भास्कर न्यूज| चाईबासा चाईबासा में मुहर्रम का जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से शहर में निकाला गया। इस दौरान बारिश होने के बावजूद भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। जुलूस में शामिल कलाकारों ने चौक-चौराहों पर हैरतअंगेज करतब दिखाए, जिन्हें देखकर लोगों की आंखें फटी रह गईं। जुलूस में शामिल ताजिया और आलम को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। जुलूस में ऑपरेशन सिंदूर की झांकी भी शामिल थी। जिसमें ब्रह्मोस मिसाइल को प्रदर्शित किया गया था। जुलूस के दौरान कलाकारों ने अपनी अदाओं से लोगों का मन मोह लिया। बारिश के बावजूद भी जुलूस में शामिल लोगों का उत्साह और जोश कम नहीं हुआ।चाईबासा के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए जुलूस में शामिल लोगों ने शांति और सौहार्द का परिचय दिया। जुलूस के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हो सका। जुलूस मार्ग पर जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जुलूस के साथ भी महिला एवं पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मुहर्रम के इस जुलूस में शहर के विभिन्न समुदायों के लोगों ने भी हिस्सा लिया और एक-दूसरे के साथ मिलकर जुलूस को सफल बनाया। जुलूस के अंत में ताजिया को इमामबाड़े में रखा गया और लोगों ने अपनी-अपनी दुआएं मांगी। इस तरह चाईबासा में मुहर्रम का जुलूस शांतिपूर्वक और धूमधाम से निकाला गया, जिसमें लोगों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर त्योहार का जश्न मनाया। उच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान एवं अनुपालन करते हुए इस बार मुस्लिम समुदाय ने झंडा नहीं निकाला ना ही ऊंची ऊंची ताजिया बनाई। विधि व्यवस्था को बनाए रखने में अंचल अधिकारी सदर उपेंद्र कुमार, सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार अन्य पुलिस पदाधिकारी के साथ दलबल के साथ तैनात रहे मौके पर जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी सुनीला खलखो भी मौजूद रही। भास्कर न्यूज| चाईबासा चाईबासा में मुहर्रम का जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से शहर में निकाला गया। इस दौरान बारिश होने के बावजूद भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ। जुलूस में शामिल कलाकारों ने चौक-चौराहों पर हैरतअंगेज करतब दिखाए, जिन्हें देखकर लोगों की आंखें फटी रह गईं। जुलूस में शामिल ताजिया और आलम को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। जुलूस में ऑपरेशन सिंदूर की झांकी भी शामिल थी। जिसमें ब्रह्मोस मिसाइल को प्रदर्शित किया गया था। जुलूस के दौरान कलाकारों ने अपनी अदाओं से लोगों का मन मोह लिया। बारिश के बावजूद भी जुलूस में शामिल लोगों का उत्साह और जोश कम नहीं हुआ।चाईबासा के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए जुलूस में शामिल लोगों ने शांति और सौहार्द का परिचय दिया। जुलूस के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हो सका। जुलूस मार्ग पर जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई थी। जुलूस के साथ भी महिला एवं पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मुहर्रम के इस जुलूस में शहर के विभिन्न समुदायों के लोगों ने भी हिस्सा लिया और एक-दूसरे के साथ मिलकर जुलूस को सफल बनाया। जुलूस के अंत में ताजिया को इमामबाड़े में रखा गया और लोगों ने अपनी-अपनी दुआएं मांगी। इस तरह चाईबासा में मुहर्रम का जुलूस शांतिपूर्वक और धूमधाम से निकाला गया, जिसमें लोगों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर त्योहार का जश्न मनाया। उच्च न्यायालय के आदेश का सम्मान एवं अनुपालन करते हुए इस बार मुस्लिम समुदाय ने झंडा नहीं निकाला ना ही ऊंची ऊंची ताजिया बनाई। विधि व्यवस्था को बनाए रखने में अंचल अधिकारी सदर उपेंद्र कुमार, सदर थाना प्रभारी तरुण कुमार अन्य पुलिस पदाधिकारी के साथ दलबल के साथ तैनात रहे मौके पर जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी सुनीला खलखो भी मौजूद रही।
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