झांसी में अक्टूबर के अंत और नवंबर की शुरूआत में हुई बारिश किसानों के लिए काल बनकर बरसी है। मोठ में धान की फसल सड़ती देख किसान का दिल बैठ गया और वह खेत में ही गश खाकर गिर गए। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने प्रह्लाद को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मोठ थाना क्षेत्र के गांव बम्हरौली के रहने वाले 42 साल के किसान प्रह्लाद पांचाल पुत्र लालू पांचाल किसान हैं। उनके पास चार बीघे जमीन है। इस साल के मानसून में अच्छी बारिश हुई तो उन्होंने धान की फसल में लाभ समझ कर चार बीघे में धान लगा दी। लेकिन, बीते दिनों मोन्था तूफान के असर से हुई बारिश ने खेतों में जलभराव की स्थिति बना दी। तीन दिन की बारिश के बाद कई किसानों की फसल बर्बाद हो गई। वहीं, रही सही कसर मंगलवार को हुई बारिश ने पूरी कर दी। इस बारिश का असर किसान प्रह्लाद की खेती पर भी हुआ और उनकी धान की फसल सड़ने लगी। प्रह्लाद के चेचेरे भाई राजेश कुमार ने बताया कि प्रह्लाद मंगलवार को हुई बारिश के बाद आज फसल की स्थिति जानने के लिए खेत पर गए थे। यहां खराब फसल देख वह इसका सदमा सहन नहीं कर पाए और खेत में ही गश खाकर गिर गए। आसपास के खेतों में काम कर रहे किसानों ने प्रह्लाद को देखा तो परिजनों को सूचना देकर बुलाया। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर सामुदायिक पहुंचे, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चेचेरे भाई राजेश का कहना है कि वह खराब फसल का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके, क्योंकि खेती में उनका काफी पैसा लगा था। यहां पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। बता दें कि प्रह्लाद पांचाल के दो बच्चे हैं, जिनमें 19 साल की बेटी है, जो मानसिक रूप से बीमार है। वहीं, उनका एक 14 साल का बेटा है। पिता की मौत के बाद से परिवार में मातम पसरा है। सभी का रो रोकर बुरा हाल है। आठ दिन में मोठ ब्लॉक के तीसरे किसान की मौत किसानों के लिए अक्टूबर और नवंबर में हुई बारिश इस हद तक नुकसानदेह साबित हुई कि मोठ ब्लॉक के ही तीन किसानों ने प्राण त्याग दिए। पहले मोठ ब्लॉक के लावन गांव में 25 साल के राजकुमार वर्मा और ग्राम कुम्हर्रा के किसान 45 साल के कमलेश यादव ने बर्बाद फसल देखने के बाद फांसी लगा कर जान दी। वहीं, फसल खराब होने के बाद तीसरी मौत प्रह्लाद पांचाल की हुई है। समाजवादी पार्टी ने किसानों राहत देने की मांग की सपा युवजनसभा के जिलाध्यक्ष विश्व प्रताप यादव ने किसानों की मौत को लेकर व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि पहले किसानों को खाद की किल्लत झेलनी पड़ी। ओवर रेट पर खाद लेकर किसानों ने फसल खड़ी की लेकिन, बारिश सब बर्बाद कर दिया। उन्होंने शासन से मांग की है कि प्लॉट टू प्लॉट सर्वे कराकर किसानों को बीमा राशि दिलाई जाए।


