NEET UG के 75 स्‍टूडेंट्स का रिजल्‍ट रोका जाएगा:बाकी कैंडिडेट्स का रिजल्‍ट 14 जून तक; मामले की आखिरी सुनवाई 26 जून के बाद

NEET UG के 75 स्‍टूडेंट्स का रिजल्‍ट रोका जाएगा:बाकी कैंडिडेट्स का रिजल्‍ट 14 जून तक; मामले की आखिरी सुनवाई 26 जून के बाद

NEET UG एग्‍जाम को लेकर इंदौर हाईकोर्ट में दायर लगभग 94 याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई हुई। इंदौर के सेंटर्स पर परीक्षा देने वाले 75 कैंडिडेट्स ने शिकायत की थी कि 4 मई को आंधी-तूफान और बिजली चली जाने की वजह से उनका पेपर बिगड़ गया। कोर्ट ने कहा है कि NTA इन 75 कैंडिडेट्स को छोड़कर बाकी सभी का रिजल्‍ट जारी कर सकता है। कोर्ट ने मौखिक रूप से कहा है कि केवल याचिकाकर्ता 75 छात्रों का ही रिजल्‍ट रोका जाए, बाकी सभी का रिजल्‍ट तय शेड्यूल के अनुसार जारी किया जा सकता है। NTA 14 जून तक एग्‍जाम रिजल्‍ट जारी कर सकता है। 26 जून के बाद अंतिम सुनवाई कोर्ट ने कहा कि इस मामले की अंतिम सुनवाई 26 जून के बाद की जाएगी, और उसमें लिया गया फैसला पूरे रिजल्‍ट पर लागू होगा। यानी रोके गए 75 स्‍टूडेंट्स का रिजल्‍ट जारी होने पर मेरिट लिस्‍ट में बदलाव भी हो सकता है। क्या है पूरा मामला दरअसल, एग्जाम के दिन इंदौर के कई सेंटरों पर बिजली चली गई जिसकी वजह से कई कैंडिडेट्स सवाल पढ़ भी नहीं पाए थे। इस मामले में 17 कैंडिडेट्स ने MP हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका दायर की थी जिसे बाद में एक याचिका में क्लब कर दिया गया था। बैकअप का इंतजाम नहीं, तो मोमबत्ती जलाई याचिका दायर करने वाले कैंडिडेट्स ने बताया कि उनका एग्जाम सेंटर PM श्री केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 था, जहां 4 मई को वो दोपहर 2 से शाम के 5 बजे की शिफ्ट में एग्जाम देने पहुंचे थे। इस बीच तेज बारिश और आंधी के चलते करीब 3:30 बजे बिजली चली गई। सेंटर पर कोई बैकअप नहीं था और कमरे में अंधेरा हो गया। कैंडिडेट्स को इस स्थिति में ही एग्जाम देना पड़ा। करीब 4:30 बजे सेंटर पर मोमबत्तियां जलाई गईं। याचिका में मांग की है कि या तो प्रभावित कैंडिडेट्स का री-एग्जाम हो या उनके फेयर इवैल्यूएशन के लिए कोर्ट कोई दूसरी रेमेडी सुझाए। 27 हजार स्टूडेंट्स पर असर इंदौर में NEET UG 2025 के 9 सेंटर्स पर 27 हजार स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया था जो अब भविष्य को लेकर असमंजस में हैं। 4 मई को एग्जाम सेंटर से कई स्टूडेंट्स हताश और रोते हुए निकले। एक छात्र प्रभु पांडा ने बताया, ‘पिछले साल मुझे MBBS मिल रहा था लेकिन मैंने सोचा एक साल और तैयारी करता हूं ताकि एम्स मिल जाए। मेरा तो फ्यूचर बर्बाद हो गया।’ छात्रा समृद्धि अग्रवाल के पिता ने बताया कि एग्जाम सेंटर का हाल देखकर सभी पेरेंटस चौंक गए। परीक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। पहली बार सरकारी स्कूलों को सेंटर बनाया NTA के लिए यह पहला मौका था जब सरकारी स्कूलों को NEET UG का एग्जाम सेंटर बनाया गया था जहां पावर बैकअप का कोई इंतजाम नहीं था। दरअसल, पिछले साल यानी 2024 में NEET UG एग्जाम को लेकर हुए विवाद के बाद इस साल सरकारी स्कूलों को सेंटर बनाया गया था। इससे पहले प्राइवेट स्कूलों और कंप्यूटर लैब्स को एग्जाम सेंटर बनाया जाता था। ————– ये खबरें भी पढ़ें… चिनाब ब्रिज डिजाइन और निर्माण करने वाली डॉ माधवी लता: IISc बेंगलुरु की प्रोफेसर हैं, बेस्‍ट फीमेल रीसर्चर अवॉर्ड जीता; जानें पूरी प्रोफाइल 6 जून को पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया। नदी तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर बने इस 1,315 मीटर लंबे पुल के डिजाइन से लेकर निर्माण तक में माधवी लता का बड़ा योगदान रहा है।​​​​​​​ पूरी खबर पढ़ें…​​​​​​​

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