समस्तीपुर में NEET एग्जाम में सॉल्वर बैठाने के आरोपी डॉक्टर रंजीत कुमार की पत्नी सोनी कुमार दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में MBBS थर्ड ईयर की स्टूडेंट है, जबकि साला दिल्ली AIIMS में पढ़ाई करता है। फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद दैनिक भास्कर ने डॉक्टर रंजीत की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में पड़ताल की, जिसके बाद ये बात सामने आई है। वहीं फर्जीवाड़े में सेटर की भूमिका में पकड़े गए दूसरे आरोपी दरभंगा के रामबाबू मल्लिक के फोन में जिस दीपक का नाम मिला है, वो डॉक्टर रंजीत कुमार के भांजे बताया जा रहा है। दीपक अपनी मौसी डॉक्टर जूही कुमारी (रंजीत की बहन) के दलसिंहसराय स्थित क्लिनिक पर काम करता है। भास्कर की टीम जब डॉक्टर रंजीत कुमार की पत्नी सोनी के दरभंगा के कसनरैनी गांव स्थित घर पहुंची तो पता चला कि वो ‘गायब’ है। दरअसल, जब उनके माता-पिता से पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि बेटी दरभंगा में रहकर पढ़ाई करती है। कहां रहती है, ये हमें नहीं पता है। जब उनसे कहा गया कि आप सोनी से बात करा दीजिए, तो उन्होंने सोनी का मोबाइल नंबर दिया। कई बार कॉल करने के बावजूद सोनी ने कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं, जब हमने DMCH की प्राचार्य डॉक्टर अलका झा से बात की तो उन्होंने बताया कि सोनी कुमारी, डॉ. रंजीत की पत्नी हैं। ये जानकारी उन्हें भास्कर से ही मिली। पढ़िए डॉ. रंजीत और उनके परिवार से जुड़ी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट….. पहले समझिए NEET 2025 में कैसे सेंधमारी की तैयारी थी 2005 में हुई थी डॉक्टर रंजीत और सोनी की शादी डॉक्टर रंजीत की सास सुशीला देवी और ससुर सत्यनारायण महतो ने बताया कि साल 2005 में अपनी बेटी सोनी की शादी डॉक्टर रंजीत कुमार से की थी। दामाद बेगूसराय जेल में डॉक्टर हैं। उन्होंने कहा कि दामाद को फंसाया जा रहा है, उस पर लगे आरोप गलत है। उन्होंने कहा कि हमें तो दामाद की गिरफ्तारी की भी कोई जानकारी नहीं है। सुशीला देवी ने कहा कि ‘मेरा दामाद ईमानदार है, ड्यूटी करता है, किसी ने फंसा दिया है।’ उन्होंने बताया कि- ‘बेटी दरभंगा में किराए के मकान में रहती है, लेकिन कहां रहती है, नहीं पता।’ सत्यनारायण महतो ने बताया कि ‘सोनी कुमारी के तीन भाई हैं। एक रेलवे में अधिकारी हैं, दूसरा पुलिस विभाग में है और तीसरा मुकेश कुमार एम्स दिल्ली में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है।’ रंजीत की बहन और जीजा भी डॉक्टर रंजीत कुमार की बहन जूही समस्तीपुर के पीएचसी मोरदिवा में पदस्थापित है और वो लक्ष्मी क्लिनिक चलाती है ,जो दलसिंहसराय के लोकनाथपुर गंज स्थित है, जहां वो निजी प्रैक्टिस भी करती है। साल 2018 में डॉक्टर रंजीत की नौकरी लगी। करीब 5 साल बाद यानी 2023 में चार बहनों में सबसे छोटी डॉक्टर जूही कुमारी की बेगूसराय समसा के रहने वाले डॉ जोगिंद्र महतो के बेटे डॉक्टर अविनाश कुमार से शादी हुई, जो हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं और पटना में ही एक निजी क्लिनिक चलाते हैं। डॉक्टर रंजीत और रामबाबू को रिमांड पर लेने की तैयारी एएसपी संजय पांडेय ने बताया कि गिरफ्तार ‘डॉ रंजीत कुमार और उसके सहयोगी रामबाबू मल्लिक को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी है। इसके अलावा, समस्तीपुर पुलिस इस मामले में डॉक्टर रंजीत की बहन डॉक्टर जूही कुमार, बहनोई डॉक्टर अविनाश, पत्नी सोनी कुमारी से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है।’ इस मामले की जांच के लिए अलग से जिला पुलिस की ओर से एसआईटी का भी गठन किया गया है। पुलिस की एक टीम को इनपुट के लिए पटना भेजा गया है। पत्नी और साले के एडमिशन पर शक पुलिस सूत्रों के मुताबिक, समस्तीपुर के बीआरबी कॉलेज के साथ ही श्रीकृष्ण उच्च विद्यालय जितवारपुर में एग्जाम सेंटर बनाया गया था, जहां 6 सॉल्वर को मूल अभ्यर्थी की जगह बैठाया गया था। सॉल्वर में से दो को रामबाबू मल्लिक दरभंगा मेडिकल कॉलेज से लेकर आया था। दोनों सॉल्वर DMCH के छात्र हैं। एक अन्य सॉल्वर पीएमसीएच का स्टूडेंट है, जिसे दीपक ने अरेंज किया था। