हमलावरों ने कहा- हिंदुओं को कुटी-कुटी काट देंगे:स्कूटी में टक्कर के बाद बढ़ा विवाद; दरभंगा में 11 लोगों पर लाठी-भाले, तलवार से हमला

हमलावरों ने कहा- हिंदुओं को कुटी-कुटी काट देंगे:स्कूटी में टक्कर के बाद बढ़ा विवाद; दरभंगा में 11 लोगों पर लाठी-भाले, तलवार से हमला

”मैं काम के बाद घर आ रहा था। किसका किससे झगड़ा था, मुझे तो पता नहीं था। बस मुझे देखा, नाम पूछा और करीब 40 से 50 लोग मेरी पिटाई करने लगे। मेरे सिर पर चोट आई है।” -जयकिशोर, घायल बस ड्राइवर ”दो लड़के थे, दोनों मेरे रिश्तेदार हैं। दोनों शाम को स्कूटी से मार्केट गए। जब लौटे तो दोनों जख्मी थे। मैंने पूछा कि क्या हुआ, कैसे हुआ, तो बताया कि हम लोग स्कूटी से जा रहे थे, एक लड़के ने पीछे से आकर बाइक से टक्कर मार दी। थोड़ी देर बाद मामला शांत हो गया। धर्म पूछकर मारपीट की बात गलत है। हम हिंदू-मुस्लिम मिलजुल कर रहते हैं।” -अंजुम, आरोपी पक्ष की महिला ये दोनों बयान दरभंगा में 6 मई को हुई मारपीट की घटना में शामिल दोनों पक्ष के लोगों के हैं। दरअसल, हिंदू पक्ष के घायल 11 लोगों, उनके परिजन और गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि 6 मई की शाम को करीब 7 बजे मुस्लिम पक्ष के करीब 40 से 50 लोगों ने धर्म पूछ-पूछकर हिंदुओं के साथ मारपीट की। घायलों में से अधिकतर दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एडमिट थे, जबकि आरोपी पक्ष के 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़ितों की ओर से 21 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई गई है। मामले की सच्चाई जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम बहेड़ा पोखर गांव पहुंची और घायल के साथ-साथ आरोपी पक्ष के लोगों से भी बातचीत की। साथ ही दरभंगा के एसएसपी से भी मामले की जानकारी ली। ग्राउंड रिपोर्ट में जानिए दोनों पक्ष के लोगों ने क्या कहा? सबसे पहले जानिए आरोपी पक्ष के लोगों ने क्या कहा? फरीद परवीन कहती हैं- हिंदू पक्ष के लोगों ने हमारे घर में घुसकर मारपीट की। मेरी बहन के कपड़े फाड़ दिए गए। मैं सामने नहीं गई, नहीं तो मेरा भी ऐसा ही हाल होता। हालांकि मेरे साथ धक्का-मुक्की की गई है। मेरे भाई अरबाज से भी मारपीट की गई है, जो डीएमसीएच में एडमिट है। बहन भी वहां एडमिट है। मेरे पिता और दो भाइयों को पुलिस गिरफ्तार करके ले गई है। ‘बाइक सवार ने 100 की स्पीड में मेरी स्कूटी को टक्कर मार दी’ नूर आलम के बेटे मोहम्मद नौशाद ने बताया, ‘मैं स्कूटी लेकर मार्केट गया था। मेरे साथ मेरा भाई भी था। एक बाइक सवार ने मेरी स्कूटी में 100 की स्पीड से आकर टक्कर मार दी। मैं 20 की स्पीड में था।’ ‘टक्कर के बाद लोगों ने हम दोनों पक्षों को उठाया और कहा कि अपना-अपना इलाज कराकर घर चले जाओ। इसके बाद बाइक सवार मेरी स्कूटी लेकर चले गए।’ वहीं, रोशन खातून ने बताया, ‘शंकर चौक पर बाइक और स्कूटी की टक्कर के बाद लोगों ने दोनों पक्षों को शांत करा दिया, मौके से हटा दिया। कुछ लोगों ने मेरे बेटे की जमकर पिटाई की। जब वो घर लौटकर आया, तो बताया कि छोटू नाम के लड़के ने उसकी पिटाई की है।’ ‘पुलिस जब आई तो जिन्होंने मेरे बेटे की पिटाई की थी, वे सभी पुलिस के सामने आराम से खड़े रहे और पुलिस मेरे पति और दो बेटे रियाज और सिराज को उठाकर ले गई है।’ अब जानिए, घायलों, परिजन और गांव के लोगों ने क्या कहा? गांव के रहने वाले सुबोध कुमार साह ने बताया कि हिंदू पक्ष के लोगों को धर्म पूछकर मारा गया, ये सही है। कुछ लोग शाम को मजदूरी करके लौट रहे थे, उनसे रोककर उनका धर्म पूछा गया और जब उन्होंने खुद को हिंदू बताया तो उनकी पिटाई की गई। मारपीट में 11 लोग घायल हैं, जिन्हें दरभंगा रेफर किया गया है। घटना में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। वहीं जाले के ही रहने वाले अंकित कुमार मिश्रा ने बताया, ‘प्रशासन का ध्यान सिर्फ इस मामले को दबाना है। कार्रवाई नहीं करना चाहती है। प्रशासन की टीम में एक अधिकारी हैं, उनका पद नहीं पता, लेकिन वे इस तरह के मामले में पीड़ित को इतना डरा-धमका देते हैं कि वो कुछ बोल ही नहीं पाता है।’ घायल बोला- दोनों तरफ मुसलमानों के घर थे, जमकर मुझे पीटने लगे घायल मंजीत कुमार यादव ने बताया, ‘बाइक टक्कर के बाद मामला खत्म हो गया था। हम बाजार से आ रहे थे। दोनों तरफ मुसलमानों के घर थे। उन्होंने मुझे रोका और मुझसे मेरा धर्म पूछा।’ ‘इसके बाद पिटाई करने लगे। जब मैंने कारण पूछा तो कहा कि तुम लोगों ने हमारे मोहल्ले के लड़कों के साथ मारपीट की है। उंगली और मेरे सिर में चोट आई है।’ वहीं, बबलू कुमार यादव ने कहा कि सबसे पहले एक मजदूर से मुसलमानों ने उसका धर्म पूछा, जब उसने बताया कि मैं हिंदू हूं, तो उसे घेरकर उसकी पिटाई की जाने लगी।’ ‘SDPO गांव में आकर घायलों को धमकाते हैं, पूछते हैं कि कहां चोट लगी है, तुम लोग सिर्फ झूठा आरोप लगाते हो।’ बबलू ने बताया- मारपीट करने वालों में कुछ लड़के पढ़ाई करने वाले हैं, जबकि अधिकतर लड़के और लोग नशा करने वाले हैं। वे सभी कुरैशी यानी कसाई परिवार से आते हैं। ‘मेरी बहन की शादी थी, कपड़ा लेने जा रहा था, मुझे पीटने लगे’ घायल अमित कुमार ने बताया, ‘7 मई को ही घर में मेरी बहन की शादी थी। हल्दी की रस्म निभाई जानी थी। मार्केट से कपड़ा लाने जा रहा था। मुझे देकर कहा कि ये हिंदू है और लाठी से मेरे सिर पर वार कर दिया।’ ‘मेरे सिर में चोट आई है। मैं बेहोशी की हालत में था। पहले जाले के रेफरल अस्पताल में इलाज कराया। फिर मुझे DMCH रेफर कर दिया गया था। मुझे तो पता ही नहीं था कि क्या मामला है, किससे किसका विवाद हुआ है।’ ‘हमलावरों की संख्या 40 से 50 थी। उनके हाथ में लोहे का रॉड, बांस, डंडा वगैरह था।’ ‘दुकानों, घरों में छिपे थे, नाम पूछकर हिंदुओं को मारा’ लक्ष्मण यादव ने बताया कि, ‘स्कूटी चला रहे लड़के की गलती है। उसने एक बाइक में टक्कर मार दी। दोनों रुक गए। इसके बाद बाइक सवारों ने कहा कि चलो तुम्हारी गलती है, बाइक ठीक करा दो और घर चले जाओ। इसके बाद स्कूटी सवार ने कहा कि पैसे नहीं है। फिर बाइक सवार लड़के ने कहा कि तुम स्कूटी छोड़ दो और अपने गार्जियन को बुलाकर ले आओ। थोड़ी देर बाद स्कूटी सवार अपने परिजन के साथ आया तो उसकी स्कूटी वापस कर दी गई। समय करीब 8 बज गया था। इसके बाद दोनों तरफ मुसलमानों का घर है, वहां मुसलमानों के लड़के दुकानों और घरों में छिप गए। फिर