अररिया में डूबने से दो की मौत:मछुआरा महाजाल के साथ गहरे पानी में डूबा, 10 दिन से लापता मजदूर का मिला शव

अररिया में डूबने से दो की मौत:मछुआरा महाजाल के साथ गहरे पानी में डूबा, 10 दिन से लापता मजदूर का मिला शव

अररिया में डूबने की दो अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। एक मछुआरा पनार नदी में डूबा, जबकि एक मजदूर का शव पोखर से मिला। ये घटनाएं जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई। पहली घटना शहर से सटे पनार नदी के त्रिसुलिया घाट पर हुई। यहां भगत टोला, वार्ड नंबर 28 निवासी 55 वर्षीय लट्टू चौधरी मछली पकड़ने गए थे। परिजन के अनुसार, महाजाल के साथ गहरे पानी में उतरने के दौरान वे तेज धारा में फंसकर डूब गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें नदी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। 10 दिन के बाद पोखर से मिला शव दूसरी घटना फारबिसगंज प्रखंड के शाहबाजपुर गांव में सामने आई। यहां एक पोखर में 34 वर्षीय मजदूर प्रदीप वर्मन का शव मिला। प्रदीप पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले के शीतल कूच गांव के रहने वाले थे और शाहबाजपुर स्थित एक ईंट भट्ठे पर काम करते थे। परिजनों ने बताया कि प्रदीप पिछले 10 दिनों से लापता थे। काफी खोजबीन के बाद गुरुवार को गांव के पोखर में उनका शव तैरता हुआ मिला। सूचना मिलने पर बथनाहा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। पोखरों में पानी का स्तर खतरनाक बना है दोनों शवों को गुरुवार रात करीब 9 बजे पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेजा गया। विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून के बाद भी नदियों और पोखरों में पानी का स्तर खतरनाक बना हुआ है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि गहरे पानी में बिना सुरक्षा उपायों के न उतरें। अररिया में डूबने की दो अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। एक मछुआरा पनार नदी में डूबा, जबकि एक मजदूर का शव पोखर से मिला। ये घटनाएं जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई। पहली घटना शहर से सटे पनार नदी के त्रिसुलिया घाट पर हुई। यहां भगत टोला, वार्ड नंबर 28 निवासी 55 वर्षीय लट्टू चौधरी मछली पकड़ने गए थे। परिजन के अनुसार, महाजाल के साथ गहरे पानी में उतरने के दौरान वे तेज धारा में फंसकर डूब गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें नदी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। 10 दिन के बाद पोखर से मिला शव दूसरी घटना फारबिसगंज प्रखंड के शाहबाजपुर गांव में सामने आई। यहां एक पोखर में 34 वर्षीय मजदूर प्रदीप वर्मन का शव मिला। प्रदीप पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले के शीतल कूच गांव के रहने वाले थे और शाहबाजपुर स्थित एक ईंट भट्ठे पर काम करते थे। परिजनों ने बताया कि प्रदीप पिछले 10 दिनों से लापता थे। काफी खोजबीन के बाद गुरुवार को गांव के पोखर में उनका शव तैरता हुआ मिला। सूचना मिलने पर बथनाहा थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। पोखरों में पानी का स्तर खतरनाक बना है दोनों शवों को गुरुवार रात करीब 9 बजे पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेजा गया। विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून के बाद भी नदियों और पोखरों में पानी का स्तर खतरनाक बना हुआ है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि गहरे पानी में बिना सुरक्षा उपायों के न उतरें।  

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