भीषण गर्मी और लू की स्थिति को देखते हुए गया जिले के स्कूलों के समय में एक बार फिर बदलाव किया गया है। बच्चों के सेहत पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है। उनसे ये बार फिर से नया फरमान जारी किया है। पूर्व में 16 मई से 19 मई तक स्कूलों के समय में बदलाव किया गया था, लेकिन मौसम की स्थिति में किसी प्रकार का कोई खास सुधार नहीं होने के कारण जिला दण्डाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने धारा-163 के तहत नया आदेश जारी किया है, जो 20 मई से प्रभावी होगा और 31 मई 2025 तक लागू रहेगा। गर्मी और लू को लेकर स्कूलों के लिए ये निर्देश जिला प्रशासन ने सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे इसी के अनुसार अपनी शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित करें। गर्मी की तीव्रता को देखते हुए यह कदम सावधानी के तौर पर उठाया गया है। ताकि बच्चों की सेहत और सुरक्षा से कोई समझौता किसी भी स्तर पर न हो। प्रशासन ने लगे हाथ अभिभावकों से भी अपील की है कि वे भीषण गर्मी के इस दौर में बच्चों की देखभाल में अतिरिक्त सतर्कता बरतें और निर्धारित समय पर ही बच्चों को स्कूल भेजें। भीषण गर्मी और लू की स्थिति को देखते हुए गया जिले के स्कूलों के समय में एक बार फिर बदलाव किया गया है। बच्चों के सेहत पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है। उनसे ये बार फिर से नया फरमान जारी किया है। पूर्व में 16 मई से 19 मई तक स्कूलों के समय में बदलाव किया गया था, लेकिन मौसम की स्थिति में किसी प्रकार का कोई खास सुधार नहीं होने के कारण जिला दण्डाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने धारा-163 के तहत नया आदेश जारी किया है, जो 20 मई से प्रभावी होगा और 31 मई 2025 तक लागू रहेगा। गर्मी और लू को लेकर स्कूलों के लिए ये निर्देश जिला प्रशासन ने सभी सरकारी गैर सरकारी स्कूल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे इसी के अनुसार अपनी शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन सुनिश्चित करें। गर्मी की तीव्रता को देखते हुए यह कदम सावधानी के तौर पर उठाया गया है। ताकि बच्चों की सेहत और सुरक्षा से कोई समझौता किसी भी स्तर पर न हो। प्रशासन ने लगे हाथ अभिभावकों से भी अपील की है कि वे भीषण गर्मी के इस दौर में बच्चों की देखभाल में अतिरिक्त सतर्कता बरतें और निर्धारित समय पर ही बच्चों को स्कूल भेजें।
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