बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। बुधवार को पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में ईवीएम (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) मशीनों का द्वितीय रैंडमाइजेशन निर्वाची पदाधिकारियों की देखरेख में संपन्न हुआ।यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी माहौल में की गई, जिसमें निर्वाचन प्रेक्षक, प्रत्याशी और उनके अधिकृत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम से हुआ रैंडमाइजेशन जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि यह रैंडमाइजेशन भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार EVM Management System (EMS) पोर्टल के माध्यम से किया गया।इस तकनीकी प्रक्रिया का उद्देश्य है- प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों को निष्पक्ष और यादृच्छिक तरीके से ईवीएम व वीवीपैट मशीनें आवंटित करना। रैंडमाइजेशन पूर्ण होने के बाद विधानसभावार मतदान केंद्रों की मशीन सूची तैयार की गई और प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई गई। नौ विधानसभा सीटों के लिए हुआ आवंटन पश्चिम चंपारण जिले की नौ सीटों- वाल्मीकिनगर, रामनगर (SC), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, नौतन, चनपटिया, बेतिया और सिकटा — के लिए अलग-अलग रैंडमाइजेशन किया गया।प्रथम चरण में चयनित मशीनों को अब विधानसभावार मतदान केंद्रों पर यादृच्छिक रूप से आवंटित किया गया है, जबकि बची हुई मशीनों को ‘रिजर्व’ के रूप में सुरक्षित रखा गया है ताकि मतदान के दिन किसी तकनीकी खराबी की स्थिति में उनका उपयोग किया जा सके। सुरक्षा और तकनीकी जांच पूरी निर्वाचन पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सभी मशीनों की सुरक्षा जांच और तकनीकी परीक्षण पहले ही पूरा कर लिया गया है।अब ये मशीनें मतदान दिवस से पूर्व मतदान केंद्रों पर भेजी जाएंगी।उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मैनुअल” के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की गई है। पारदर्शिता और विश्वास का संदेश आयोग की ओर से बताया गया कि ईवीएम और वीवीपैट से जुड़ी सभी जानकारी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट https://www.eci.gov.in/evmvvpatपर उपलब्ध है।इस प्रक्रिया से चुनावी तैयारी में पारदर्शिता और मतदाताओं के विश्वास को और सुदृढ़ करने का संदेश दिया गया है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। बुधवार को पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में ईवीएम (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) मशीनों का द्वितीय रैंडमाइजेशन निर्वाची पदाधिकारियों की देखरेख में संपन्न हुआ।यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी माहौल में की गई, जिसमें निर्वाचन प्रेक्षक, प्रत्याशी और उनके अधिकृत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। ईवीएम मैनेजमेंट सिस्टम से हुआ रैंडमाइजेशन जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि यह रैंडमाइजेशन भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार EVM Management System (EMS) पोर्टल के माध्यम से किया गया।इस तकनीकी प्रक्रिया का उद्देश्य है- प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों को निष्पक्ष और यादृच्छिक तरीके से ईवीएम व वीवीपैट मशीनें आवंटित करना। रैंडमाइजेशन पूर्ण होने के बाद विधानसभावार मतदान केंद्रों की मशीन सूची तैयार की गई और प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई गई। नौ विधानसभा सीटों के लिए हुआ आवंटन पश्चिम चंपारण जिले की नौ सीटों- वाल्मीकिनगर, रामनगर (SC), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, नौतन, चनपटिया, बेतिया और सिकटा — के लिए अलग-अलग रैंडमाइजेशन किया गया।प्रथम चरण में चयनित मशीनों को अब विधानसभावार मतदान केंद्रों पर यादृच्छिक रूप से आवंटित किया गया है, जबकि बची हुई मशीनों को ‘रिजर्व’ के रूप में सुरक्षित रखा गया है ताकि मतदान के दिन किसी तकनीकी खराबी की स्थिति में उनका उपयोग किया जा सके। सुरक्षा और तकनीकी जांच पूरी निर्वाचन पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि सभी मशीनों की सुरक्षा जांच और तकनीकी परीक्षण पहले ही पूरा कर लिया गया है।अब ये मशीनें मतदान दिवस से पूर्व मतदान केंद्रों पर भेजी जाएंगी।उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी “इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मैनुअल” के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की गई है। पारदर्शिता और विश्वास का संदेश आयोग की ओर से बताया गया कि ईवीएम और वीवीपैट से जुड़ी सभी जानकारी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट https://www.eci.gov.in/evmvvpatपर उपलब्ध है।इस प्रक्रिया से चुनावी तैयारी में पारदर्शिता और मतदाताओं के विश्वास को और सुदृढ़ करने का संदेश दिया गया है।


