्ञापन देखकर फोन खरीद लेना समझदारी नहीं है। अगर आप नया फोन लेने जा रहे हैं तो ये 9 बातें जानना जरूरी है। फोन में रैम, प्रोसेसर या डिस्प्ले चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें… 1. आपको कितनी RAM चाहिए? RAM फोन की एक्टिव मेमोरी है जो फोन को एक-एक काम तेजी से करने में मदद करती है। इसे रेस्टोरेंट के वेटर से समझें। रेस्टोरेंट में वेटर जितने ज्यादा होंगे, सर्विस उतनी तेज होगी। वैसे ही रैम जितनी ज्यादा होगी, फोन एक साथ अधिक एप्स खोलकर लैग (फंसेगा) नहीं करेगा। 15 हजार रुपए तक के फोन में 6 से 8GB रैम ठीक है। 2. प्रोसेसर क्या है… कैसे चुनें? प्रोसेसर फोन की स्पीड और क्षमता तय करता है। इस समय स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 और मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 टॉप लेवल माने जाते हैं। प्रोसेसर का चिप साइज भी जरूरी होता है। यह नैनोमीटर में हाेता है। इसका आंकड़ा कम होना बेहतर है। जैसे 3nm चिप 4nm से आगे मानी जाती है। 3. एमोलेड-एलीसीडी डिस्प्ले में अंतर? LCD: ट्रेडिशनल डिस्प्ले होता है। सस्ता और बैकलाइट इस्तेमाल करता है (एक तरह की ट्यूबलाइट जैसी रोशनी)। AMOLED: यह हर पिक्सल खुद रोशन करता है। इसका फायदा है कि कलर ऑरिजनल लगते हैं और पावर कम खर्च होती है। फिल्में-सीरीज और डीप कॉन्ट्रास्ट के लिए एमोलेड बेहतर है। 4. रिफ्रेश रेट क्या होता है? रिफ्रेश-रेट बताती है कि स्क्रीन एक सेकेंड में कितनी बार खुद को अपडेट करती है। 60Hz यानी 60 बार/सेकंड, 90Hz/120Hz यानी ज्यादा स्मूद एनीमेशन और स्क्रॉलिंग। 144Hz/165Hz यानी गेमिंग के लिए और भी स्मूद, पर फोन का प्रोसेसर और गेम दोनों सपोर्ट करना चाहिए। 5. कैमरा में मेगापिक्सल क्या? मेगापिक्सल पिक्सल की संख्या बताते हैं। जैसे 1MP यानी 10 लाख पिक्सल। 50MP यानी 5 करोड़ पिक्सल। लेकिन फोटो की क्वालिटी सिर्फ मेगापिक्सल पर निर्भर नहीं करती। सेंसर का साइज और अपर्चर ज्यादा महत्वपूर्ण है। कम रोशनी में अच्छी फोटो का राज होता है बड़ा सेंसर और छोटा अपर्चर नंबर। 6. मेन और अल्ट्रावाइड कैमरा जानें प्राइमरी कैमरा मेन कैमरा होता है और सबसे बेहतर क्वालिटी देता है। अल्ट्रावाइड कैमरा ज्यादा चौड़ा एंगल कैप्चर करता है। ग्रुप फोटो या लैंडस्केप के लिए बढ़िया है। टेलीफोटो कैमरा 2x, 3x या 5x जूम देता है। दूर की चीजें साफ दिखती हैं और पोट्रेट फोटो क्वालिटी में आती है। 7. IP रेटिंग क्या होती है? IP Rating बताती है कि फोन धूल और पानी से कितनी सुरक्षा देता है। IP68 सबसे भरोसेमंद रेटिंग मानी जाती है। इसका मतलब है कि यह फोन 15 फीट पानी में 30 मिनट तक टिक सकता है। ध्यान रखें कि IP Rating का मतलब यह नहीं कि पानी से खराब होने पर वारंटी मिलेगी। 8. eSIM कैसे अलग होती है? eSIM फोन के अंदर लगी होती है और सॉफ्टवेयर से एक्टिव होती है। इंटरनेशनल ट्रैवल में इसका बड़ा फायदा है। आप नई कंट्री का eSIM ले सकते हैं, बिना अपनी असली SIM निकाले। वापस आने पर पुराने SIM या eSIM को आसानी से री-एक्टिव किया जा सकता है। 9. एआई फीचर्स क्या हैं? अब कई फोन एआई वाले काम अपने अंदर ही कर लेते हैं, वो भी बिना इंटरनेट की मदद से। जैसे टेक्स्ट एडिट करना, छोटी कमांड्स चलाना, फोटो प्रोसेसिंग आदि। एंड्राइड में यह गूगल के जेमिनी नैनो मॉडल से चलता है। जानकारी टेक एक्सपर्ट तुषार मेहता (को-फाउंडर athenil) के पॉडकास्ट के आधार पर है।
फोन में प्रोसेसर कौन सा चुनें, रैम कितनी जरूरी:नया फोन खरीदने से पहले इन 9 फीचर्स के बारे में जानिए


