औरंगाबाद के हसपुरा थाना क्षेत्र के बाघा कोल से चार दिन पहले बरामद अज्ञात शव का शनिवार को सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद उसका सरकारी प्रावधान के तहत अंतिम संस्कार कराया जाएगा। हसपुरा थाना क्षेत्र में विभिन्न इलाकों के एक बुजुर्ग भीख मांगकर अपना जीवन चलाता करता था। कई सालों से वह उस इलाके के रहता था।चार दिन पहले बाघाकोल के पास वह मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। जब स्थानीय लोगों ने देखा तो हसपुरा थाना की पुलिस को सूचना दी। सूचना पर हसपुरा थाना की पुलिस पहुंची और शव को बरामद कर थाना ले गई। 72 घंटे तक शिनाख्त के लिए रखा शव शव को शिनाख्त के लिए 72 घंटे तक उसके शव को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया। पहचान के लिए आसपास के थाना में भी तस्वीर भेजा गया। पहचान के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया गया। लेकिन जब उसकी पहचान नहीं हुई, तो शनिवार को उसका पोस्टमार्टम कराया गया। हसपुरा थानाध्यक्ष ने बताया कि चार दिन पहले एक वृद्ध का शव बरामद हुआ था। वह भीख मांगकर अपना जीवन यापन करता था। उसकी मौत के बाद शिनाख्त के लिए शव पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था। विभिन्न स्रोतों से उसके परिजन को खोजने की कोशिश की गई, लेकिन उसके किसी भी परिजन से संपर्क नहीं हुआ। पोस्टमार्टम के उपरांत उसके शव का अंतिम संस्कार कराया जाएगा। स्थानीय लोग उसकी मौत को स्वाभाविक मौत मान रहे हैं। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। औरंगाबाद के हसपुरा थाना क्षेत्र के बाघा कोल से चार दिन पहले बरामद अज्ञात शव का शनिवार को सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद उसका सरकारी प्रावधान के तहत अंतिम संस्कार कराया जाएगा। हसपुरा थाना क्षेत्र में विभिन्न इलाकों के एक बुजुर्ग भीख मांगकर अपना जीवन चलाता करता था। कई सालों से वह उस इलाके के रहता था।चार दिन पहले बाघाकोल के पास वह मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। जब स्थानीय लोगों ने देखा तो हसपुरा थाना की पुलिस को सूचना दी। सूचना पर हसपुरा थाना की पुलिस पहुंची और शव को बरामद कर थाना ले गई। 72 घंटे तक शिनाख्त के लिए रखा शव शव को शिनाख्त के लिए 72 घंटे तक उसके शव को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया। पहचान के लिए आसपास के थाना में भी तस्वीर भेजा गया। पहचान के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लिया गया। लेकिन जब उसकी पहचान नहीं हुई, तो शनिवार को उसका पोस्टमार्टम कराया गया। हसपुरा थानाध्यक्ष ने बताया कि चार दिन पहले एक वृद्ध का शव बरामद हुआ था। वह भीख मांगकर अपना जीवन यापन करता था। उसकी मौत के बाद शिनाख्त के लिए शव पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था। विभिन्न स्रोतों से उसके परिजन को खोजने की कोशिश की गई, लेकिन उसके किसी भी परिजन से संपर्क नहीं हुआ। पोस्टमार्टम के उपरांत उसके शव का अंतिम संस्कार कराया जाएगा। स्थानीय लोग उसकी मौत को स्वाभाविक मौत मान रहे हैं। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।


