वाटर मेट्रो के लिए कोलकाता से आया पहला जहाज, जल्द चलेगा

वाटर मेट्रो के लिए कोलकाता से आया पहला जहाज, जल्द चलेगा

अब पटना में भी लोग मुंबई, गोवा और सिंगापुर की तरह वाटर मेट्रो का आनंद उठा सकेंगे। जल्द ही दीघा घाट से लेकर कंगन घाट तक करीब 21 किलोमीटर में जहाज का परिचालन शुरू होगा। इसको लेकर एक इलेक्ट्रिक जहाज गायघाट जेटी पर पहुंच गया है। एक अन्य जहाज अगले माह आएगा। परियोजना का उद्देश्य आधुनिक टर्मिनल और एकीकृत मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी का उपयोग करके परिवहन को बढ़ावा देना है। हाल ही में इसको लेकर आईडब्लूएआई और बिहार सरकार के साथ 908 करोड़ की योजना पर करार हुअर था। आईडब्लूएआई के निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि कोलकाता से चला पहला जहाज गायघाट पहुंचा है। अगले माह एक और जहाज आएगा। यह जहाज पूरी तरह से वातानुकूलित है। इसमें 50 चेयर की व्यवस्था है। साथ ही 25 लोग खड़े होकर भी जा सकते हैं। इस तरह इसमें 75 लोग सफर कर सकते हैं। फिलहाल यह दीघा से लेकर कंगन घाट तक चलेगा। गांधी घाट के पास चार्जिंग प्वाइंट है। जहाज के दोनों साइड शीशा लगा है। जहाज पर सफर करने वाले लोग पानी के जीव जंतु का भी आनंद ले सकते हैं। दैनिक यात्रियों के साथ पर्यटक भी गंगा में यात्रा का आनंद उठा सकेंगे। इस वाटर मेट्रो का परिचालन दीघा घाट, गांधी घाट, गायघाट से कंगन घाट से होगा। इसके लिए फ्लोटिंग जेटी बनेगी। दशहरा से पहले इसका परिचालन होने की उम्मीद है। इसका परिचालन होने से अशोक राजपथ पर जाम से भी निजात मिलेगी। अब पटना में भी लोग मुंबई, गोवा और सिंगापुर की तरह वाटर मेट्रो का आनंद उठा सकेंगे। जल्द ही दीघा घाट से लेकर कंगन घाट तक करीब 21 किलोमीटर में जहाज का परिचालन शुरू होगा। इसको लेकर एक इलेक्ट्रिक जहाज गायघाट जेटी पर पहुंच गया है। एक अन्य जहाज अगले माह आएगा। परियोजना का उद्देश्य आधुनिक टर्मिनल और एकीकृत मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी का उपयोग करके परिवहन को बढ़ावा देना है। हाल ही में इसको लेकर आईडब्लूएआई और बिहार सरकार के साथ 908 करोड़ की योजना पर करार हुअर था। आईडब्लूएआई के निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि कोलकाता से चला पहला जहाज गायघाट पहुंचा है। अगले माह एक और जहाज आएगा। यह जहाज पूरी तरह से वातानुकूलित है। इसमें 50 चेयर की व्यवस्था है। साथ ही 25 लोग खड़े होकर भी जा सकते हैं। इस तरह इसमें 75 लोग सफर कर सकते हैं। फिलहाल यह दीघा से लेकर कंगन घाट तक चलेगा। गांधी घाट के पास चार्जिंग प्वाइंट है। जहाज के दोनों साइड शीशा लगा है। जहाज पर सफर करने वाले लोग पानी के जीव जंतु का भी आनंद ले सकते हैं। दैनिक यात्रियों के साथ पर्यटक भी गंगा में यात्रा का आनंद उठा सकेंगे। इस वाटर मेट्रो का परिचालन दीघा घाट, गांधी घाट, गायघाट से कंगन घाट से होगा। इसके लिए फ्लोटिंग जेटी बनेगी। दशहरा से पहले इसका परिचालन होने की उम्मीद है। इसका परिचालन होने से अशोक राजपथ पर जाम से भी निजात मिलेगी।  

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