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि बाकी है। फिलहाल, इस मामले में आगे की जांच के लिए समस्तीपुर के साथ ही पुलिस की टीम दरभंगा, पटना और बेगूसराय में पड़ताल कर रही है। माना जा रहा है कि डॉ रंजीत कुमार ने सॉल्वर के माध्यम से ही पत्नी और साले का मेडिकल में एडमिशन कराया है। राज न खुले, इसलिए अकेले डील करता था डॉक्टर रंजीत पुलिस सूत्रों की माने तो डॉक्टर रंजीत लंबे समय से इस खेल में शामिल है। उसका राज किसी के सामने न आए, इसलिए वो समस्तीपुर से लेकर बेगूसराय और दरभंगा तक अकेले आना-जाना करता था। गाड़ी चलाने के लिए उसने ड्राइवर भी नहीं रखा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले को जिला पुलिस के साथ ही आर्थिक अपराध शाखा की पुलिस भी देख रही है। खंगाला जा रहा है कि डॉक्टर रंजीत कुमार ने कितने की संपत्ति अर्जित की है। बताया गया है कि डॉक्टर के पास विभूतिपुर के बेलसंडी ताड़ा गांव के साथ ही वारिसनगर के चारो गांव में अकूत संपत्ति है। ————————————— इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़िए…. NEET 2025-डॉक्टर ने छुट्टी लेकर सॉल्वर बिठाया,सेटर संग गिरफ्तार:पटना का परीक्षा माफिया मास्टरमाइंड; 10 लाख में हुई डील; करोड़ों का मालिक है सरकारी डॉक्टर रविवार 4 मई को हुई NEET-UG 2025 की परीक्षा में फिर सेंधमारी हुई है। समस्तीपुर में कैंडिडेट्स की जगह स्कॉलर बैठाने का मामला सामने आया। समस्तीपुर पुलिस ने एक डॉक्टर समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। डॉक्टर का नाम रंजीत कुमार है, वो बेगूसराय जेल में पोस्टेड है। डॉक्टर रंजीत कुमार समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर के बेलसंडी तारा का रहने वाला है। पूरी खबर पढ़ें। समस्तीपुर में NEET एग्जाम में सॉल्वर बैठाने के आरोपी डॉक्टर रंजीत कुमार की पत्नी सोनी कुमार दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में MBBS थर्ड ईयर की स्टूडेंट है, जबकि साला दिल्ली AIIMS में पढ़ाई करता है। फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद दैनिक भास्कर ने डॉक्टर रंजीत की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में पड़ताल की, जिसके बाद ये बात सामने आई है। वहीं फर्जीवाड़े में सेटर की भूमिका में पकड़े गए दूसरे आरोपी दरभंगा के रामबाबू मल्लिक के फोन में जिस दीपक का नाम मिला है, वो डॉक्टर रंजीत कुमार के भांजे बताया जा रहा है। दीपक अपनी मौसी डॉक्टर जूही कुमारी (रंजीत की बहन) के दलसिंहसराय स्थित क्लिनिक पर काम करता है। भास्कर की टीम जब डॉक्टर रंजीत कुमार की पत्नी सोनी के दरभंगा के कसनरैनी गांव स्थित घर पहुंची तो पता चला कि वो ‘गायब’ है। दरअसल, जब उनके माता-पिता से पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि बेटी दरभंगा में रहकर पढ़ाई करती है। कहां रहती है, ये हमें नहीं पता है। जब उनसे कहा गया कि आप सोनी से बात करा दीजिए, तो उन्होंने सोनी का मोबाइल नंबर दिया। कई बार कॉल करने के बावजूद सोनी ने कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं, जब हमने DMCH की प्राचार्य डॉक्टर अलका झा से बात की तो उन्होंने बताया कि सोनी कुमारी, डॉ. रंजीत की पत्नी हैं। ये जानकारी उन्हें भास्कर से ही मिली। पढ़िए डॉ. रंजीत और उनके परिवार से जुड़ी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट….. पहले समझिए NEET 2025 में कैसे सेंधमारी की तैयारी थी 2005 में हुई थी डॉक्टर रंजीत और सोनी की शादी डॉक्टर रंजीत की सास सुशीला देवी और ससुर सत्यनारायण महतो ने बताया कि साल 2005 में अपनी बेटी सोनी की शादी डॉक्टर रंजीत कुमार से की थी। दामाद बेगूसराय जेल में डॉक्टर हैं। उन्होंने कहा कि दामाद को फंसाया जा रहा है, उस पर लगे आरोप गलत है। उन्होंने कहा कि हमें तो दामाद की गिरफ्तारी की भी कोई जानकारी नहीं है। सुशीला देवी ने कहा कि ‘मेरा दामाद ईमानदार है, ड्यूटी करता है, किसी ने फंसा दिया है।’ उन्होंने बताया कि- ‘बेटी दरभंगा में किराए के मकान में रहती है, लेकिन कहां रहती है, नहीं पता।’ सत्यनारायण महतो ने बताया कि ‘सोनी कुमारी के तीन भाई हैं। एक रेलवे में अधिकारी हैं, दूसरा पुलिस विभाग में है और तीसरा मुकेश कुमार एम्स दिल्ली में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है।’ रंजीत की बहन और जीजा भी डॉक्टर रंजीत कुमार की बहन जूही समस्तीपुर के पीएचसी मोरदिवा में पदस्थापित है और वो लक्ष्मी क्लिनिक चलाती है ,जो दलसिंहसराय के लोकनाथपुर गंज स्थित है, जहां वो निजी प्रैक्टिस भी करती है। साल 2018 में डॉक्टर रंजीत की नौकरी लगी। करीब 5 साल बाद यानी 2023 में चार बहनों में सबसे छोटी डॉक्टर जूही कुमारी की बेगूसराय समसा के रहने वाले डॉ जोगिंद्र महतो के बेटे डॉक्टर अविनाश कुमार से शादी हुई, जो हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं और पटना में ही एक निजी क्लिनिक चलाते हैं। डॉक्टर रंजीत और रामबाबू को रिमांड पर लेने की तैयारी एएसपी संजय पांडेय ने बताया कि गिरफ्तार ‘डॉ रंजीत कुमार और उसके सहयोगी रामबाबू मल्लिक को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी है। इसके अलावा, समस्तीपुर पुलिस इस मामले में डॉक्टर रंजीत की बहन डॉक्टर जूही कुमार, बहनोई डॉक्टर अविनाश, पत्नी सोनी कुमारी से भी पूछताछ की तैयारी कर रही है।’ इस मामले की जांच के लिए अलग से जिला पुलिस की ओर से एसआईटी का भी गठन किया गया है। पुलिस की एक टीम को इनपुट के लिए पटना भेजा गया है। पत्नी और साले के एडमिशन पर शक पुलिस सूत्रों के मुताबिक, समस्तीपुर के बीआरबी कॉलेज के साथ ही श्रीकृष्ण उच्च विद्यालय जितवारपुर में एग्जाम सेंटर बनाया गया था, जहां 6 सॉल्वर को मूल अभ्यर्थी की जगह बैठाया गया था। सॉल्वर में से दो को रामबाबू मल्लिक दरभंगा मेडिकल कॉलेज से लेकर आया था। दोनों सॉल्वर DMCH के छात्र हैं। एक अन्य सॉल्वर पीएमसीएच का स्टूडेंट है, जिसे दीपक ने अरेंज किया था। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि बाकी है। फिलहाल, इस मामले में आगे की जांच के लिए समस्तीपुर के साथ ही पुलिस की टीम दरभंगा, पटना और बेगूसराय में पड़ताल कर रही है। माना जा रहा है कि डॉ रंजीत कुमार ने सॉल्वर के माध्यम से ही पत्नी और साले का मेडिकल में एडमिशन कराया है। राज न खुले, इसलिए अकेले डील करता था डॉक्टर रंजीत पुलिस सूत्रों की माने तो डॉक्टर रंजीत लंबे समय से इस खेल में शामिल है। उसका राज किसी के सामने न आए, इसलिए वो समस्तीपुर से लेकर बेगूसराय और दरभंगा तक अकेले आना-जाना करता था। गाड़ी चलाने के लिए उसने ड्राइवर भी नहीं रखा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले को जिला पुलिस के साथ ही आर्थिक अपराध शाखा की पुलिस भी देख रही है। खंगाला जा रहा है कि डॉक्टर रंजीत कुमार ने कितने की संपत्ति अर्जित की है। बताया गया है कि डॉक्टर के पास विभूतिपुर के बेलसंडी ताड़ा गांव के साथ ही वारिसनगर के चारो गांव में अकूत संपत्ति है। ————————————— इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़िए…. NEET 2025-डॉक्टर ने छुट्टी लेकर सॉल्वर बिठाया,सेटर संग गिरफ्तार:पटना का परीक्षा माफिया मास्टरमाइंड; 10 लाख में हुई डील; करोड़ों का मालिक है सरकारी डॉक्टर रविवार 4 मई को हुई NEET-UG 2025 की परीक्षा में फिर सेंधमारी हुई है। समस्तीपुर में कैंडिडेट्स की जगह स्कॉलर बैठाने का मामला सामने आया। समस्तीपुर पुलिस ने एक डॉक्टर समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। डॉक्टर का नाम रंजीत कुमार है, वो बेगूसराय जेल में पोस्टेड है। डॉक्टर रंजीत कुमार समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर के बेलसंडी तारा का रहने वाला है। पूरी खबर पढ़ें।
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