कहीं भी मच्छरों का पाया जाना बहुत ही सामान्य बात है। लेकिन क्या आपको पता है कि एक ऐसा भी देश है जहाँ पहले कभी भी मच्छर नहीं थे, लेकिन हाल ही में इस देश में पहली बार मच्छर पाए गए। पढ़कर अजीब ज़रूर लगेगा, लेकिन यह पूरी तरह सच है। यूरोप में एक ऐसा देश है जहाँ कुछ दिन पहले ही पहली बार मच्छर पाए गए।
आइसलैंड में पहली बार मिले मच्छर
हाल ही में आइसलैंड (Iceland) में पहली बार मच्छर पाए गए। 16 अक्टूबर को एक शख्स ने देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र के क्जोस (Kjós) घाटी में, रेकजाविक (Reykjavík) शहर के उत्तर में लगभग 32 किलोमीटर दूर अपने फार्म पर तीन मच्छरों को पकड़ा। ये मच्छर दो मादा और एक नर थे और कुलिसेटा एनुलाटा (Culiseta annulata) प्रजाति के थे, जो यूरोप और अन्य नॉर्डिक देशों में पाए जाने वाले बड़े मच्छर हैं और ठंडे मौसम में जीवित रहने की क्षमता रखते हैं।
जांच में हुई पुष्टि
उस शख्स ने आइसलैंड के प्राकृतिक विज्ञान संस्थान के एंटोमोलॉजिस्ट को इस बारे में सूचित किया, जिसने मच्छरों के नमूनों की जांच की और पहचान की पुष्टि की। इससे पहले आइसलैंड में कभी भी मच्छरों की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हुई है।
ग्लोबल वॉर्मिंग का असर
आइसलैंड में मच्छरों का पाया जाना ग्लोबल वॉर्मिंग का असर है। वैज्ञानिकों के अनुसार गर्म तापमान मच्छरों को तेजी से बढ़ने और लंबे समय तक जीवित रहने में मदद करते हैं। कुलिसेटा एनुलाटा प्रजाति के मच्छर ठंड सहन कर सकते हैं और सर्दियों में इमारतों या तहखानों में रह सकते हैं। यह संभव है कि आइसलैंड में ये मच्छर जहाजों या कंटेनरों के माध्यम से अन्य देशों से आए हो। ग्लोबल वॉर्मिंग के असर से इन मच्छरों को आइसलैंड में रहने के लिए अनुकूल परिस्थिति मिल गई।


