मां-पिता को पानी देते थे,पितृपक्ष में शराब नहीं पी सकते:ASP पर शराब पीने के आरोप को पत्नी ने नकारा, बोली- उन्हें ह्रास किया जा रहा

मां-पिता को पानी देते थे,पितृपक्ष में शराब नहीं पी सकते:ASP पर शराब पीने के आरोप को पत्नी ने नकारा, बोली- उन्हें ह्रास किया जा रहा

‘ASP प्रेमचंद्र सिंह फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन पर अपनी बेटी से फोन पर बात कर रहे थे। तभी 3 लोग उनके पास पहुंचे। पहले उनसे मोबाइल छीन लिया। जब उन्होंने विरोध किया तो प्रेमचंद की सोने की 36 ग्राम सोने की चेन और अंगूठी भी छीन लिया। पति शरीर से स्ट्रॉन्ग हैं। उन्होंने 2 को पकड़ लिया था। इस बीच तीसरे लड़के ने उन्हें रेलवे ट्रैक पर धक्का दे दिया। रेल की पटरियों पर वे कितने देर बेहोश रहे ये आइडिया नहीं, पर जब वे होश में आए तो किसी तरह लुढ़कते हुए प्लेटफार्म नंबर 1 पर पहुंचे।’ एएसपी ने ये बातें अपनी पत्नी उमा को तब बताई थी जब उमा घटना की सूचना पर रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। वहीं, शराब पीने के आरोप पर उमा सिंह ने कहा कि जो व्यक्ति पितृ पक्ष में अपने माता-पिता को जल चढ़ाते हो, वो हिन्दू समाज में नहीं पी सकते हैं। मेरे पति को ह्रास किया जा रहा है। उन्हें अगर कुछ हो जाएगा तो इसकी जिम्मेदारी विभाग लेगा। घटना के 7 दिन बाद भी फिलहाल अधिकारी पारस अस्पताल में ही भर्ती हैं। रास्ता नहीं पता था, किसी तरह स्कूटी से रेलवे स्टेशन पहुंची, भास्कर से बातचीत में एएसपी की पत्नी ने और क्या-क्या कहा, पुलिस किस एंगल पर काम कर रही पढ़िए रिपोर्ट… मैं बाजार से घर लौटी थी, तभी मुझे फोन आया एएसपी प्रेमचंद की पत्नी ने कहा कि मैं बाजार गई हुई थी। मेरे पति घर से 2 किमी दूर फुलवारी शरीफ स्टेशन पर थे। मैं जब घर लौटी तो मुझे फोन आया, एक महिला बोली दीदी आपके सुहाग यहां पर हैं। उनकी स्थिति ठीक नहीं है। उनके मुंह से खून निकल रहा है। वे बहुत ज्यादा घायल हैं। आप जल्दी आ जाइए। इतना सुनते ही मैं घर से स्कूटी लेकर निकली। अभी नए-नए रास्ते बन गए हैं। मुझे पता नहीं चल रहा था कि कहां से स्टेशन तक जाऊं। किसी तरह मैं वहां पहुंची। जिसके बाद पति को अस्पताल ले कर निकली। एएसपी के अपार्टमेंट में 1 घंटे तक जांच घटना की जांच-पड़ताल के लिए शनिवार को एएसपी के महुआ बाग स्थित एसएस इन्क्लेव अपार्टमेंट में जांच टीम पहुंची। टीम ने वहां करीब एक घंटे तक पड़ताल किया। सीसीटीवी की जांच की गई, हालांकि अभी तक पुलिस को कोई खास सबूत नहीं मिले हैं। इस दौरान मजिस्ट्रेट नव ज्योति कुमार, दानापुर की डीएसपी, रेल डीएसपी भास्कर रंजन, आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय शंकर पटेल, जीआरपी इंस्पेक्टर राजेश सिन्हा के अलावा अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। रेल पुलिस अलग-अलग थ्योरी पर काम कर रही है पहली थ्योरी: चश्मदीदों के मुताबिक ASP प्रेमचंद्र सिंह नशे में थे। उन्हें समझ नहीं आया। अपने अपार्टमेंट से निकलने के बाद मोबाइल से बातचीत करते 2 किलो मीटर दूर फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन पहुंचें और रेलवे ट्रैक पर गिर गए। घटना के बाद उन्हें परिजन की मदद से अस्पताल में एडमिट कराया गया। इलाज में आने वाले खर्च के रुपए के लिए दो दिन बाद मोबाइल छीनने की शिकायत दर्ज कराई, ताकि मेडिकल इंश्योरेंस के रुपए मिल जाएं। दूसरी थ्योरी: ASP रोज की तरह घर से निकले और बातचीत करते फुलवारी शरीफ स्टेशन पहुंच गए। वहां किसी अज्ञात ने उनका मोबाइल छीन लिया और रेलवे ट्रैक पर धक्का दे दिया। मुंह से शराब की बदबू आ रही थी चश्मदीद काजल कुमारी ने बताया था कि घायल ने मोबाइल फोन मांगा। 10 से अधिक बार किसी नंबर पर कॉल किया। उसके बाद उसके घर वालों ने कॉल रिसीव किया। रिसीव करने बाद उन्होंने कहा कि- उमा मैं गिर गया हूं, चोटिल हूं, जल्दी आओ। फिर उस महिला ने हम लोगों से देखते रहने के लिए कहा। उस महिला के आने से पहले हम लोगों ने खून पोंछा, अपने पास बैठाया। उस व्यक्ति के मुंह से शराब की बदबू आ रही थी और वह लडख़ड़ा रहे थे। इसके कुछ देर के बाद एक महिला स्कूटी से आई। उसने पास से एक ऑटो बुक किया और उसी ऑटो में बैठाकर अपने साथ ले गई। मोबाइल का लोकेशन एक ही जगह बताया दरअसल, घटना 20 सितंबर की है। घटना के दो दिन बाद 22 सितंबर को आवेदन दिया गया। 23 सितंबर को रेल थाना पटना में केस रजिस्टर्ड हुआ। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक झपटमारी के साक्ष्य नहीं मिले हैं। घटना के बाद जब सीडीआर की जांच की गई तो उनका मोबाइल फोन एक ही टावर लोकेशन में पाया गया। फिर कुछ घंटों के बाद बंद हो गया। इसके बाद दोबारा सुबह में खुला। फिलहाल पुलिस इसकी भी खोजबीन कर रही है। ‘ASP प्रेमचंद्र सिंह फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन पर अपनी बेटी से फोन पर बात कर रहे थे। तभी 3 लोग उनके पास पहुंचे। पहले उनसे मोबाइल छीन लिया। जब उन्होंने विरोध किया तो प्रेमचंद की सोने की 36 ग्राम सोने की चेन और अंगूठी भी छीन लिया। पति शरीर से स्ट्रॉन्ग हैं। उन्होंने 2 को पकड़ लिया था। इस बीच तीसरे लड़के ने उन्हें रेलवे ट्रैक पर धक्का दे दिया। रेल की पटरियों पर वे कितने देर बेहोश रहे ये आइडिया नहीं, पर जब वे होश में आए तो किसी तरह लुढ़कते हुए प्लेटफार्म नंबर 1 पर पहुंचे।’ एएसपी ने ये बातें अपनी पत्नी उमा को तब बताई थी जब उमा घटना की सूचना पर रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। वहीं, शराब पीने के आरोप पर उमा सिंह ने कहा कि जो व्यक्ति पितृ पक्ष में अपने माता-पिता को जल चढ़ाते हो, वो हिन्दू समाज में नहीं पी सकते हैं। मेरे पति को ह्रास किया जा रहा है। उन्हें अगर कुछ हो जाएगा तो इसकी जिम्मेदारी विभाग लेगा। घटना के 7 दिन बाद भी फिलहाल अधिकारी पारस अस्पताल में ही भर्ती हैं। रास्ता नहीं पता था, किसी तरह स्कूटी से रेलवे स्टेशन पहुंची, भास्कर से बातचीत में एएसपी की पत्नी ने और क्या-क्या कहा, पुलिस किस एंगल पर काम कर रही पढ़िए रिपोर्ट… मैं बाजार से घर लौटी थी, तभी मुझे फोन आया एएसपी प्रेमचंद की पत्नी ने कहा कि मैं बाजार गई हुई थी। मेरे