चैती छठ मेला 2025 की तैयारी:डीएम ने अधिकारियों को दिए सड़क मरम्मत और सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश

चैती छठ मेला 2025 की तैयारी:डीएम ने अधिकारियों को दिए सड़क मरम्मत और सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश

देव प्रखंड में आयोजित होने वाले चैती छठ मेला 2025 की तैयारियां शुरू हो गई हैं। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बुधवार को समाहरणालय के सभा कक्ष में प्रखंड और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर मेला की तैयारियों को लेकर कई अहम निर्देश दिया । देव प्रखंड में स्थित पौराणिक सूर्य मंदिर की विशेष महत्ता है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु छठ व्रत करने आते हैं। इनमें अन्य जिलों और राज्यों से आने वाले व्रती भी शामिल हैं। डीएम ने मेला की तैयारियों को लेकर कई अहम निर्देश दिए। प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारी देव को व्रतियों के लिए आवास व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। मेला शुरू होने से पहले सभी महत्वपूर्ण सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता को दिया गया है। सूर्यकुंड, रुद्र कुंड और सूर्य मंदिर जाने वाली सड़कों पर भारी भीड़ को देखते हुए यह कार्य आवश्यक है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को मेला क्षेत्र की सड़कों और दोनों तालाबों के आसपास मजबूत बैरिकेडिंग लगाने का निर्देश दिया गया है। इससे मेले के दौरान किसी दुर्घटना की संभावना को टाला जा सकेगा। पेयजल के लिए बंद पड़े चापाकलों की मरम्मत के निर्देश इसी प्रकार लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के कार्यपालक अभियंता को मेला अवधि के दौरान पेयजल की व्यवस्था के लिए बंद पड़े चापकालों की मरम्मती करवाने का निर्देश दिया गया। आवश्यकता पड़ने पर टैंकर की भी व्यवस्था करवाने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा मेला के दौरान अर्ध्य को छोड़कर निर्बाध बिजली आपूर्ति को लेकर ढीले एवं जर्जर तार को ठीक करने एवं जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने का निर्देश दिया गया है। साथ ही साथ देव मुख्यालय में अवस्थित सभी बिजली पोल एवं सड़क के किनारे बल्ब लगाने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार सिविल सर्जन को सूर्य मंदिर के समीप व अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगवाने तथा अप्रिय घटना से निपटने के लिए एंबुलेंस एवं स्ट्रेचर का भी पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। बैठक के दौरान डीएम ने डीटीओ व एसडीओ को मिलकर छठ मेला अवधि में सभी दिशाओं से आने वाली वाहनों की पार्किंग के लिए जिला नजरी नक्शा तैयार करने का निर्देश दिया है। मेले में आने वाले वाहनों को पार्किंग का पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी इन्हें दिया गया। मेला में विधि व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेवारी एसडीओ तथा सीडीपीओ को सौंपा गया है। आकस्मिक घटनाओं से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ डीएम ने मेला क्षेत्र में व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टिकोण से पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है। आकस्मिक होने वाली घटनाओं से निपटने के लिए एनडीआरफ तथा एसडीआरएफ की टीम की प्रति नियुक्ति हेतु मेला शुरू होने से पूर्व ही आपदा प्रबंधन विभाग से अनुरोध करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। इसके अलावा पर्व के दौरान सूर्यकुंड तालाब के समीप लाइफ जैकेट व गोताखोर की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश डीएम ने दिया है। बैठक में यह भी निर्णय लिया पूर्व की भांति इस बार भी नियंत्रण कक्ष व्यवस्था की जाएगी जिसमें एक दंडाधिकारी एवं एक पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। नियंत्रण कक्ष में आवश्यकता अनुसार वॉलिंटियर्स एवं एनसीसी के वॉलिंटियर्स की प्रतिनियुक्त करने निर्देश दिया गया। साथ ही साथ यह भी निर्देश दिया गया कि कहां-कहां वॉलिंटियर्स लगाना है स्थान को चिन्हित कर सूची बनाएंगे इसकी जिम्मेदारी प्रखंड विकास पदाधिकारी देव एवं अंचलाधिकारी देव को दिया गया। देव प्रखंड में आयोजित होने वाले चैती छठ मेला 2025 की तैयारियां शुरू हो गई हैं। