‘संविधान बदलने वालों को बिहार की जनता खदेड़ देगी’:कैप्टन अजय सिंह यादव ने एनडीए सरकार पर बड़ा हमला बोला, बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए

‘संविधान बदलने वालों को बिहार की जनता खदेड़ देगी’:कैप्टन अजय सिंह यादव ने एनडीए सरकार पर बड़ा हमला बोला, बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए

मुजफ्फरपुर: कांग्रेस ओबीसी विभाग के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय सिंह यादव ने एनडीए सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने जिला कांग्रेस कार्यालय तिलक मैदान में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि बिहार की जनता इस बार संविधान बदलने वालों को खदेड़ देगी। यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में जनगणना हुई, लेकिन सरकार की मंशा गलत थी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर जनगणना कराकर ‘जिसकी जितनी संख्या, उतनी भागीदारी’ के आधार पर आरक्षण दिया जाएगा और इसकी सीमा बढ़ाई जाएगी। उनके अनुसार, आरक्षण की दीवार टूटने से सभी को फायदा होगा। बोले- कहीं बिल्डिंग हैं, तो कहीं टीचर नहीं कैप्टन अजय सिंह यादव ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार कभी शिक्षा का केंद्र था, लेकिन वर्तमान एनडीए सरकार के बीस साल में कहीं बिल्डिंग है तो शिक्षक नहीं और कहीं शिक्षक हैं तो बिल्डिंग नहीं। उन्होंने राज्य में ‘गुंडाराज’ का आरोप लगाते हुए मुजफ्फरपुर में कुढ़नी की दलित बच्ची के बलात्कार और इलाज के अभाव में मौत, नवरूणा कांड, बालिकागृह कांड, मेयर समीर कुमार और आशुतोष शाही की हत्या जैसी घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने यह भी बताया कि हाल के हफ्तों में मोकामा सहित सात जिलों में हत्याएं हुई हैं, जिससे अपराधी बेखौफ हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार से लगभग 3 करोड़ 18 लाख लोग पलायन कर चुके हैं। यादव ने कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में 70 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, जबकि राज्य की बड़ी आबादी की औसत दैनिक आय मात्र 66 रुपए है। यादव ने जदयू नेता ललन सिंह के बयान पर भी आपत्ति जताई यादव ने जदयू नेता ललन सिंह के उस बयान पर भी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर भाजपा-जदयू के वोटर छोड़कर किसी को वोट न गिराने देने की बात कही थी, इसे भारत के प्रजातंत्र पर हमला बताया। उन्होंने मुजफ्फरपुर के लोगों के लिए ‘स्मार्ट सिटी’ के नाम पर गड्ढों वाली सड़कें देने को ‘भद्दा मजाक’ करार दिया। मुजफ्फरपुर मे लीची की प्रोसेसिंग न होने से लीची किसान के लिये यह घाटे की खेती बन गयी। हमारी सरकार बनी तो पलायन पर पहला वार होगा। 20 महीने के अंदर हर घर सरकारी नौकरी, बंद परी चीनी मिले खुलेगी, जीविका दीदी को 30 हजार मासिक वेतन, जरूरतमंद महिलाओं को माई बहिन मान योजना के तहत 2500 रूपए प्रतिमाह मिलेगी , शिक्षा की गौरवशाली परम्परा शुरू होगी , जॉब कैलेंडर जारी होंगे। यह राहुल गांधी और तेजस्वी का प्रण है। मुजफ्फरपुर: कांग्रेस ओबीसी विभाग के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय सिंह यादव ने एनडीए सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने जिला कांग्रेस कार्यालय तिलक मैदान में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि बिहार की जनता इस बार संविधान बदलने वालों को खदेड़ देगी। यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में जनगणना हुई, लेकिन सरकार की मंशा गलत थी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर जनगणना कराकर ‘जिसकी जितनी संख्या, उतनी भागीदारी’ के आधार पर आरक्षण दिया जाएगा और इसकी सीमा बढ़ाई जाएगी। उनके अनुसार, आरक्षण की दीवार टूटने से सभी को फायदा होगा। बोले- कहीं बिल्डिंग हैं, तो कहीं टीचर नहीं कैप्टन अजय सिंह यादव ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बिहार कभी शिक्षा का केंद्र था, लेकिन वर्तमान एनडीए सरकार के बीस साल में कहीं बिल्डिंग है तो शिक्षक नहीं और कहीं शिक्षक हैं तो बिल्डिंग नहीं। उन्होंने राज्य में ‘गुंडाराज’ का आरोप लगाते हुए मुजफ्फरपुर में कुढ़नी की दलित बच्ची के बलात्कार और इलाज के अभाव में मौत, नवरूणा कांड, बालिकागृह कांड, मेयर समीर कुमार और आशुतोष शाही की हत्या जैसी घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने यह भी बताया कि हाल के हफ्तों में मोकामा सहित सात जिलों में हत्याएं हुई हैं, जिससे अपराधी बेखौफ हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार से लगभग 3 करोड़ 18 लाख लोग पलायन कर चुके हैं। यादव ने कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में 70 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, जबकि राज्य की बड़ी आबादी की औसत दैनिक आय मात्र 66 रुपए है। यादव ने जदयू नेता ललन सिंह के बयान पर भी आपत्ति जताई यादव ने जदयू नेता ललन सिंह के उस बयान पर भी आपत्ति जताई, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर भाजपा-जदयू के वोटर छोड़कर किसी को वोट न गिराने देने की बात कही थी, इसे भारत के प्रजातंत्र पर हमला बताया। उन्होंने मुजफ्फरपुर के लोगों के लिए ‘स्मार्ट सिटी’ के नाम पर गड्ढों वाली सड़कें देने को ‘भद्दा मजाक’ करार दिया। मुजफ्फरपुर मे लीची की प्रोसेसिंग न होने से लीची किसान के लिये यह घाटे की खेती बन गयी। हमारी सरकार बनी तो पलायन पर पहला वार होगा। 20 महीने के अंदर हर घर सरकारी नौकरी, बंद परी चीनी मिले खुलेगी, जीविका दीदी को 30 हजार मासिक वेतन, जरूरतमंद महिलाओं को माई बहिन मान योजना के तहत 2500 रूपए प्रतिमाह मिलेगी , शिक्षा की गौरवशाली परम्परा शुरू होगी , जॉब कैलेंडर जारी होंगे। यह राहुल गांधी और तेजस्वी का प्रण है।  

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