मैनपुरी के कुर्रा थाना क्षेत्र में एक शिक्षामित्र महिला की कथित तौर पर झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बुखार के इलाज के दौरान गलत इंजेक्शन लगाने से महिला की हालत बिगड़ी और उनकी जान चली गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक महिला की पहचान ग्राम बजर तलिया निवासी निलेश कुमारी के रूप में हुई है, जो नगला तेज प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत थीं। परिजनों के अनुसार, निलेश कुमारी को तेज बुखार था, जिसके उपचार के लिए उन्हें कुर्रा बाजार स्थित डॉ. अमित के पास ले जाया गया था। निलेश कुमारी के बेटे राहुल ने बताया कि उनकी मां को शुक्रवार से बुखार था। दो दिन बाद उन्हें डॉ. अमित के पास ले जाया गया। राहुल का आरोप है कि उन्होंने डॉक्टर को इंजेक्शन न लगाने के लिए मना किया था, लेकिन डॉक्टर ने जबरन इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगने के तुरंत बाद निलेश कुमारी बेहोश हो गईं और उनकी सांसें रुकने लगीं। परिजनों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद गांव में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।


