राहुल रंजन बोले- विधवा महिला का अपमान बर्दाश्त नहीं:बेलागंज निर्दलीय प्रत्याशी ने गया में नारी सम्मान पर दिया जोर, मनोरमा देवी के बयान पर आपत्ति जताई

राहुल रंजन बोले- विधवा महिला का अपमान बर्दाश्त नहीं:बेलागंज निर्दलीय प्रत्याशी ने गया में नारी सम्मान पर दिया जोर, मनोरमा देवी के बयान पर आपत्ति जताई

गया में मंगलवार को बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी राहुल रंजन ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की। इस दौरान उन्होंने जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव द्वारा वर्तमान विधायक और जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी को ‘विधवा’ कहकर संबोधित किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। राहुल रंजन ने कहा कि किसी विधवा महिला का अपमान करना सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे नारी समाज का अपमान है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे शब्द किसी भी जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देते और जनता इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देगी। राहुल रंजन ने मानवता, संवेदना को सर्वोपरि बताया उन्होंने राजनीति में मानवता और संवेदना को सर्वोपरि बताया। राहुल रंजन ने कहा कि मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन व्यक्तिगत आक्षेप और महिलाओं के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार की जनता अब बहुत समझदार है और ऐसे बयानों को हल्के में नहीं लेगी। प्रत्याशी ने बेलागंज विधानसभा क्षेत्र की जनता की आकांक्षाओं पर भी बात की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता बदलाव और विकास की नई दिशा चाहती है। राहुल रंजन ने खुद को जनता का सच्चा सेवक बताया और कहा कि ‘जेल और अस्पताल के साथी को कभी भुलाया नहीं जा सकता’, ये ही लोग उनके संघर्ष की असली ताकत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पुराने राजनीतिक दल जनता को भावनात्मक मुद्दों में उलझाकर असली मुद्दों से भटका रहे हैं। राहुल रंजन ने कहा कि बेलागंज की जनता अब जात-पात से ऊपर उठकर विकास, रोजगार और शिक्षा के मुद्दों पर मतदान करेगी। उन्होंने अंत में कहा कि यह चुनाव उनके लिए सत्ता की नहीं, बल्कि सम्मान और सेवा की लड़ाई है। गया में मंगलवार को बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी राहुल रंजन ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की। इस दौरान उन्होंने जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र प्रसाद यादव द्वारा वर्तमान विधायक और जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी को ‘विधवा’ कहकर संबोधित किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। राहुल रंजन ने कहा कि किसी विधवा महिला का अपमान करना सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे नारी समाज का अपमान है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे शब्द किसी भी जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देते और जनता इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देगी। राहुल रंजन ने मानवता, संवेदना को सर्वोपरि बताया उन्होंने राजनीति में मानवता और संवेदना को सर्वोपरि बताया। राहुल रंजन ने कहा कि मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन व्यक्तिगत आक्षेप और महिलाओं के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार की जनता अब बहुत समझदार है और ऐसे बयानों को हल्के में नहीं लेगी। प्रत्याशी ने बेलागंज विधानसभा क्षेत्र की जनता की आकांक्षाओं पर भी बात की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता बदलाव और विकास की नई दिशा चाहती है। राहुल रंजन ने खुद को जनता का सच्चा सेवक बताया और कहा कि ‘जेल और अस्पताल के साथी को कभी भुलाया नहीं जा सकता’, ये ही लोग उनके संघर्ष की असली ताकत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पुराने राजनीतिक दल जनता को भावनात्मक मुद्दों में उलझाकर असली मुद्दों से भटका रहे हैं। राहुल रंजन ने कहा कि बेलागंज की जनता अब जात-पात से ऊपर उठकर विकास, रोजगार और शिक्षा के मुद्दों पर मतदान करेगी। उन्होंने अंत में कहा कि यह चुनाव उनके लिए सत्ता की नहीं, बल्कि सम्मान और सेवा की लड़ाई है।  

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