बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में चुनावी सभा का दौर जारी है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समस्तीपुर में जनसभा करेंगे। वहीं, चिराग पासवान, पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई राज्यों के सीएम लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। आज जेपी नड्डा पटना के होटल मौर्या में एनडीए का मेनिफेस्टो भी जारी करेंगे। इस दौरान सीएम नीतीश, बीजेपी अध्यक्ष नड्डा, चिराग पासवान समेत कई नेता मौजूद रहेंगे। पटना के होटल मौर्या में जॉइंट पीसी होगी। सम्राट की जनसभा में नहीं जुट पाई भीड़ वहीं, गुरुवार को बेगूसराय की बखरी विधानसभा क्षेत्र में NDA नेता उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की सभा में भीड़ नहीं जुटा सके। इसके कारण सभा रद्द कर दी गई, हालांकि संबंध में स्थानीय नेता कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। उनका कहना है कि तकनीकी कारणों से सभा स्थगित कर दी गई है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी आज शाम 4:00 बजे बखरी विधानसभा क्षेत्र के चकहमीद हाई स्कूल के मैदान में जनसभा को संबोधित करने वाले थे। इसके लिए प्रशासनिक तैयारी कर ली गई थी। 2 दिन से प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि यहां से LJPR के प्रत्याशी संजय पासवान के बाहरी रहने के कारण कार्यकर्ताओं का व्यापक समर्थन नहीं मिल पा रहा है। पुष्कर सिंह धामी बोले- तेजस्वी-राहुल की जोड़ी, गप्पू और पप्पू की कल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोतिहारी के कोटवा प्रखंड के पट्टी जसौली में एक जनसभा की। इस दौरान उन्होंने तेजस्वी-राहुल की जोड़ी को गप्पू और पप्पू की जोड़ी बता दिया। CM धामी NDA प्रत्याशी सचिंद्र सिंह (कल्याणपुर) के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘बिहार में गप्पू और पप्पू की जोड़ी रोज नए झूठे वादों की बारिश कर रही है। जनता अब इनके बहकावे में नहीं आने वाली।’ सभा को संबोधित करते हुए धामी ने वक्फ बिल पर तेजस्वी के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘तेजस्वी यादव को शासन और कानून की समझ नहीं है। तेजस्वी कहते हैं कि अगर उनकी सरकार आई तो वक्फ कानून को फाड़ देंगे। उन्हें शायद यह भी नहीं पता कि संविधान से पारित कोई कानून किसी की मर्जी से फाड़ा नहीं जा सकता।’ ‘राहुल गांधी को नहीं पता बिहार की संस्कृति क्या है’ वहीं, छठ पर्व पर राहुल गांधी के एक बयान पर धामी ने कहा, ‘बिहार की माताएं और बहनें सदियों से छठ पूजा करती आ रही हैं। उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं कि सम्मान और संस्कृति का मतलब क्या होता है। बिहार की परंपरा में बच्चों को भी ‘आप’ कहकर बुलाने की तहजीब है, जिसे कांग्रेस समझ ही नहीं सकती।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी माताएं बहनें कठिन निर्जला व्रत रखती हैं और ये उसको ढोंग बताते हैं ये इनकी तुच्छ मानसिकता का प्रमाण है। वे अपने संस्कार भूल गए हैं। राहुल को उनकी दादी, माता जी और बहन ने कोई संस्कार नहीं सिखाया। बिहार का चुनाव हो रहा है ऐसे समय में यहां की माताओं बहनों का अपमान मैं समझता हूं पूरे बिहार का अपमान है।’ इधर, मंत्री संतोष माझी ने भी तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “बिहार का एक नेता रात में सपना देखता है और सुबह घोषणा कर देता है कि हर घर में नौकरी देंगे।”उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को यह तक नहीं पता कि राज्य में कितनी वैकेंसी है, सिर्फ झूठ बोलकर जनता को ठगने का काम कर रहे हैं। CM नीतीश ने 2005 के पहले जंगलराज की याद दिलाई इसके अलावा नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बिहार के जंगलराज की याद दिलाई थी। उन्होंने लिखा था- साल 2005 से पहले बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ गया था। विकास के कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गए थे। आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए कोई काम नहीं होता था। नये भवनों का निर्माण तो दूर की बात थी, पहले से बने भवनों का रखरखाव और जीर्णोद्धार तक नहीं हो पाता था। देश के अन्य राज्यों के लोग बिहार को