प्रयागराज में यातायात माह का समापन हो गया है, लेकिन शहर में ट्रैफिक सुधार के प्रयास अब पूरे साल जारी रहेंगे। इस दौरान प्रयागराज को ‘जीरो फेटलिटी डिस्ट्रिक्ट’ के रूप में चिह्नित किया गया है, जो सड़क दुर्घटनाओं में कमी की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार ने बताया कि यातायात माह के दौरान किए गए सुधारात्मक कार्यों को लगातार जारी रखा जाएगा। इसका उद्देश्य जनता को सुगम यातायात उपलब्ध कराना और दुर्घटनाओं को कम करना है। अभियान के तहत जाम वाले इलाकों में खुले डिवाइडरों को बंद किया गया, प्रमुख सड़कों के 75 गड्ढों की मरम्मत कराई गई और जिन चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल की आवश्यकता थी, वहां नए सिग्नल लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई। शहर के 23 थानों को विशेष निगरानी ज़ोन के रूप में चिन्हित किया गया है। एडीसीपी पुष्कर वर्मा के नेतृत्व में इन थानों में विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो सालभर ट्रैफिक सुगमता, दुर्घटना रोकथाम और सड़क सुरक्षा पर काम करेंगी। ये टीमें आकस्मिक स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया भी सुनिश्चित करेंगी। इस अभियान को टैक्सी यूनियन, टैंपो यूनियन, जिला अपराध निरोधक कमेटी और आम जनता का बड़ा सहयोग मिला। इसके परिणामस्वरूप पूरे माह यातायात सुचारू रहा और अप्रिय घटनाओं में कमी दर्ज की गई। माह भर में 37 सांकेतिक चिन्ह, 1732 फ्लोरोसेंट रिफ्लेक्टर, 29 नो-पार्किंग साइनेज और 2 नए ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए। इसके अतिरिक्त, 6 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए, 25 अवैध ट्रैक बंद कराए गए और पुराने शहर में 6 रोड डिवाइडर बंद किए गए। शहरवासियों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक भी किया गया। पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार ने जोर देकर कहा कि यह अभियान केवल एक माह का कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह वर्षभर चलने वाली जिम्मेदारी की शुरुआत है।


