सोनभद्र जिले में बुधवार को सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव महाराज का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया। रॉबर्ट्सगंज स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में सुबह से ही चहल-पहल और भक्तिपूर्ण माहौल बना रहा। गुरुद्वारे को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। कार्यक्रम में रागी जत्था राजिंदर सिंह (लखनऊ वाले) और सुरजन सिंह ने कीर्तन गायन किया। मंच का संचालन करते हुए कमलेश सिंह ने गुरु नानक देव जी के संदेश “ना कोई हिन्दू, ना कोई मुसलमान — सब इंसान हैं” पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि गुरु नानक जी ने ईश्वर की एकता और मनुष्यता में समानता का संदेश दिया, तथा भेदभाव और जाति-पात मिटाने का आह्वान किया। पृथ्वीपाल सिंह ने गुरु नानक देव जी के जीवन सिद्धांतों ‘किरत करो — नाम जपो — वंड छको’ की व्याख्या की। उन्होंने बताया कि ‘किरत करो’ का अर्थ ईमानदारी और मेहनत से जीवन यापन करना, ‘नाम जपो’ का अर्थ सच्चे ईश्वर का स्मरण करना और ‘वंड छको’ का अर्थ ज़रूरतमंदों के साथ बांटना है। तत्पश्चात अरदास के बाद गुरु का अटूट लंगर चला, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। शाम 3 बजे गुरु जी की शोभायात्रा निकाली गई। पहले तस्वीरें देखिए महिला थाना, स्वर्णजयंती चौक होते निकली शोभायात्रा यह शोभायात्रा गुरुद्वारा से शुरू होकर महिला थाना, स्वर्णजयंती चौक, शीतला मंदिर चौक से होते हुए वापस गुरुद्वारा पहुंची। इसमें दूर-दूर से आई संगत ने गुरुवाणी का गायन किया। मिर्जापुर से आई गतका पार्टी ने अपने कर्तव्य दिखाए और आतिशबाजी भी की गई। गुरुनानक बालिका कॉलेज की छात्राओं ने ‘बोले सो निहाल’ का जयकारा लगाकर अपनी सहभागिता निभाई। गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक भूपेश चौबे, रूबी अशोक मिश्रा और सुशील पाठक ने गुरु नानक जी के जीवन पर प्रकाश डाला। इस भव्य कार्यक्रम को सफल बनाने में देवेंद्र सिंह, मनजीत सिंह, पारब्रह्म सिंह, परमजीत सिंह, बलविंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, दिलकरन, रॉबिन, यशु, संतोष सिंह, अमर सिंह, गुरजीत, त्रिलोक सिंह, गोल्डी, बलकार सिंह और कई महिलाओं ने सेवा प्रदान की। कुछ और तस्वीरों में देखें गुरुपर्व


