रतन टाटा की सौतेली मां सिमोन टाटा का निधन:स्विट्जरलैंड में जन्मीं, 1953 में भारत घूमने आईं, नवल टाटा से शादी की; लेक्मे को ब्रांड बनाया

रतन टाटा की सौतेली मां सिमोन टाटा का निधन:स्विट्जरलैंड में जन्मीं, 1953 में भारत घूमने आईं, नवल टाटा से शादी की; लेक्मे को ब्रांड बनाया

रतन टाटा की सौतेली मां और नोएल टाटा की मां सिमोन दुनोयर टाटा का निधन हो गया है। 95 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। स्विट्जरलैंड में जन्मीं सिमोन ने भारत आकर न सिर्फ टाटा परिवार में जगह बनाई, बल्कि कॉस्मेटिक ब्रांड लेक्मे को ग्लोबल बनाया। सिमोन टाटा का जन्म स्विट्जरलैंड के जेनेवा में हुआ था। इनका पूरा नाम सिमोन नेवल दुनोयर था। 1953 में वे भारत घूमने आईं और जेआरडी टाटा के सौतेले भाई नवल एच टाटा से 1955 में शादी की। नवल टाटा की पहली पत्नी सूनी कॉमिस्सैरिएट से दो बेटे- रतन टाटा और जीमी टाटा थे। लेकिन, दूसरी पत्नी सिमोन ने परिवार को एकजुट रखा। नोएल टाटा उनके बेटे हैं, जो आज टाटा ट्रस्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर में बड़े रोल संभाल रहे हैं। 1960 के दशक में टाटा ग्रुप से जुड़ीं सिमोन पहली बार 1960 के दशक में टाटा ग्रुप से जुड़ीं। वे टाटा ऑयल मिल्स कंपनी (TOMCO) की सब्सिडियरी लेक्मे के बोर्ड में शामिल हुईं। उस वक्त लेक्मे छोटी कंपनी थी, जो हमाम, ओके और मोदी सोप्स जैसे प्रोडक्ट्स बनाती थी। लेकिन सिमोन ने इसे भारतीय महिलाओं के लिए खास कॉस्मेटिक्स ब्रांड बनाने का विजन दिया। 1982 में वे लेक्मे की चेयरपर्सन बनीं। लिबरेलाइजेशन के बाद 1996 में लेक्मे और HUL ने 50:50 जॉइंट वेंचर बनाया, जिसका नाम लेक्मे यूनिलीवर लिमिटेड रखा गया। 1998 में लेक्मे ने अपना 50 पर्सेंट स्टेक HUL को 200 करोड़ रुपए में बेच दिया। इसके बाद लेक्मे ने बिजनेस शिफ्ट कर लिया और अपैरल रिटेलिंग में कदम रखा। लेक्मे को ब्रांड बनाया, ट्रेंट की नींव रखी सिमोन टाटा को इंडिया की ‘कॉस्मेटिक जरिना’ कहा जाता है। उन्होंने लेक्मे को घरेलू ब्रांड बनाया, जो पहले छोटा सा प्रोडक्ट लाइन था। उनके नेतृत्व में लेक्मे ने भारतीय महिलाओं की स्किन और हेयर केयर प्रॉब्लम्स को टारगेट किया। 1990 के दशक में जब मार्केट खुला, तो लेक्मे ने HUL के साथ पार्टनरशिप की और कॉस्मेटिक्स सेगमेंट में तेज ग्रोथ हासिल की। HUL को बेचने के बाद सिमोन ने रिटेलिंग पर फोकस किया। 1998 में लेक्मे ने UK की लिटिलवुड्स इंटरनेशनल (इंडिया) को खरीद लिया, जो रेडी-टू-वियर गारमेंट्स बेचती थी। इसी से ट्रेंट लिमिटेड की शुरुआत हुई। लेक्मे लिमिटेड का नाम बदलकर ट्रेंट कर दिया गया। आज ट्रेंट वेस्टसाइड, जुडियो जैसे फॉर्मेट्स चला रही है, जो टाटा ग्रुप का बड़ा रिटेल आर्म है। नोएल टाटा आज ट्रेंट के चेयरमैन हैं। ——————– ये खबर भी पढ़ें… 1. रतन टाटा के जाने के बाद ग्रुप में विवाद: सरकार को दखल देना पड़ा, आज पहली डेथ एनिवर्सरी; जानें लीडरशिप से लेकर क्या-क्या बदला 2. नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा ट्रस्ट बोर्ड में शामिल: सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी बने, भास्कर भट भी बोर्ड में आए 3. मेहली मिस्त्री का रिअपॉइंटमेंट रोक सकते हैं नोएल टाटा: 28 अक्टूबर को खत्म हो रहा कार्यकाल; रतन टाटा के जाने के बाद ग्रुप में विवाद

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