ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने और पार्किंग के लिए पटना में मल्टी मॉडल हब बनाया गया है। 17 मई को CM ने उद्घाटन किया। वहीं उद्घाटन के ठीक अगले दिन यानी 18 मई की रात यह पार्किंग बंद दिखी। GPO गोलंबर के पास पार्किंग के अंदर गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगाई गई। गेट पर रस्सी लगा दिया गया। हालांकि इस पार्किंग को 24 घंटे खुला रखना है। दैनिक भास्कर ने वहां मौजूद गार्ड अखिलेश सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि… इंचार्ज का आदेश है कि अभी पार्किंग को बंद कर दीजिए। क्योंकि गाड़ियां अभी नहीं आ रही है। इसलिए हमने इसे बंद किया है। दिन में कुछ गाड़ियां आई थी, लेकिन रात में गाड़ियों की संख्या कम हो गई। जब यह मल्टी मॉडल हब, स्मार्ट सिटी को मिलेगा तब 24 घंटा खुला रहेगा। जैसा हमें आदेश आएगा, वैसा किया जाएगा। सभी गाड़ियों की अलग-अलग जगह मल्टी मॉडल हब को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की दिशा में एक बड़ी पहल माना जा रहा है। इसमें कार, टू-व्हीलर के अलावा ऑटो और ई-रिक्शा के लिए भी अलग-अलग जगहें निर्धारित की गई हैं। उद्घाटन समारोह में अधिकारियों ने इसे “स्मार्ट सिटी की दिशा में एक मजबूत कदम” बताया था। इसके बावजुद अभी भी ऑटो और ई रिक्शा सड़क पर ही नजर आ रहे हैं। क्या है मल्टी मॉडल हब मल्टी मॉडल हब को पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है। इसमें कुल 68 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसका मुख्य उद्देश्य पटना जंक्शन और आसपास के इलाकों में बढ़ते ट्रैफिक जाम को कम करना और यात्रियों को एक ही जगह पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराना है। यह हब GPO गोलंबर को सीधे स्टेशन से जोड़ता है। इस सबवे में ट्रैवलेटर, एस्केलेटर, लिफ्ट और सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे लगाए गए हैं। इस हब में एक तीन मंजिला मल्टी लेवल पार्किंग भी है। नीचे इलेक्ट्रिक बसों के लिए जगह है, जबकि ऊपर की दो मंजिलों पर करीब 225 कारों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। आगे चलकर यहां बाइक पार्किंग के लिए रोटरी सिस्टम भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही ऑटो और टैक्सी स्टैंड भी इसी कैंपस में बनाए गए हैं, ताकि यात्रियों को स्टेशन से निकलते ही हर तरह की सवारी आसानी से मिल सके। ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने और पार्किंग के लिए पटना में मल्टी मॉडल हब बनाया गया है। 17 मई को CM ने उद्घाटन किया। वहीं उद्घाटन के ठीक अगले दिन यानी 18 मई की रात यह पार्किंग बंद दिखी। GPO गोलंबर के पास पार्किंग के अंदर गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगाई गई। गेट पर रस्सी लगा दिया गया। हालांकि इस पार्किंग को 24 घंटे खुला रखना है। दैनिक भास्कर ने वहां मौजूद गार्ड अखिलेश सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि… इंचार्ज का आदेश है कि अभी पार्किंग को बंद कर दीजिए। क्योंकि गाड़ियां अभी नहीं आ रही है। इसलिए हमने इसे बंद किया है। दिन में कुछ गाड़ियां आई थी, लेकिन रात में गाड़ियों की संख्या कम हो गई। जब यह मल्टी मॉडल हब, स्मार्ट सिटी को मिलेगा तब 24 घंटा खुला रहेगा। जैसा हमें आदेश आएगा, वैसा किया जाएगा। सभी गाड़ियों की अलग-अलग जगह मल्टी मॉडल हब को शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की दिशा में एक बड़ी पहल माना जा रहा है। इसमें कार, टू-व्हीलर के अलावा ऑटो और ई-रिक्शा के लिए भी अलग-अलग जगहें निर्धारित की गई हैं। उद्घाटन समारोह में अधिकारियों ने इसे “स्मार्ट सिटी की दिशा में एक मजबूत कदम” बताया था। इसके बावजुद अभी भी ऑटो और ई रिक्शा सड़क पर ही नजर आ रहे हैं। क्या है मल्टी मॉडल हब मल्टी मॉडल हब को पटना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है। इसमें कुल 68 करोड़ रुपए की लागत आई है। इसका मुख्य उद्देश्य पटना जंक्शन और आसपास के इलाकों में बढ़ते ट्रैफिक जाम को कम करना और यात्रियों को एक ही जगह पर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराना है। यह हब GPO गोलंबर को सीधे स्टेशन से जोड़ता है। इस सबवे में ट्रैवलेटर, एस्केलेटर, लिफ्ट और सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे लगाए गए हैं। इस हब में एक तीन मंजिला मल्टी लेवल पार्किंग भी है। नीचे इलेक्ट्रिक बसों के लिए जगह है, जबकि ऊपर की दो मंजिलों पर करीब 225 कारों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। आगे चलकर यहां बाइक पार्किंग के लिए रोटरी सिस्टम भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही ऑटो और टैक्सी स्टैंड भी इसी कैंपस में बनाए गए हैं, ताकि यात्रियों को स्टेशन से निकलते ही हर तरह की सवारी आसानी से मिल सके।
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