जो भी उधर से गुजरता था, उसे रोकते थे, नाम पूछते थे और अगर लड़का या पुरुष खुद को हिंदू बताता था, तो वे उसकी पिटाई करने लगते थे। कुल मिलाकर करीब 50 से 60 की संख्या में मुसलमानों घटना को अंजाम दिया। अब जानिए एसपी ने पूरे मामले को लेकर क्या कहा? दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने बताया कि घटना वाले दिन शाम को दो बाइक आपस में टकरा गई। इसी दौरान बाइक सवार दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई। मारपीट के दौरान कुछ लोग घायल हो गए। घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर भेज दिया गया है। जाले के सर्किल इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी से बात की है। सर्किल इंस्पेक्टर, डीएसपी और सिटी एसपी को जांच के लिए भेजा गया है। जांच पड़ताल जारी है। —————————- ये खबर भी पढ़ें ‘धर्म-जाति पूछते, हिंदू बताने पर हमला कर देते’:दरभंगा में 11 लोगों को लाठी-भाले, तलवार से किया जख्मी; 21 के खिलाफ FIR, 4 गिरफ्तार दरभंगा में धर्म पूछकर लोगों पर हमला करने का मामला सामने आया है। पीड़ितों का कहना है कि बदमाश सड़क के दोनों ओर खड़े थे। राहगीरों से धर्म और जाति पूछ रहे थे। हिंदू बताने पर हमला कर देते थे। मामला जाले थाना क्षेत्र का है। FIR में बताया गया कि वो मंगलवार शाम करीब 7 बजे बहेड़ा पोखर के पास से गुजर रहे थे। रास्ते में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग लाठी, भाला, तलवार, रॉड, पिस्टल और धारदार हथियार के साथ खड़े थे। रास्ते से गुजरने वाले हर व्यक्ति से उसका धर्म और जाति पूछ रहे थे। जो कोई अपना धर्म हिंदू बताता, उस पर जानलेवा हमला कर देते। पूरी खबर पढ़ें ”मैं काम के बाद घर आ रहा था। किसका किससे झगड़ा था, मुझे तो पता नहीं था। बस मुझे देखा, नाम पूछा और करीब 40 से 50 लोग मेरी पिटाई करने लगे। मेरे सिर पर चोट आई है।” -जयकिशोर, घायल बस ड्राइवर ”दो लड़के थे, दोनों मेरे रिश्तेदार हैं। दोनों शाम को स्कूटी से मार्केट गए। जब लौटे तो दोनों जख्मी थे। मैंने पूछा कि क्या हुआ, कैसे हुआ, तो बताया कि हम लोग स्कूटी से जा रहे थे, एक लड़के ने पीछे से आकर बाइक से टक्कर मार दी। थोड़ी देर बाद मामला शांत हो गया। धर्म पूछकर मारपीट की बात गलत है। हम हिंदू-मुस्लिम मिलजुल कर रहते हैं।” -अंजुम, आरोपी पक्ष की महिला ये दोनों बयान दरभंगा में 6 मई को हुई मारपीट की घटना में शामिल दोनों पक्ष के लोगों के हैं। दरअसल, हिंदू पक्ष के घायल 11 लोगों, उनके परिजन और गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि 6 मई की शाम को करीब 7 बजे मुस्लिम पक्ष के करीब 40 से 50 लोगों ने धर्म पूछ-पूछकर हिंदुओं के साथ मारपीट की। घायलों में से अधिकतर दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एडमिट थे, जबकि आरोपी पक्ष के 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़ितों की ओर से 21 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई गई है। मामले की सच्चाई जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम बहेड़ा पोखर गांव पहुंची और घायल के साथ-साथ आरोपी पक्ष के लोगों से भी बातचीत