जमुई से महागठबंधन के उम्मीदवार बने मोहम्मद शमशाद आलम:पूर्व मंत्री विजय प्रकाश यादव ने दी बधाई, पूरी सहयोग का दिया भरोसा

जमुई से महागठबंधन के उम्मीदवार बने मोहम्मद शमशाद आलम:पूर्व मंत्री विजय प्रकाश यादव ने दी बधाई, पूरी सहयोग का दिया भरोसा

जमुई विधानसभा सीट से महागठबंधन ने मोहम्मद शमशाद आलम को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। शनिवार देर शाम हुई इस घोषणा के साथ ही सीट को लेकर चल रही अंदरूनी खींचतान भी समाप्त हो गई। उम्मीदवार घोषित होने के बाद मोहम्मद शमशाद आलम ने बिहार के पूर्व मंत्री और जमुई के पूर्व विधायक विजय प्रकाश यादव से मुलाकात की। विजय प्रकाश यादव ने उन्हें बधाई दी और चुनाव में हर संभव सहयोग तथा पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। मोहम्मद शमशाद आलम का राजनीतिक सफर उल्लेखनीय रहा है। वह लगभग छह महीने पहले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हुए थे। जदयू से पहले, वह पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के सक्रिय सदस्य थे। पार्टी में अंदरूनी खींचतान समाप्त शमशाद आलम जमुई विधानसभा क्षेत्र के अडसार गांव के निवासी हैं। उनका सामाजिक जुड़ाव मजबूत माना जाता है। उनकी पत्नी अडसार पंचायत की वर्तमान मुखिया हैं, जिससे उन्हें स्थानीय स्तर पर अच्छा जनाधार प्राप्त है। माना जा रहा है कि उनके उम्मीदवार बनने से स्थानीय राजनीतिक समीकरणों में बदलाव आ सकता है। महागठबंधन को उम्मीद है कि शमशाद आलम की सामाजिक पकड़ और राजनीतिक अनुभव उन्हें चुनाव में जीत दिलाएगा। जमुई विधानसभा सीट से महागठबंधन ने मोहम्मद शमशाद आलम को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। शनिवार देर शाम हुई इस घोषणा के साथ ही सीट को लेकर चल रही अंदरूनी खींचतान भी समाप्त हो गई। उम्मीदवार घोषित होने के बाद मोहम्मद शमशाद आलम ने बिहार के पूर्व मंत्री और जमुई के पूर्व विधायक विजय प्रकाश यादव से मुलाकात की। विजय प्रकाश यादव ने उन्हें बधाई दी और चुनाव में हर संभव सहयोग तथा पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। मोहम्मद शमशाद आलम का राजनीतिक सफर उल्लेखनीय रहा है। वह लगभग छह महीने पहले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शामिल हुए थे। जदयू से पहले, वह पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के सक्रिय सदस्य थे। पार्टी में अंदरूनी खींचतान समाप्त शमशाद आलम जमुई विधानसभा क्षेत्र के अडसार गांव के निवासी हैं। उनका सामाजिक जुड़ाव मजबूत माना जाता है। उनकी पत्नी अडसार पंचायत की वर्तमान मुखिया हैं, जिससे उन्हें स्थानीय स्तर पर अच्छा जनाधार प्राप्त है। माना जा रहा है कि उनके उम्मीदवार बनने से स्थानीय राजनीतिक समीकरणों में बदलाव आ सकता है। महागठबंधन को उम्मीद है कि शमशाद आलम की सामाजिक पकड़ और राजनीतिक अनुभव उन्हें चुनाव में जीत दिलाएगा।  

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