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बुधवार को समाहरणालय के सभा कक्ष में प्रखंड और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर मेला की तैयारियों को लेकर कई अहम निर्देश दिया । देव प्रखंड में स्थित पौराणिक सूर्य मंदिर की विशेष महत्ता है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु छठ व्रत करने आते हैं। इनमें अन्य जिलों और राज्यों से आने वाले व्रती भी शामिल हैं। डीएम ने मेला की तैयारियों को लेकर कई अहम निर्देश दिए। प्रखंड विकास पदाधिकारी और अंचल अधिकारी देव को व्रतियों के लिए आवास व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। मेला शुरू होने से पहले सभी महत्वपूर्ण सड़कों की मरम्मत का काम पूरा करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता को दिया गया है। सूर्यकुंड, रुद्र कुंड और सूर्य मंदिर जाने वाली सड़कों पर भारी भीड़ को देखते हुए यह कार्य आवश्यक है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को मेला क्षेत्र की सड़कों और दोनों तालाबों के आसपास मजबूत बैरिकेडिंग लगाने का निर्देश दिया गया है। इससे मेले के दौरान किसी दुर्घटना की संभावना को टाला जा सकेगा। पेयजल के लिए बंद पड़े चापाकलों की मरम्मत के निर्देश इसी प्रकार लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण के कार्यपालक अभियंता को मेला अवधि के दौरान पेयजल की व्यवस्था के लिए बंद पड़े चापकालों की मरम्मती करवाने का निर्देश दिया गया। आवश्यकता पड़ने पर टैंकर की भी व्यवस्था करवाने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा मेला के दौरान अर्ध्य को छोड़कर निर्बाध बिजली आपूर्ति को लेकर ढीले एवं जर्जर तार को ठीक करने एवं जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने का निर्देश दिया गया है। साथ ही साथ देव मुख्यालय में अवस्थित सभी बिजली पोल एवं सड़क के किनारे बल्ब लगाने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार सिविल सर्जन को सूर्य मंदिर के समीप व अन्य स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगवाने तथा अप्रिय घटना से निपटने के लिए एंबुलेंस एवं स्ट्रेचर का भी पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। बैठक के दौरान डीएम ने डीटीओ व एसडीओ को मिलकर छठ मेला अवधि में सभी दिशाओं से आने वाली वाहनों की पार्किंग के लिए जिला नजरी नक्शा तैयार करने का निर्देश दिया है। मेले में आने वाले वाहनों को पार्किंग का पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी इन्हें दिया गया। मेला में विधि व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेवारी एसडीओ तथा सीडीपीओ को सौंपा गया है। आकस्मिक घटनाओं से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ डीएम ने मेला क्षेत्र में व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टिकोण से पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है। आकस्मिक होने वाली घटनाओं से निपटने के लिए एनडीआरफ तथा एसडीआरएफ की टीम की प्रति नियुक्ति हेतु मेला शुरू होने से पूर्व ही आपदा प्रबंधन विभाग से अनुरोध करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया है। इसके अलावा पर्व के दौरान सूर्यकुंड तालाब के समीप लाइफ जैकेट व गोताखोर की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश डीएम ने दिया है। बैठक में यह भी निर्णय लिया पूर्व की भांति इस बार भी नियंत्रण कक्ष व्यवस्था की जाएगी जिसमें एक दंडाधिकारी एवं एक पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। नियंत्रण कक्ष में आवश्यकता अनुसार वॉलिंटियर्स एवं एनसीसी के वॉलिंटियर्स की प्रतिनियुक्त करने निर्देश दिया गया। साथ ही साथ यह भी निर्देश दिया गया कि कहां-कहां वॉलिंटियर्स लगाना है स्थान को चिन्हित कर सूची बनाएंगे इसकी जिम्मेदारी प्रखंड विकास पदाधिकारी देव एवं अंचलाधिकारी देव को दिया गया।  

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