समस्तीपुर जिले के वारिसनगर विधानसभा सीट से जन सुराज ने नारायण सहनी को उम्मीदवार बनाया है। जिसका पार्टी से जुड़े लोगों ने विरोध किया है। पूर्व से जन सुराज के लिए काम कर रहे लोगों को टिकट नहीं मिला तो कार्याल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। बैनर-पोस्टर जलाकर नारेबाजी भी किया। डॉक्टर गोविंद कुमार को टिकट नहीं मिला, इसकी जानकारी मिलते ही समर्थक उग्र हो गए। प्रशांत किशोर पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी कार्यालय पहुंचे। कुर्सियां तोड़ डाली, बैनर पोस्टर को फाड़ डाला और उसमें आग लगा दी। समर्थकों का कहना था कि जिन लोगों ने शुरू से जन सुराज को वारिसनगर में सिंचने का काम किया उसके साथ धोखा हुआ है। अचानक बाहर से आए लोगों को टिकट दे दिया। जबकि हमलोगों ने खून पसीना बहाकर जन सुारज का समर्थक बढ़ाया था। टिकट बेचा गया है। 5 लोगों ने दावेदारी पेश किया था जानकारी के अनुसार वारिसनगर सीट से से पांच लोगों ने नामांकन के लिए फॉर्म भरा था। सभी लोगों को क्षेत्र में काम करने के लिए कहा गया था। सभी अपने-अपने हिसाब से क्षेत्र में काम कर रहे थे, लेकिन अचानक शिक्षक पद से इस्तीफा देकर पहुंचे जिला परिषद सदस्य के पति को टिकट दे दिया गया। जिससे लोग नाराज हैं। समस्तीपुर जिले के वारिसनगर विधानसभा सीट से जन सुराज ने नारायण सहनी को उम्मीदवार बनाया है। जिसका पार्टी से जुड़े लोगों ने विरोध किया है। पूर्व से जन सुराज के लिए काम कर रहे लोगों को टिकट नहीं मिला तो कार्याल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। कार्यालय में तोड़फोड़ की गई है। बैनर-पोस्टर जलाकर नारेबाजी भी किया। डॉक्टर गोविंद कुमार को टिकट नहीं मिला, इसकी जानकारी मिलते ही समर्थक उग्र हो गए। प्रशांत किशोर पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी कार्यालय पहुंचे। कुर्सियां तोड़ डाली, बैनर पोस्टर को फाड़ डाला और उसमें आग लगा दी। समर्थकों का कहना था कि जिन लोगों ने शुरू से जन सुराज को वारिसनगर में सिंचने का काम किया उसके साथ धोखा हुआ है। अचानक बाहर से आए लोगों को टिकट दे दिया। जबकि हमलोगों ने खून पसीना बहाकर जन सुारज का समर्थक बढ़ाया था। टिकट बेचा गया है। 5 लोगों ने दावेदारी पेश किया था जानकारी के अनुसार वारिसनगर सीट से से पांच लोगों ने नामांकन के लिए फॉर्म भरा था। सभी लोगों को क्षेत्र में काम करने के लिए कहा गया था। सभी अपने-अपने हिसाब से क्षेत्र में काम कर रहे थे, लेकिन अचानक शिक्षक पद से इस्तीफा देकर पहुंचे जिला परिषद सदस्य के पति को टिकट दे दिया गया। जिससे लोग नाराज हैं।


