बहादुरगढ़ शहरवासियों के लिए राहत भरी खबर है। नवंबर माह के चौथे दिन बहादुरगढ़ का वायु प्रदूषण स्तर ग्रीन कैटेगरी में दर्ज किया गया है। लगातार कई दिनों तक खतरनाक स्थिति में बने रहने के बाद अब हवा की गुणवत्ता में सुधार देखा गया है। हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HSPCB) और नगर परिषद के संयुक्त प्रयासों से यह सुधार संभव हुआ है।
बीते कुछ दिनों से बहादुरगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार 300 के ऊपर जा रहा था, जिससे यह ‘रेड जोन’ यानी अत्यधिक प्रदूषित श्रेणी में शामिल था। 2 नवंबर को AQI 313 दर्ज किया गया था। अगले ही दिन यानी 3 नवंबर को यह घटकर 202 पर पहुंचा और ‘ऑरेंज जोन’ में आ गया। अब नवंबर के चौथे दिन प्रदूषण स्तर में और गिरावट आई है और बहादुरगढ़ की हवा ‘ग्रीन कैटेगरी’ में दर्ज की गई है। धूल को उड़ने से रोकने के लिए लगातार किया पानी का छिड़काव
इस सुधार के पीछे कई कारण रहे। सबसे अहम कदम था सड़कों पर लगातार पानी का छिड़काव, जिससे धूल का स्तर घटा। बाईपास और मुख्य मार्गों पर सड़कें टूटी होने के कारण धूल उड़ने से प्रदूषण बढ़ रहा था। इस पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) को नोटिस जारी किया था और नियमित रूप से पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए थे। निर्देशों का पालन करते हुए हाईवे पर प्रतिदिन पानी डाला जा रहा है।
वहीं नगर परिषद बहादुरगढ़ की ओर से भी शहर के विभिन्न इलाकों में एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है। इसके अलावा, कूड़ा जलाने और निर्माण कार्यों पर सख्ती से रोक लगाई गई है। प्रदूषण फैलाने वाले संभावित कारणों की पहचान करके रखी निगरानी
एचएसपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वाले सभी संभावित कारणों की पहचान की गई और उन पर निगरानी रखी जा रही है। धूल उड़ने से रोकने के लिए निरंतर छिड़काव किया गया और यही वजह रही कि कुछ ही दिनों में प्रदूषण का स्तर काफी हद तक नीचे आ गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि बहादुरगढ़ की हवा स्वच्छ बनी रहे।
शहरवासियों ने प्रदूषण स्तर में गिरावट से राहत की सांस ली है। लोगों का कहना है कि लगातार बढ़ते प्रदूषण से सांस की तकलीफ और आंखों में जलन जैसी परेशानियां बढ़ रही थीं, लेकिन अब हवा में सुधार से स्थिति पहले से बेहतर महसूस हो रही है। प्रशासन का लक्ष्य अब यह है कि आने वाले हफ्तों में बहादुरगढ़ को ‘ग्रीन जोन’ में बनाए रखा जाए और प्रदूषण नियंत्रण को लेकर जागरूकता अभियान भी तेज किए जाएं।