हेय दृष्टि से देखते थे। बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में चुनावी सभा का दौर जारी है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समस्तीपुर में जनसभा करेंगे। वहीं, चिराग पासवान, पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई राज्यों के सीएम लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। आज जेपी नड्डा पटना के होटल मौर्या में एनडीए का मेनिफेस्टो भी जारी करेंगे। इस दौरान सीएम नीतीश, बीजेपी अध्यक्ष नड्डा, चिराग पासवान समेत कई नेता मौजूद रहेंगे। पटना के होटल मौर्या में जॉइंट पीसी होगी। सम्राट की जनसभा में नहीं जुट पाई भीड़ वहीं, गुरुवार को बेगूसराय की बखरी विधानसभा क्षेत्र में NDA नेता उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की सभा में भीड़ नहीं जुटा सके। इसके कारण सभा रद्द कर दी गई, हालांकि संबंध में स्थानीय नेता कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं। उनका कहना है कि तकनीकी कारणों से सभा स्थगित कर दी गई है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी आज शाम 4:00 बजे बखरी विधानसभा क्षेत्र के चकहमीद हाई स्कूल के मैदान में जनसभा को संबोधित करने वाले थे। इसके लिए प्रशासनिक तैयारी कर ली गई थी। 2 दिन से प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि यहां से LJPR के प्रत्याशी संजय पासवान के बाहरी रहने के कारण कार्यकर्ताओं का व्यापक समर्थन नहीं मिल पा रहा है। पुष्कर सिंह धामी बोले- तेजस्वी-राहुल की जोड़ी, गप्पू और पप्पू की कल उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोतिहारी के कोटवा प्रखंड के पट्टी जसौली में एक जनसभा की। इस दौरान उन्होंने तेजस्वी-राहुल की जोड़ी को गप्पू और पप्पू की जोड़ी बता दिया। CM धामी NDA प्रत्याशी सचिंद्र सिंह (कल्याणपुर) के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘बिहार में गप्पू और पप्पू की जोड़ी रोज नए झूठे वादों की बारिश कर रही है। जनता अब इनके बहकावे में नहीं आने वाली।’ सभा को संबोधित करते हुए धामी ने वक्फ बिल पर तेजस्वी के बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘तेजस्वी यादव को शासन और कानून की समझ नहीं है। तेजस्वी कहते हैं कि अगर उनकी सरकार आई तो वक्फ कानून को फाड़ देंगे। उन्हें शायद यह भी नहीं पता कि संविधान से पारित कोई कानून किसी की मर्जी से फाड़ा नहीं जा सकता।’ ‘राहुल गांधी को नहीं पता बिहार की संस्कृति क्या है’ वहीं, छठ पर्व पर राहुल गांधी के एक बयान पर धामी ने कहा, ‘बिहार की माताएं और बहनें सदियों से छठ पूजा करती आ रही हैं। उन्हें इस बात का अंदाजा भी नहीं कि सम्मान और संस्कृति का मतलब क्या होता है। बिहार की परंपरा में बच्चों को भी ‘आप’ कहकर बुलाने की तहजीब है, जिसे कांग्रेस समझ ही नहीं सकती।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी माताएं बहनें कठिन निर्जला व्रत रखती हैं और ये उसको ढोंग बताते हैं ये इनकी तुच्छ मानसिकता का प्रमाण है। वे अपने संस्कार भूल गए हैं। राहुल को उनकी दादी, माता जी और बहन ने कोई संस्कार नहीं सिखाया। बिहार का चुनाव हो रहा है ऐसे समय में यहां की माताओं बहनों का अपमान मैं समझता हूं पूरे बिहार का अपमान है।’ इधर, मंत्री संतोष माझी ने भी तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “बिहार का एक नेता रात में सपना देखता है और सुबह घोषणा कर देता है कि हर घर में नौकरी देंगे।”उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को यह तक नहीं पता कि राज्य में कितनी वैकेंसी है, सिर्फ झूठ बोलकर जनता को ठगने का काम कर रहे हैं। CM नीतीश ने 2005 के पहले जंगलराज की याद दिलाई इसके अलावा नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बिहार के जंगलराज की याद दिलाई थी। उन्होंने लिखा था- साल 2005 से पहले बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ गया था। विकास के कार्य पूरी तरह से ठप पड़ गए थे। आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए कोई काम नहीं होता था। नये भवनों का निर्माण तो दूर की बात थी, पहले से बने भवनों का रखरखाव और जीर्णोद्धार तक नहीं हो पाता था। देश के अन्य राज्यों के लोग बिहार को हेय दृष्टि से देखते थे।