पति घर से 2 किमी दूर फुलवारी शरीफ स्टेशन पर थे। मैं जब घर लौटी तो मुझे फोन आया, एक महिला बोली दीदी आपके सुहाग यहां पर हैं। उनकी स्थिति ठीक नहीं है। उनके मुंह से खून निकल रहा है। वे बहुत ज्यादा घायल हैं। आप जल्दी आ जाइए। इतना सुनते ही मैं घर से स्कूटी लेकर निकली। अभी नए-नए रास्ते बन गए हैं। मुझे पता नहीं चल रहा था कि कहां से स्टेशन तक जाऊं। किसी तरह मैं वहां पहुंची। जिसके बाद पति को अस्पताल ले कर निकली। एएसपी के अपार्टमेंट में 1 घंटे तक जांच घटना की जांच-पड़ताल के लिए शनिवार को एएसपी के महुआ बाग स्थित एसएस इन्क्लेव अपार्टमेंट में जांच टीम पहुंची। टीम ने वहां करीब एक घंटे तक पड़ताल किया। सीसीटीवी की जांच की गई, हालांकि अभी तक पुलिस को कोई खास सबूत नहीं मिले हैं। इस दौरान मजिस्ट्रेट नव ज्योति कुमार, दानापुर की डीएसपी, रेल डीएसपी भास्कर रंजन, आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय शंकर पटेल, जीआरपी इंस्पेक्टर राजेश सिन्हा के अलावा अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। रेल पुलिस अलग-अलग थ्योरी पर काम कर रही है पहली थ्योरी: चश्मदीदों के मुताबिक ASP प्रेमचंद्र सिंह नशे में थे। उन्हें समझ नहीं आया। अपने अपार्टमेंट से निकलने के बाद मोबाइल से बातचीत करते 2 किलो मीटर दूर फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन पहुंचें और रेलवे ट्रैक पर गिर गए। घटना के बाद उन्हें परिजन की मदद से अस्पताल में एडमिट कराया गया। इलाज में आने वाले खर्च के रुपए के लिए दो दिन बाद मोबाइल छीनने की शिकायत दर्ज कराई, ताकि मेडिकल इंश्योरेंस के रुपए मिल जाएं। दूसरी थ्योरी: ASP रोज की तरह घर से निकले और बातचीत करते फुलवारी शरीफ स्टेशन पहुंच गए। वहां किसी अज्ञात ने उनका मोबाइल छीन लिया और रेलवे ट्रैक पर धक्का दे दिया। मुंह से शराब की बदबू आ रही थी चश्मदीद काजल कुमारी ने बताया था कि घायल ने मोबाइल फोन मांगा। 10 से अधिक बार किसी नंबर पर कॉल किया। उसके बाद उसके घर वालों ने कॉल रिसीव किया। रिसीव करने बाद उन्होंने कहा कि- उमा मैं गिर गया हूं, चोटिल हूं, जल्दी आओ। फिर उस महिला ने हम लोगों से देखते रहने के लिए कहा। उस महिला के आने से पहले हम लोगों ने खून पोंछा, अपने पास बैठाया। उस व्यक्ति के मुंह से शराब की बदबू आ रही थी और वह लडख़ड़ा रहे थे। इसके कुछ देर के बाद एक महिला स्कूटी से आई। उसने पास से एक ऑटो बुक किया और उसी ऑटो में बैठाकर अपने साथ ले गई। मोबाइल का लोकेशन एक ही जगह बताया दरअसल, घटना 20 सितंबर की है। घटना के दो दिन बाद 22 सितंबर को आवेदन दिया गया। 23 सितंबर को रेल थाना पटना में केस रजिस्टर्ड हुआ। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक झपटमारी के साक्ष्य नहीं मिले हैं। घटना के बाद जब सीडीआर की जांच की गई तो उनका मोबाइल फोन एक ही टावर लोकेशन में पाया गया। फिर कुछ घंटों के बाद बंद हो गया। इसके बाद दोबारा सुबह में खुला। फिलहाल पुलिस इसकी भी खोजबीन कर रही है।  

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