औरंगाबाद में सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग लाठी डंडा लिए हुए भागदौड़ करते नजर आ रहे हैं। वहीं फायरिंग भी की गई है। मामला दाउदनगर थाना क्षेत्र के केशराड़ी गांव का बताया जा रहा है। इस घटना से संबंधित एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा, जिसमें दावा किया जा रहा था कि दलित समुदाय पर चुनावी रंजिश को लेकर हमला किया गया है। वायरल वीडियो को देखते हुए पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया और इसका खंडन जारी करते हुए स्पष्ट किया कि मामला चुनावी रंजिश से संबंधित नहीं है, बल्कि पूर्व के विवाद का परिणाम है। घटना दो दिन पहले का बताया जा रहा है। जिसमें पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। मामले को लेकर दोनों पक्षों ने अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई है। 11 नामजद और 20–25 अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बना थाना अध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि मामले में पहली प्राथमिकी ब्रजेश पासवान द्वारा दर्ज की गई, जिसमें 11 नामजद और 20–25 अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि गुरुवार की रात आरोपी घर में घुस आए, ब्रजेश के भतीजे बाल्मीकि कुमार की पिटाई कर उसका हाथ तोड़ दिया तथा भोला पासवान के सिर पर जान मारने की नीयत से हमला किया गया। प्राथमिकी में जाति सूचक शब्दों के प्रयोग और शुक्रवार की सुबह दोबारा घर में घुसकर मारपीट तथा हवाई फायरिंग किए जाने का भी आरोप है। मामले में दाउदनगर थाना कांड संख्या 705/25 दर्ज किया गया है। दूसरी ओर, केशराड़ी निवासी अंचला देवी ने कांड संख्या 706/25 में पांच लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। उनके अनुसार गुरुवार की रात उनके पुत्र को घेरकर मारपीट की गई और शुक्रवार की सुबह समझाने पर फिर से हमला कर जख्मी किया गया, जिससे उसका सिर फट गया। पुलिस ने दोनों पक्षों से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया घटना की सूचना पर दाउदनगर थानाध्यक्ष विकास कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा (खाली कारतूस) बरामद किए। जांच के दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि कुल तीन विधि-विरुद्ध बालकों को निरुद्ध किया गया है। वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए औरंगाबाद पुलिस ने आधिकारिक फेसबुक पेज से पोस्ट कर कहा कि वीडियो तीन दिन पुराना है और इसे गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह मामला चुनावी विवाद का नहीं, बल्कि पुरानी तनातनी का है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में दोनों पक्षों से कुल पाँच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो वयस्क अभियुक्तों को रिमांड पर कोर्ट भेज दिया गया है और तीन विधि-विरुद्ध बालकों को निरुद्ध किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रित है और अगली कार्रवाई जारी है।घटना और वायरल वीडियो के बाद इलाके में तनाव बढ़ा है, लेकिन पुलिस लगातार लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सत्यापित जानकारी पर भरोसा करने की अपील कर रही है। औरंगाबाद में सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग लाठी डंडा लिए हुए भागदौड़ करते नजर आ रहे हैं। वहीं फायरिंग भी की गई है। मामला दाउदनगर थाना क्षेत्र के केशराड़ी गांव का बताया जा रहा है। इस घटना से संबंधित एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा, जिसमें दावा किया जा रहा था कि दलित समुदाय पर चुनावी रंजिश को लेकर हमला किया गया है। वायरल वीडियो को देखते हुए पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया और इसका खंडन जारी करते हुए स्पष्ट किया कि मामला चुनावी रंजिश से संबंधित नहीं है, बल्कि पूर्व के विवाद का परिणाम है। घटना दो दिन पहले का बताया जा रहा है। जिसमें पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। मामले को लेकर दोनों पक्षों ने अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई है। 11 नामजद और 20–25 अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बना थाना अध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि मामले में पहली प्राथमिकी ब्रजेश पासवान द्वारा दर्ज की गई, जिसमें 11 नामजद और 20–25 अज्ञात व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि गुरुवार की रात आरोपी घर में घुस आए, ब्रजेश के भतीजे बाल्मीकि कुमार की पिटाई कर उसका हाथ तोड़ दिया तथा भोला पासवान के सिर पर जान मारने की नीयत से हमला किया गया। प्राथमिकी में जाति सूचक शब्दों के प्रयोग और शुक्रवार की सुबह दोबारा घर में घुसकर मारपीट तथा हवाई फायरिंग किए जाने का भी आरोप है। मामले में दाउदनगर थाना कांड संख्या 705/25 दर्ज किया गया है। दूसरी ओर, केशराड़ी निवासी अंचला देवी ने कांड संख्या 706/25 में पांच लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। उनके अनुसार गुरुवार की रात उनके पुत्र को घेरकर मारपीट की गई और शुक्रवार की सुबह समझाने पर फिर से हमला कर जख्मी किया गया, जिससे उसका सिर फट गया। पुलिस ने दोनों पक्षों से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया घटना की सूचना पर दाउदनगर थानाध्यक्ष विकास कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा (खाली कारतूस) बरामद किए। जांच के दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों से एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि कुल तीन विधि-विरुद्ध बालकों को निरुद्ध किया गया है। वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए औरंगाबाद पुलिस ने आधिकारिक फेसबुक पेज से पोस्ट कर कहा कि वीडियो तीन दिन पुराना है और इसे गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह मामला चुनावी विवाद का नहीं, बल्कि पुरानी तनातनी का है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में दोनों पक्षों से कुल पाँच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो वयस्क अभियुक्तों को रिमांड पर कोर्ट भेज दिया गया है और तीन विधि-विरुद्ध बालकों को निरुद्ध किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रित है और अगली कार्रवाई जारी है।घटना और वायरल वीडियो के बाद इलाके में तनाव बढ़ा है, लेकिन पुलिस लगातार लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सत्यापित जानकारी पर भरोसा करने की अपील कर रही है।


