बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के बाद ईवीएम जमा करने के लिए गया जिले में व्यापक ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। मतदान के बाद ईवीएम को सुरक्षित वज्रगृह तक पहुंचाने और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यह योजना बनाई गई है। मगध प्रमंडल के आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ने आज संयुक्त रूप से गया जिले के विभिन्न डिस्पैच सेंटरों का निरीक्षण किया। इस दौरान, पुलिस महानिरीक्षक ने गया कॉलेज स्थित डिस्पैच सेंटर में ईवीएम और वीवीपैट के वितरण की स्थिति का जायजा लिया। यातायात जाम के मद्देनजर लागू किया गया ट्रैफिक प्लान जिले के कुल 10 विधानसभा क्षेत्रों के लिए वज्रगृह/रिसिविंग सेंटर बनाए गए हैं। गुरुआ, गया टाउन, टिकारी, बेलागंज और वजीरगंज विधानसभा क्षेत्रों के लिए गया कॉलेज को वज्रगृह/ईवीएम रिसिविंग सेंटर निर्धारित किया गया है। वहीं, अतरी, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी और बोधगया विधानसभा क्षेत्रों के लिए बाजार समिति गया को वज्रगृह/ईवीएम रिसिविंग सेंटर बनाया गया है। मतदान के बाद बड़ी संख्या में ईवीएम जमा करने वाले वाहनों के आगमन से यातायात जाम की आशंका है, जिसके मद्देनजर यह ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। इस ट्रैफिक प्लान के तहत, आम जनता के वाहनों के लिए कई मार्गों पर ‘नो एंट्री’ लागू की गई है। पहला मार्ग: मगध मेडिकल मोड़ से चंदौती मोड़ होते हुए सिकड़िया मोड़ से गया कॉलेज मोड़ होते हुए गेवाल बिगहा मोड़ तक सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। दूसरा मार्ग: किरानी घाट से रमना जैन मित्तल मॉजेक पीर मंसूर डी०एम० गोलम्बर काशीनाथ मोड़ जे०पी० झरणा होते हुए गेवाल बिगहा मोड़ तक भी सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। तीसरा मार्ग: कन्डी नवादा बुनियादगंज बाईपास मोड़ से रामशिला होते हुए किरानी घाट तक भी सामान्य वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इन सभी प्रतिबंधित मार्गों पर केवल मतपेटिका/ईवीएम मशीन जमा करने वाले वाहन, चुनाव ड्यूटी पर लगे वाहन और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। यह व्यवस्था आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए ईवीएम की सुरक्षित सुपुर्दगी सुनिश्चित करने के लिए की गई है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के बाद ईवीएम जमा करने के लिए गया जिले में व्यापक ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। मतदान के बाद ईवीएम को सुरक्षित वज्रगृह तक पहुंचाने और यातायात व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से यह योजना बनाई गई है। मगध प्रमंडल के आयुक्त और पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ने आज संयुक्त रूप से गया जिले के विभिन्न डिस्पैच सेंटरों का निरीक्षण किया। इस दौरान, पुलिस महानिरीक्षक ने गया कॉलेज स्थित डिस्पैच सेंटर में ईवीएम और वीवीपैट के वितरण की स्थिति का जायजा लिया। यातायात जाम के मद्देनजर लागू किया गया ट्रैफिक प्लान जिले के कुल 10 विधानसभा क्षेत्रों के लिए वज्रगृह/रिसिविंग सेंटर बनाए गए हैं। गुरुआ, गया टाउन, टिकारी, बेलागंज और वजीरगंज विधानसभा क्षेत्रों के लिए गया कॉलेज को वज्रगृह/ईवीएम रिसिविंग सेंटर निर्धारित किया गया है। वहीं, अतरी, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी और बोधगया विधानसभा क्षेत्रों के लिए बाजार समिति गया को वज्रगृह/ईवीएम रिसिविंग सेंटर बनाया गया है। मतदान के बाद बड़ी संख्या में ईवीएम जमा करने वाले वाहनों के आगमन से यातायात जाम की आशंका है, जिसके मद्देनजर यह ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। इस ट्रैफिक प्लान के तहत, आम जनता के वाहनों के लिए कई मार्गों पर ‘नो एंट्री’ लागू की गई है। पहला मार्ग: मगध मेडिकल मोड़ से चंदौती मोड़ होते हुए सिकड़िया मोड़ से गया कॉलेज मोड़ होते हुए गेवाल बिगहा मोड़ तक सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। दूसरा मार्ग: किरानी घाट से रमना जैन मित्तल मॉजेक पीर मंसूर डी०एम० गोलम्बर काशीनाथ मोड़ जे०पी० झरणा होते हुए गेवाल बिगहा मोड़ तक भी सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। तीसरा मार्ग: कन्डी नवादा बुनियादगंज बाईपास मोड़ से रामशिला होते हुए किरानी घाट तक भी सामान्य वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इन सभी प्रतिबंधित मार्गों पर केवल मतपेटिका/ईवीएम मशीन जमा करने वाले वाहन, चुनाव ड्यूटी पर लगे वाहन और आपातकालीन सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। यह व्यवस्था आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए ईवीएम की सुरक्षित सुपुर्दगी सुनिश्चित करने के लिए की गई है।


