पटना | राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी और 2024 लोकसभा चुनाव में सारण से पार्टी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने कहा कि मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, न ही मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है। मेरे लिए मेरा आत्मसम्मान सर्वोपरि है। मैंने एक बेटी और बहन के तौर पर अपना कर्तव्य एवं धर्म निभाया है। आगे भी निभाती रहूंगी। पापा लालू को किडनी डोनेट करते समय का फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा है- जो जान हथेली पर रखते हुए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने का जज्बा रखते हैं, बेखौफी-बेबाकी-खुद्दारी तो उनके लहू में बहती है। रोहिणी ने एक दिन पहले ही बिहार अधिकार यात्रा में उनकी बस में अगली सीट पर सांसद और तेजस्वी के सहयोगी संजय यादव के बैठने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। कहा था, लालू या तेजस्वी की जगह पर कोई और बैठे, ये हमें कतई मंजूर नहीं। हालांकि, 12 घंटे बाद रोहिणी ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की और फ्रंट सीट पर बैठे दो और नेताओं की तस्वीरें जारी की। कहा- आखिरी पायदान पर खड़े वर्ग-समूह को आगे लाना ही लालू जी का मूल मकसद रहा है। पटना | राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी और 2024 लोकसभा चुनाव में सारण से पार्टी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने कहा कि मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, न ही मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है। मेरे लिए मेरा आत्मसम्मान सर्वोपरि है। मैंने एक बेटी और बहन के तौर पर अपना कर्तव्य एवं धर्म निभाया है। आगे भी निभाती रहूंगी। पापा लालू को किडनी डोनेट करते समय का फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा है- जो जान हथेली पर रखते हुए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने का जज्बा रखते हैं, बेखौफी-बेबाकी-खुद्दारी तो उनके लहू में बहती है। रोहिणी ने एक दिन पहले ही बिहार अधिकार यात्रा में उनकी बस में अगली सीट पर सांसद और तेजस्वी के सहयोगी संजय यादव के बैठने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। कहा था, लालू या तेजस्वी की जगह पर कोई और बैठे, ये हमें कतई मंजूर नहीं। हालांकि, 12 घंटे बाद रोहिणी ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की और फ्रंट सीट पर बैठे दो और नेताओं की तस्वीरें जारी की। कहा- आखिरी पायदान पर खड़े वर्ग-समूह को आगे लाना ही लालू जी का मूल मकसद रहा है।