की। साथ ही दरभंगा के एसएसपी से भी मामले की जानकारी ली। ग्राउंड रिपोर्ट में जानिए दोनों पक्ष के लोगों ने क्या कहा? सबसे पहले जानिए आरोपी पक्ष के लोगों ने क्या कहा? फरीद परवीन कहती हैं- हिंदू पक्ष के लोगों ने हमारे घर में घुसकर मारपीट की। मेरी बहन के कपड़े फाड़ दिए गए। मैं सामने नहीं गई, नहीं तो मेरा भी ऐसा ही हाल होता। हालांकि मेरे साथ धक्का-मुक्की की गई है। मेरे भाई अरबाज से भी मारपीट की गई है, जो डीएमसीएच में एडमिट है। बहन भी वहां एडमिट है। मेरे पिता और दो भाइयों को पुलिस गिरफ्तार करके ले गई है। ‘बाइक सवार ने 100 की स्पीड में मेरी स्कूटी को टक्कर मार दी’ नूर आलम के बेटे मोहम्मद नौशाद ने बताया, ‘मैं स्कूटी लेकर मार्केट गया था। मेरे साथ मेरा भाई भी था। एक बाइक सवार ने मेरी स्कूटी में 100 की स्पीड से आकर टक्कर मार दी। मैं 20 की स्पीड में था।’ ‘टक्कर के बाद लोगों ने हम दोनों पक्षों को उठाया और कहा कि अपना-अपना इलाज कराकर घर चले जाओ। इसके बाद बाइक सवार मेरी स्कूटी लेकर चले गए।’ वहीं, रोशन खातून ने बताया, ‘शंकर चौक पर बाइक और स्कूटी की टक्कर के बाद लोगों ने दोनों पक्षों को शांत करा दिया, मौके से हटा दिया। कुछ लोगों ने मेरे बेटे की जमकर पिटाई की। जब वो घर लौटकर आया, तो बताया कि छोटू नाम के लड़के ने उसकी पिटाई की है।’ ‘पुलिस जब आई तो जिन्होंने मेरे बेटे की पिटाई की थी, वे सभी पुलिस के सामने आराम से खड़े रहे और पुलिस मेरे पति और दो बेटे रियाज और सिराज को उठाकर ले गई है।’ अब जानिए, घायलों, परिजन और गांव के लोगों ने क्या कहा? गांव के रहने वाले सुबोध कुमार साह ने बताया कि हिंदू पक्ष के लोगों को धर्म पूछकर मारा गया, ये सही है। कुछ लोग शाम को मजदूरी करके लौट रहे थे, उनसे रोककर उनका धर्म पूछा गया और जब उन्होंने खुद को हिंदू बताया तो उनकी पिटाई की गई। मारपीट में 11 लोग घायल हैं, जिन्हें दरभंगा रेफर किया गया है। घटना में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। वहीं जाले के ही रहने वाले अंकित कुमार मिश्रा ने बताया, ‘प्रशासन का ध्यान सिर्फ इस मामले को दबाना है। कार्रवाई नहीं करना चाहती है। प्रशासन की टीम में एक अधिकारी हैं, उनका पद नहीं पता, लेकिन वे इस तरह के मामले में पीड़ित को इतना डरा-धमका देते हैं कि वो कुछ बोल ही नहीं पाता है।’ घायल बोला- दोनों तरफ मुसलमानों के घर थे, जमकर मुझे पीटने लगे घायल मंजीत कुमार यादव ने बताया, ‘बाइक टक्कर के बाद मामला खत्म हो गया था। हम बाजार से आ रहे थे। दोनों तरफ मुसलमानों के घर थे। उन्होंने मुझे रोका और मुझसे मेरा धर्म पूछा।’ ‘इसके बाद पिटाई करने लगे। जब मैंने कारण पूछा तो कहा कि तुम लोगों ने हमारे मोहल्ले के लड़कों के साथ मारपीट की है। उंगली और मेरे सिर में चोट आई है।’ वहीं, बबलू कुमार यादव ने कहा कि सबसे पहले एक मजदूर से मुसलमानों ने उसका धर्म पूछा, जब उसने बताया कि मैं हिंदू हूं, तो उसे घेरकर उसकी पिटाई की जाने लगी।’ ‘SDPO गांव में आकर घायलों को धमकाते हैं, पूछते हैं कि कहां चोट लगी है, तुम लोग सिर्फ झूठा आरोप लगाते हो।’ बबलू ने बताया- मारपीट करने वालों में कुछ लड़के पढ़ाई करने वाले हैं, जबकि अधिकतर लड़के और लोग नशा करने वाले हैं। वे सभी कुरैशी यानी कसाई परिवार से आते हैं। ‘मेरी बहन की शादी थी, कपड़ा लेने जा रहा था, मुझे पीटने लगे’ घायल अमित कुमार ने बताया, ‘7 मई को ही घर में मेरी बहन की शादी थी। हल्दी की रस्म निभाई जानी थी। मार्केट से कपड़ा लाने जा रहा था। मुझे देकर कहा कि ये हिंदू है और लाठी से मेरे सिर पर वार कर दिया।’ ‘मेरे सिर में चोट आई है। मैं बेहोशी की हालत में था। पहले जाले के रेफरल अस्पताल में इलाज कराया। फिर मुझे DMCH रेफर कर दिया गया था। मुझे तो पता ही नहीं था कि क्या मामला है, किससे किसका विवाद हुआ है।’ ‘हमलावरों की संख्या 40 से 50 थी। उनके हाथ में लोहे का रॉड, बांस, डंडा वगैरह था।’ ‘दुकानों, घरों में छिपे थे, नाम पूछकर हिंदुओं को मारा’ लक्ष्मण यादव ने बताया कि, ‘स्कूटी चला रहे लड़के की गलती है। उसने एक बाइक में टक्कर मार दी। दोनों रुक गए। इसके बाद बाइक सवारों ने कहा कि चलो तुम्हारी गलती है, बाइक ठीक करा दो और घर चले जाओ। इसके बाद स्कूटी सवार ने कहा कि पैसे नहीं है। फिर बाइक सवार लड़के ने कहा कि तुम स्कूटी छोड़ दो और अपने गार्जियन को बुलाकर ले आओ। थोड़ी देर बाद स्कूटी सवार अपने परिजन के साथ आया तो उसकी स्कूटी वापस कर दी गई। समय करीब 8 बज गया था। इसके बाद दोनों तरफ मुसलमानों का घर है, वहां मुसलमानों के लड़के दुकानों और घरों में छिप गए। फिर जो भी उधर से गुजरता था, उसे रोकते थे, नाम पूछते थे और अगर लड़का या पुरुष खुद को हिंदू बताता था, तो वे उसकी पिटाई करने लगते थे। कुल मिलाकर करीब 50 से 60 की संख्या में मुसलमानों घटना को अंजाम दिया। अब जानिए एसपी ने पूरे मामले को लेकर क्या कहा? दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने बताया कि घटना वाले दिन शाम को दो बाइक आपस में टकरा गई। इसी दौरान बाइक सवार दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई। मारपीट के दौरान कुछ लोग घायल हो गए। घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर भेज दिया गया है। जाले के सर्किल इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी से बात की है। सर्किल इंस्पेक्टर, डीएसपी और सिटी एसपी को जांच के लिए भेजा गया है। जांच पड़ताल जारी है। —————————- ये खबर भी पढ़ें ‘धर्म-जाति पूछते, हिंदू बताने पर हमला कर देते’:दरभंगा में 11 लोगों को लाठी-भाले, तलवार से किया जख्मी; 21 के खिलाफ FIR, 4 गिरफ्तार दरभंगा में धर्म पूछकर लोगों पर हमला करने का मामला सामने आया है। पीड़ितों का कहना है कि बदमाश सड़क के दोनों ओर खड़े थे। राहगीरों से धर्म और जाति पूछ रहे थे। हिंदू बताने पर हमला कर देते थे। मामला जाले थाना क्षेत्र का है। FIR में बताया गया कि वो मंगलवार शाम करीब 7 बजे बहेड़ा पोखर के पास से गुजर रहे थे। रास्ते में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग लाठी, भाला, तलवार, रॉड, पिस्टल और धारदार हथियार के साथ खड़े थे। रास्ते से गुजरने वाले हर व्यक्ति से उसका धर्म और जाति पूछ रहे थे। जो कोई अपना धर्म हिंदू बताता, उस पर जानलेवा हमला कर देते। पूरी खबर पढ़ें  

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