शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए नगर निगम ने इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम आईटीएमएस लागू किया है। इसका पूर्ण संचालन 15 नवंबर से शुरू होगा। इस सिस्टम के तहत शहर के 41 प्रमुख चौराहों और स्थानों पर हाई क्वालिटी वाले स्मार्ट कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों का मुख्य कार्य ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की निगरानी और उन पर कार्रवाई करना है। आईटीएमएस के लिए नगर निगम ने अपना कंट्रोल रूम मुख्यालय में स्थापित किया है। वहीं, ट्रैफिक पुलिस के लिए एक अन्य कंट्रोल रूम पुलिस मुख्यालय में तैयार किया जा रहा है। दोनों कंट्रोल रूम कैमरों की लाइव फीड के माध्यम से शहर के प्रमुख स्थानों की चौबीसों घंटे निगरानी करेंगे। इससे सड़कों पर होने वाली गतिविधियों पर वास्तविक समय में नजर रखी जा सकेगी और नियम तोड़ने वालों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित होगी। आईटीएमएस कैमरे रेड लाइट उल्लंघन, बिना हेलमेट या सीट बेल्ट वाहन चलाने, गलत दिशा में ड्राइविंग और लेन नियमों के उल्लंघन जैसी गतिविधियों को रिकॉर्ड करेंगे। नियम तोड़ने वाले वाहन की नंबर प्लेट की तस्वीर और वीडियो तुरंत कंट्रोल रूम को भेजे जाएंगे। ट्रैफिक कर्मी वाहन का विवरण जांचकर चालान तैयार करेंगे, जिसे आरटीओ डेटाबेस के माध्यम से वाहन मालिक के मोबाइल पर स्वचालित रूप से भेज दिया जाएगा। वर्तमान में प्रति वर्ष लगभग एक लाख से अधिक चालान किए जाते हैं। आईटीएमएस के पूर्ण संचालन के बाद यह संख्या बढ़कर प्रति माह लगभग एक लाख चालान तक पहुंचने की उम्मीद है। यह सिस्टम दुर्घटनाओं, ट्रैफिक जाम और गलत पार्किंग जैसी समस्याओं पर भी तत्काल निगरानी रखेगा। कैमरों से प्राप्त डेटा के आधार पर ट्रैफिक प्रवाह का विश्लेषण किया जाएगा, जिससे आवश्यकतानुसार यातायात मार्गों में बदलाव या अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जा सकेंगी। नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि आईटीएमएस के लागू होने से सड़कों पर अनुशासन बढ़ेगा और लोगों में यातायात नियमों का पालन करने की आदत विकसित होगी।


