औरंगाबाद के ढोसिला पंचायत के धरहरा गांव में गुरुवार रात 20 वर्षीय नवविवाहिता प्रतिमा कुमारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका की मां मंजू देवी ने अपनी बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए रफीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी बेटी की सास मालती देवी और ननद को नामजद आरोपी बनाया है। गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र निवासी मंजू देवी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी प्रतिमा कुमारी का विवाह 7 अक्टूबर को रफीगंज मंदिर में धरहारा गांव के संजय पासवान के पुत्र राहुल कुमार के साथ हिंदू रीति-रिवाज से हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल की सौतेली मां मालती देवी अक्सर प्रतिमा के साथ मारपीट करती और ताना मारती थी। मंजू देवी के अनुसार, शादी के बाद से ही सास मालती देवी मारपीट और विवाद कर रही थी, और कहती थी कि वह अपने बेटे की दूसरी शादी करवाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि 4 दिसंबर को सास मालती देवी और ननद ने मिलकर षड्यंत्र के तहत प्रतिमा को खाने में जहर मिलाकर खिला दिया। इसके बाद उसे काफी देर तक घर में रखा गया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। जब प्रतिमा को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, तो किसी भी चिकित्सक ने उसका इलाज नहीं किया क्योंकि तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। इस संबंध में प्रशिक्षु डीएसपी सह थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है। औरंगाबाद के ढोसिला पंचायत के धरहरा गांव में गुरुवार रात 20 वर्षीय नवविवाहिता प्रतिमा कुमारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका की मां मंजू देवी ने अपनी बेटी की हत्या का आरोप लगाते हुए रफीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी बेटी की सास मालती देवी और ननद को नामजद आरोपी बनाया है। गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र निवासी मंजू देवी ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी प्रतिमा कुमारी का विवाह 7 अक्टूबर को रफीगंज मंदिर में धरहारा गांव के संजय पासवान के पुत्र राहुल कुमार के साथ हिंदू रीति-रिवाज से हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल की सौतेली मां मालती देवी अक्सर प्रतिमा के साथ मारपीट करती और ताना मारती थी। मंजू देवी के अनुसार, शादी के बाद से ही सास मालती देवी मारपीट और विवाद कर रही थी, और कहती थी कि वह अपने बेटे की दूसरी शादी करवाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि 4 दिसंबर को सास मालती देवी और ननद ने मिलकर षड्यंत्र के तहत प्रतिमा को खाने में जहर मिलाकर खिला दिया। इसके बाद उसे काफी देर तक घर में रखा गया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। जब प्रतिमा को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, तो किसी भी चिकित्सक ने उसका इलाज नहीं किया क्योंकि तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। इस संबंध में प्रशिक्षु डीएसपी सह थाना प्रभारी अभिषेक कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।


