गर्मी से निपटने की तैयारी:16 प्रखंडों में चापाकल मरम्मत दल भेजा, पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाएंगे

गर्मी से निपटने की तैयारी:16 प्रखंडों में चापाकल मरम्मत दल भेजा, पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाएंगे

बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन ने पेयजल व्यवस्था को लेकर कार्य योजना शुरू कर दी है। बुधवार को डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कलेक्ट्रेट से चापाकल मरम्मत दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिले के सभी 16 प्रखंडों में एक-एक मरम्मत दल भेजा गया है। ये दल गांव-गांव जाकर खराब चापाकल और नल-जल योजनाओं की मरम्मत करेंगे। गर्मी में पानी का स्तर नीचे जाने से चापाकल खराब हो जाते हैं और नल-जल योजनाओं पर दबाव बढ़ जाता है। प्राथमिकता के आधार पर स्कूलों, आंगनवाड़ी में मरम्मत के निर्देश प्राथमिकता के आधार पर सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और अनुसूचित जाति-जनजाति टोलों में मरम्मत कार्य किया जाएगा। मरम्मत के बाद संबंधित प्रखंड के कनीय अभियंता निरीक्षण करेंगे। लोग पेयजल समस्या की शिकायत के लिए 24 घंटे टॉल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। जिला नियंत्रण कक्ष से सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क किया जा सकता है। डीएम ने बताया कि गर्मी बढ़ने से चापाकल में नई पाइप लगाने की जरूरत पड़ती है। नल-जल योजनाओं में मोटर खराब होने और पाइप लीकेज की समस्या आती है। पीएचईडी विभाग की ओर से भेजी गई टीमें इन समस्याओं का तुरंत समाधान करेंगी। बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन ने पेयजल व्यवस्था को लेकर कार्य योजना शुरू कर दी है। बुधवार को डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कलेक्ट्रेट से चापाकल मरम्मत दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिले के सभी 16 प्रखंडों में एक-एक मरम्मत दल भेजा गया है। ये दल गांव-गांव जाकर खराब चापाकल और नल-जल योजनाओं की मरम्मत करेंगे। गर्मी में पानी का स्तर नीचे जाने से चापाकल खराब हो जाते हैं और नल-जल योजनाओं पर दबाव बढ़ जाता है। प्राथमिकता के आधार पर स्कूलों, आंगनवाड़ी में मरम्मत के निर्देश प्राथमिकता के आधार पर सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और अनुसूचित जाति-जनजाति टोलों में मरम्मत कार्य किया जाएगा। मरम्मत के बाद संबंधित प्रखंड के कनीय अभियंता निरीक्षण करेंगे। लोग पेयजल समस्या की शिकायत के लिए 24 घंटे टॉल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। जिला नियंत्रण कक्ष से सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क किया जा सकता है। डीएम ने बताया कि गर्मी बढ़ने से चापाकल में नई पाइप लगाने की जरूरत पड़ती है। नल-जल योजनाओं में मोटर खराब होने और पाइप लीकेज की समस्या आती है। पीएचईडी विभाग की ओर से भेजी गई टीमें इन समस्याओं का तुरंत समाधान करेंगी।  

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