Real Estate News: कोविड के बाद से भारत के प्रॉपर्टी मार्केट में शानदार ग्रोथ देखने को मिली है। छोटे शहरों से लेकर मेट्रो सिटीज तक प्लाट, फ्लैट और घरों की कीमतों में 2 से 3 गुना तक इजाफा हुआ है। अब प्रॉपर्टी की रेट्स इतनी बढ़ गई हैं कि आम आदमी के लिए खरीदना मुश्किल हो गया है। जिन्हें जरूरत है, वे होम लोन लेते हैं और 20-30 साल तक होम लोन की भारी-भरकम किस्तें चुकाने के बोझ तले दब जाते हैं। रियल एस्टेट इंडस्ट्री के जानकारों के अनुसार, बड़ी संख्या में लोग भावनाओं में बहकर खराब प्रोजेक्ट्स में घर ले लेते हैं। बिना प्लानिंग के की गई खरीदारी से प्रॉपर्टी खरीदार बाद में पछताते हैं।
क्या गलती करते हैं लोग?
लोग अक्सर कैसे प्रॉपर्टी खरीदते हैं? देखने में आता है कि लोग 2-3 रियल एस्टेट ब्रोकर से बात करते हैं। वे जो प्रॉपर्टी दिखाते हैं, उन्हें देखते हैं। फिर उन ब्रोकर्स से मोलभाव करते हैं और जहां सबसे सस्ता सौदा दिखता है, वह डील कर लेते हैं। यहां तक कि लोग प्रॉपर्टी के पूरे कागजात भी नहीं देखते। बेसिक होम लोन के सीईओ और को-फाउंडर अतुल मोंगा के अनुसार, यह सही तरीका नहीं है। सिर्फ डिस्काउंट के चक्कर में आकर प्रॉपर्टी नहीं खरीदना चाहिए। प्रॉपर्टी खरीदने में अपनी रिसर्च बहुत जरूरी है। यह आंकलन करना बहुत जरूरी है कि 2, 3 या 5 साल बाद उस एरिया में कितना डेवलपमेंट होगा। जितना अधिक डेवलपमेंट होगा, उतने अधिक आपकी प्रॉपर्टी के दाम बढ़ेंगे। उस एरिया में रेंटल इनकम की संभावना का भी पता करना चाहिए।
लोग कैसे कमाते हैं प्रॉपर्टी में मुनाफा?
आपने कई ऐसे अमीर लोगों को देखा होगा, जो प्रॉपर्टी मार्केट से अच्छा-खासा मुनाफा कमा रहे हैं। हम उनकी स्ट्रैटजी समझकर फॉलो कर सकते हैं। ये लोग प्री-लॉन्च में प्रॉपर्टी खरीदते हैं और बिल्डर से खूब मोलभाव करते हैं। जैसे-जैसे बिल्डिंग तैयार होती है, कीमतें बढ़ती जाती हैं। इस तरह ये लोग 3 से 5 साल में ही 2.5 से 4 गुना तक प्रॉफिट कमा लेते हैं। इस तरह आपको ग्राहक की तरह नहीं, बल्कि निवेशक की तरह सोचकर प्रॉपर्टी खरीदनी चाहिए।
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इस फॉर्मूले से बनेगी बात
मोंगा के अनुसार, प्रॉपर्टी खरीदते समय आप ‘सही प्रोडक्ट + सही टाइमिंग + सही जगह + सही सेलर + सही बिक्री’ फॉर्मूले का यूज कर सकते हैं। यानी सबसे पहले आपको सही प्रोडक्ट चुनना है। कुछ लोग बिल्डर के बनाए इंडिविजुअल घर ले लेते हैं और फिर कुछ समय बाद ही उनमें काफी मैंटेनेंस की जरूरत पड़ जाती है। इसलिए तय करें कि आपको प्लाट खरीदना है, फ्लैट खरीदना है या पुराना घर खरीदना है। इसके बाद आपकी टाइमिंग सही होनी चाहिए। यानी मौके को भुनाना चाहिए। इसके बाद आपको उस जगह की तलाश करनी है, जो आपके बजट में हो और वहां 1,2,3 या 5 साल में डेवलपमेंट की काफी संभावना हो। इसके बाद आप किसी अच्छी सोसाइटी, नामी बिल्डर/डिवलेपर से घर खरीदने की कोशिश करें, जिससे बाद में प्रॉब्लम न हो। अब अगर आपने निवेश के उद्देश्य से प्रॉपर्टी खरीदी है, तो बिक्री के सही समय का इंतजार करें। यह फॉर्मूला आपको अच्छा-खासा रिटर्न दे सकता है।
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