जबलपुर के घाना में स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल में पढ़ने वाले एक दर्जन से अधिक बच्चे मंगलवार की शाम को अचानक ही पढ़ाई के दौरान बीमार हो गए। बच्चों को उल्टियां होने लगी तो आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन बीमार बच्चों को लेकर रांझी सिविल अस्पातल पहुंचे, जहां उनकी हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया। बच्चे अचानक से ही बीमार हो गए हैं, यह जानकारी जब कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को लगी, तो उन्होंने सीएमएचओ को फौरन जिला अस्पताल भेजा और जांच के निर्देश दिए। दो बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है, जबकि अन्य छात्रों को जनरल वार्ड में रखा गया है। बच्चों का कहना है कि किसी शरारती छात्र ने वाटर कूलर में जहरीली वस्तु मिला दी है, जिसके चलते पानी पीते ही तबीयत बिगड़ने लगी। इधर खमरिया थाना पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। पेट में दर्द और उल्टियां होने लगी
घाना का सेंट फ्रांसिस स्कूल 10 वीं तक है। मंगलवार की दोपहर की शाम को छुट्टी का समय हो गया था, इसी बीच बच्चे वाटर कूलर का पानी पीने के बाद क्लास में आए। अचानक ही तबीयत बिगड़ी तो, टीचर ने उन्हें संभालते हुए परिजनों को सूचना देते हुए अस्पातल ले आए। परिजनों का कहना है कि पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वाटर कूलर के पास एक पैकेट भी पड़ा हुआ था, जिसमें डेंजर और डू नोट इट लिखा हुआ था। बताया जा रहा है कि किसी ने उस पैकेट में रखे बाॅल को पानी में डाल दिया था, जिसके चलते बच्चों की उस वाटर कूलर का पानी पीने से तबीयत बिगड़ गई। छात्र की मां निशा का कहना है कि उनका बच्चा 7वीं क्लास में पढ़ता है, जिसे कि भर्ती करवाया गया है। दो छात्राओं की हालत नाजुक
पानी पीने से बीमार हुए बच्चों को लगातार इलाज जारी है। दो छात्राएं तान्या और सगुन चौधरी की हालत नाजुक है, जिनका आईसीयू में इलाज चल रहा है। परिजनों का कहना है कि स्कूल के ही किसी बच्चे ने शरारत की है, जिसकी जांच होना चाहिए। छात्र की मां निशा का कहना है, कि अगर समय रहते अस्पताल नहीं लाते तो, कोई बड़ी घटना घटित हो सकती थी। डाॅक्टर ने सभी बच्चों को 24 घंटे निगरानी में रखा हुआ है। जिन दो छात्राओं की हालत ज्यादा खराब है, उन्होंने अधिक पानी पिया था। सीएमएचओ बोले-हालत स्थिर है
कलेक्टर के निर्देश पर बीमार छात्रों को देखने जिला अस्पताल पहुंचे सीएमएचओ डाॅ. संजय मिश्रा पहुंचे। उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में यह पता चला है, कि स्कूल के ही किसी बच्चे ने पाउडर जैसे कुछ पानी में डाल दे दिया है, हालांकि वह ज्यादा घातक नहीं है। संभवत: स्वाद के कारण बच्चों को उल्टियां हुई हैं। फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर है। जानकारी मिलते ही तहसीलदार के साथ खमरिया पुलिस अस्पातल में पहुंचकर बच्चों के बयान ले रही है। डाॅ संजय मिश्रा का कहना है, कि सभी बच्चे होश में है, पुलिस को वो अपने-अपने बयान भी दर्ज करवा रहे हैं। सीएमएचओ का कहना है, कि स्कूल के जिस वाटर कूलर का पानी पीने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी है, उस पेयजल का नमूने भी परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है।


