केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने देशभर में दवा की गुणवत्ता पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, कुल 112 दवाओं के सैंपल गुणवत्ता परीक्षण में फेल हुए हैं, जिनमें पंजाब में निर्मित 11 दवाएं भी शामिल हैं। सबसे अधिक 49 दवाएं हिमाचल प्रदेश, 16 गुजरात, 12 उत्तराखंड, 11 पंजाब और 6 मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से संबंधित हैं। सबसे चौकाने वाली बात यह रही कि इनमें तीन कफ सीरप भी फेल पाए गए, जिनमें से एक नकली है। इन दवाओं का उपयोग दिल, कैंसर, मधुमेह, हाई बीपी, दमा, संक्रमण, दर्द, सूजन, एनीमिया और मिर्गी जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जाता है। कुछ दिन पहले ही पंजाब सरकार ने 8 दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। इनमें कोल्ड्रिफ कफ सिरप भी शामिल था। अब सीडीएससीओ की रिपोर्ट के बाद इन दवाओं से संबंधित बैच को भी बाजार से हटाने की प्रक्रिया तेज की गई है। साथ ही सभी मेडिकल स्टोर, डॉक्टरों और अस्पतालों को आदेश दिया है कि वे इन दवाओं का स्टॉक तुरंत जमा कराएं और मरीजों को सुरक्षित विकल्प उपलब्ध कराएं। देश भर की 52 लैब्स में हुई दवाओं की जांच
सितंबर 2025 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर की केंद्रीय और राज्य स्तरीय लैब्स में 52 दवाएं केंद्र और 60 दवाएं राज्यों के स्तर पर मानकों पर खरी नहीं उतरीं। सबसे अधिक 49 दवाएं हिमाचल प्रदेश, 16 गुजरात, 12 उत्तराखंड, 11 पंजाब, 6 मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से संबंधित हैं। पंजाब में निर्मित जिन 11 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनकी सैंपलिंग के बाद संबंधित फार्मा कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया गया है। इन दवाओं से संबंधित बैच भी बाजार से हटाने की प्रक्रिया तेज की गई है। कोल्ड्रिफ को लेकर पंजाब सरकार पहले ही उठा चुकी कदम
पंजाब सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिर्फ राज्य में बनी दवाओं पर ही नहीं, बल्कि हाल ही में चर्चा में रही कफ सिरप कोल्ड्रिफ को भी तुरंत प्रतिबंधित कर दिया था, जिससे मध्यप्रदेश, राजस्थान में बच्चों की मौत की घटनाएं हुई थीं। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों में इसके इस्तेमाल, बिक्री और खरीद पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने सभी मेडिकल स्टोर, डॉक्टरों और अस्पतालों को आदेश दिया है कि इस सिरप का स्टॉक तुरंत जमा कराएं।। 11 दवाएं जो फेल हुई, जानें उनके फेल होने के कारण 12 दिन पहले 8 दवाओं के इस्तेमाल पर लगाई थी रोक पंजाब सरकार ने कोल्ड्रिफ कफ सिरप के बैन के बाद करीब 12 दिन पहले 8 दवाओं के इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। इन दवाओं का निर्माण प्रदेश में तीन फार्मा कंपनियां कर रही हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय की तरफ से यह आदेश जारी किए गए हैं। इन दवाओं की एक बैच संख्या भी जारी की गई, जो अब प्रयोग नहीं लाई जाएंगी। पंजाब सरकार ने मरीजों को दवाएं देने के बाद एडवर्स रिएक्शन सामने आने की शिकायतों के बाद यह फैसला लिया था। इन दवाओं में न्यूमोनिया और गले, नाक, त्वचा संक्रमण में यूज होने वाली दवाएं भी शामिल है। इनके अलावा दर्द निवारक इंजेक्शन को भी प्रतिबंधित किया गया है। ————————- ये खबर भी पढ़ें पंजाब में कोल्ड्रिफ कफ सिरप बैन:MP में 17 बच्चों की मौत के बाद AAP सरकार का फैसला; कहा- इसमें डायथिलीन ग्लाइकॉल की मिलावट
पंजाब सरकार ने भी कोल्ड्रिफ कफ सिरप की ब्रिकी और इसके उपयोग पर रोक लगा दी है। मध्य प्रदेश में इस सिरप के इस्तेमाल से 17 बच्चों की मौत हुई। इसके बाद पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार ने यह फैसला लिया है। इस संबंधी सेहत विभाग की तरफ से आदेश जारी कर दिए गए हैं। (पूरी खबर पढ़ें)
पंजाब की 11 दवाओं के सैंपल फेल:3 कफ सिरप भी शामिल, CDSCO की रिपोर्ट में घटिया बताया; फार्मा कंपनियां जांच के घेरे में


