उपराष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार बिहार आ रहे राधाकृष्णन:आज बापू सभागार में लिटरेचर फेस्टिवल में होंगे शामिल, मुजफ्फरपुर में मां चामुंडा का करेंगे दर्शन

उपराष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार बिहार आ रहे राधाकृष्णन:आज बापू सभागार में लिटरेचर फेस्टिवल में होंगे शामिल, मुजफ्फरपुर में मां चामुंडा का करेंगे दर्शन

उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन आज रविवार को बिहार दौरे पर रहेंगे। सबसे पहले उपराष्ट्रपति पटना के बापू सभागार में आयोजित उन्मेषा इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल के तीसरे संस्करण के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। यह समारोह सुबह 11:30 बजे शुरू होगा। उपराष्ट्रपति के स्वागत के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। राज्यपाल और पर्यटन मंत्री सहित कई गणमान्य अतिथि रहेंगे मौजूद इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सचिव विवेक अग्रवाल भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। बड़ी संख्या में साहित्यकार, बुद्धिजीवी, शोधकर्ता और छात्र भी समारोह में भाग लेंगे। साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में बिहार की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए इस आयोजन को राज्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोपहर में मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होंगे उपराष्ट्रपति पटना कार्यक्रम के बाद उपराष्ट्रपति दोपहर में मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होंगे, जहां वे कटरा प्रखंड स्थित ऐतिहासिक मां चामुंडा मंदिर में दर्शन और पूजन करेंगे। नवरात्र के पावन अवसर पर उनकी यह यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक दोनों दृष्टिकोणों से अहम मानी जा रही है। अनुमान है कि वे दोपहर 1 बजे मंदिर परिसर पहुंचेंगे। उपराष्ट्रपति को मां चामुंडा मंदिर से रहा है गहरा लगाव- मंदिर कमेटी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष रघुनाथ चौधरी के अनुसार, उपराष्ट्रपति का इस मंदिर से पुराना संबंध रहा है। चुनाव के दौरान भी उन्होंने यहां हवन, पूजन और प्रसाद वितरण कराया था। कमेटी के सचिव सुरेश प्रसाद साह ने बताया कि, सी.पी. राधाकृष्णन लगभग 15 वर्ष पूर्व, 10 जून 2010 को भी पटना दौरे के दौरान मां चामुंडा के दर्शन के लिए यहां पहुंचे थे। उसी लंबे जुड़ाव के कारण वह इस बार भी निजी और आध्यात्मिक रूप से जुड़े कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं। मंदिर में सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए उनके आगमन को देखते हुए सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। प्रशासन ने रूट लाइन से लेकर मंदिर परिसर तक सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है। उपराष्ट्रपति का यह दौरा बिहार की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को राष्ट्रीय मंच पर और मजबूत करने वाला माना जा रहा है। उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन आज रविवार को बिहार दौरे पर रहेंगे। सबसे पहले उपराष्ट्रपति पटना के बापू सभागार में आयोजित उन्मेषा इंटरनेशनल लिटरेचर फेस्टिवल के तीसरे संस्करण के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। यह समारोह सुबह 11:30 बजे शुरू होगा। उपराष्ट्रपति के स्वागत के लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। राज्यपाल और पर्यटन मंत्री सहित कई गणमान्य अतिथि रहेंगे मौजूद इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह, साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सचिव विवेक अग्रवाल भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। बड़ी संख्या में साहित्यकार, बुद्धिजीवी, शोधकर्ता और छात्र भी समारोह में भाग लेंगे। साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में बिहार की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए इस आयोजन को राज्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोपहर में मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होंगे उपराष्ट्रपति पटना कार्यक्रम के बाद उपराष्ट्रपति दोपहर में मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होंगे, जहां वे कटरा प्रखंड स्थित ऐतिहासिक मां चामुंडा मंदिर में दर्शन और पूजन करेंगे। नवरात्र के पावन अवसर पर उनकी यह यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक दोनों दृष्टिकोणों से अहम मानी जा रही है। अनुमान है कि वे दोपहर 1 बजे मंदिर परिसर पहुंचेंगे। उपराष्ट्रपति को मां चामुंडा मंदिर से रहा है गहरा लगाव- मंदिर कमेटी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष रघुनाथ चौधरी के अनुसार, उपराष्ट्रपति का इस मंदिर से पुराना संबंध रहा है। चुनाव के दौरान भी उन्होंने यहां हवन, पूजन और प्रसाद वितरण कराया था। कमेटी के सचिव सुरेश प्रसाद साह ने बताया कि, सी.पी. राधाकृष्णन लगभग 15 वर्ष पूर्व, 10 जून 2010 को भी पटना दौरे के दौरान मां चामुंडा के दर्शन के लिए यहां पहुंचे थे। उसी लंबे जुड़ाव के कारण वह इस बार भी निजी और आध्यात्मिक रूप से जुड़े कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं। मंदिर में सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए उनके आगमन को देखते हुए सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं। प्रशासन ने रूट लाइन से लेकर मंदिर परिसर तक सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है। उपराष्ट्रपति का यह दौरा बिहार की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को राष्ट्रीय मंच पर और मजबूत करने वाला माना जा रहा है।  

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