शिवहर के सरोजा सीताराम अस्पताल में सालों से बंद लिफ्ट:मरीज हो रहे परेशान, भूमिदाता बोले- “जनता को नहीं मिल रहा मेरी ज़मीन दान का लाभ”

शिवहर के सरोजा सीताराम अस्पताल में सालों से बंद लिफ्ट:मरीज हो रहे परेशान, भूमिदाता बोले- “जनता को नहीं मिल रहा मेरी ज़मीन दान का लाभ”

शिवहर के सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में सालों से बंद पड़ी लिफ्ट अब आमजन की परेशानी का सबब बन चुकी है। अस्पताल को ज़मीन दान देने वाले भूमिदाता बसंत कुमार सिंह ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि करोड़ों की ज़मीन इस उम्मीद में दी थी कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन यहां तो बुनियादी सुविधा तक नहीं मिल पा रही। मरीजों की सुविधा के लिए लगाया लिफ्ट बंद बसंत कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में लिफ्ट वर्षों से बंद है। सरकार ने इसे बुजुर्गों और प्रसव पीड़ित महिलाओं की सुविधा के लिए लगवाया था, लेकिन अब यह शो-पीस बनकर रह गई है। प्रसव वार्ड पहली मंजिल पर है और इमरजेंसी वार्ड तीसरी मंजिल पर। ऐसे में गंभीर मरीजों को सीढ़ियों से चढ़ाया-उताराया जा रहा है। कई बार तो लोग सुविधाएं न मिलने के कारण वापस लौट जाते हैं। – बसंत कुमार सिंह, भूमिदाता कई बार उठाई आवाज, लेकिन कोई सुनवाई नहीं बसंत कुमार सिंह का कहना है कि उन्होंने कई बार इस मुद्दे को उठाया, सिविल सर्जन से गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। “जनता उम्मीद लेकर आती है और निराश होकर लौट जाती है,” उन्होंने कहा। प्रशासन ने दिया आश्वासन इस पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ. दीपक कुमार ने कहा कि लिफ्ट कोलकाता की एक कंपनी ने लगाई थी। उसे 5 साल तक इसका मेंटेनेंस करना था, लेकिन कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। अब रोगी कल्याण समिति के फंड से लिफ्ट की मरम्मत कराने की योजना बनाई जा रही है। सिविल सर्जन ने कहा कि “हमारा प्रयास है कि 10 से 15 दिनों के भीतर लिफ्ट को फिर से चालू कर दिया जाए।” शिवहर के सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में सालों से बंद पड़ी लिफ्ट अब आमजन की परेशानी का सबब बन चुकी है। अस्पताल को ज़मीन दान देने वाले भूमिदाता बसंत कुमार सिंह ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि करोड़ों की ज़मीन इस उम्मीद में दी थी कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन यहां तो बुनियादी सुविधा तक नहीं मिल पा रही। मरीजों की सुविधा के लिए लगाया लिफ्ट बंद बसंत कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में लिफ्ट वर्षों से बंद है। सरकार ने इसे बुजुर्गों और प्रसव पीड़ित महिलाओं की सुविधा के लिए लगवाया था, लेकिन अब यह शो-पीस बनकर रह गई है। प्रसव वार्ड पहली मंजिल पर है और इमरजेंसी वार्ड तीसरी मंजिल पर। ऐसे में गंभीर मरीजों को सीढ़ियों से चढ़ाया-उताराया जा रहा है। कई बार तो लोग सुविधाएं न मिलने के कारण वापस लौट जाते हैं। – बसंत कुमार सिंह, भूमिदाता कई बार उठाई आवाज, लेकिन कोई सुनवाई नहीं बसंत कुमार सिंह का कहना है कि उन्होंने कई बार इस मुद्दे को उठाया, सिविल सर्जन से गुहार लगाई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। “जनता उम्मीद लेकर आती है और निराश होकर लौट जाती है,” उन्होंने कहा। प्रशासन ने दिया आश्वासन इस पूरे मामले पर सिविल सर्जन डॉ. दीपक कुमार ने कहा कि लिफ्ट कोलकाता की एक कंपनी ने लगाई थी। उसे 5 साल तक इसका मेंटेनेंस करना था, लेकिन कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। अब रोगी कल्याण समिति के फंड से लिफ्ट की मरम्मत कराने की योजना बनाई जा रही है। सिविल सर्जन ने कहा कि “हमारा प्रयास है कि 10 से 15 दिनों के भीतर लिफ्ट को फिर से चालू कर दिया जाए।”  

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