“सरकार ने जो किया वो ठीक है। सरकार से हमें इसी तरह के बदले की उम्मीद थी। मनीष भइया निर्दोष थे। हम थोड़े संतुष्ट हैं, लेकिन सरकार को कड़ा एक्शन लेने की जरूरत है। आतंकियों को मारने से कुछ नहीं होगा। हमें पूरा पाकिस्तान, पूरा POK चाहिए।” ये कहना है पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए बिहार के IB अफसर मनीष रंजन के रिश्तेदार उमेश का। दरअसल, पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने बुधवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में एयर स्ट्राइक हुई, जिसमें कई आतंकियों की मौत हुई है। पाकिस्तान पर भारत की जवाबी कार्रवाई को लेकर शहीद IB अफसर मनीष रंजन के परिवार ने खुशी जाहिर की है। मनीष के परिजनों ने भारतीय सेना और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है। सरकार का अच्छा कदम, आतंकियों में दहशत होना जरूरी मनीष के चचेरे भाई शशि मिश्रा ने कहा, ‘आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है, इसे जड़ से मिटाना जरूरी है। सेना की यह कार्रवाई सराहनीय है और आगे भी ऐसे सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।’ उन्होंने कहा- ‘ पाकिस्तान पर कार्रवाई से खुशी हुई। ऑपरेशन सिंदूर से सरकार ने आतंकियों को सबक सिखाया है। आतंकियों में दहशत होगी कि आगे से ऐसा करेंगे तो अंजाम बहुत बुरा होगा। वहीं, मनीष के चाचा दीपक कुमार मिश्रा ने कहा, ‘आतंकियों ने हमारी बहन-बेटियों के सिंदूर को उजाड़ा था। अब ऑपरेशन सिंदूर चलाकर हमारे सैनिकों ने इसका बदला ले लिया।’ उन्होंने भावुक होते हुए बताया, ‘मंगलवार को ही मनीष की तेरहवीं थी और उसी रात शहीदों का बदला लिया गया, इससे बड़ा सुकून नहीं हो सकता।’ आतंकवाद का समर्थन करने वालों पर भी सरकार एक्शन ले मनीष के सगे भाई राहुल रंजन ने भास्कर से बातचीत में कहा, ‘सेना और सरकार का यह कदम सराहनीय है, लेकिन जितना एक्शन बाहर के आतंकवाद पर लिया गया है, उतना ही एक्शन इंटरनेशनल आतंकवाद पर भी होना चाहिए।’ ‘यह तो शुरुआत है, लेकिन जो आतंकवाद फैला रहे हैं या समर्थन कर रहे हैं उनपर भी एक्शन लिया जाना चाहिए। पाकिस्तान पर एक्शन तो लिया ही गया है लेकिन देश के भीतर भी उन्हें समर्थन करने वाले हैं।’ भारत में किसी तरह की घटना होती है तो पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते हैं। उन्हें भी तलाश कर आतंकवाद की श्रेणी में रखा जाए और चुन-चुन कर मार गिराया जाए। आज भी सदमे में है मनीष रंजन की पत्नी बातचीत में राहुल रंजन अपनी भाभी (जया मिश्रा, मनीष रंजन की पत्नी) की स्थिति भी बताई। राहुल ने कहा, ‘घटना को 15 दिन बीत चुके हैं, इसके बाद भी भाभी सदमे से बाहर नहीं निकल सकी हैं। जब भी वो तस्वीरें देखती है या फिर घटना का जिक्र सुनती हैं, तो डर जाती हैं। चिल्लाने लगती हैं।’ मनीष के भाई ने बताया, भाभी अब भी डॉक्टर की निगरानी में हैं। उनका ब्लड प्रेशर अचानक से बढ़ जाता है। वो परिवार के लोगों से भी अधिक बात नहीं कर पा रही हैं। 22 अप्रैल 2025: पत्नी और 2 बच्चों के सामने आतंकियों मनीष को मारी गोली मनीष रोहतास के करगहर थाना क्षेत्र के अरुही गांव के रहने वाले थे। सासाराम शहर के गौरक्षणी मोहल्ले में उनका पुश्तैनी घर भी है। वे पिछले 2 सालों से IB के हैदराबाद ऑफिस में सेक्शन ऑफिसर के पद पर पोस्टेड थे। 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में बिहार के रोहतास के रहने वाले IB अधिकारी मनीष रंजन भी शहीद हुए थे। आतंकियों ने मनीष को पत्नी और 2 बच्चों के सामने गोली मार दी थी। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो गोलियों की आवाज सुनकर मनीष ने पत्नी और बच्चों को दूसरी दिशा में भागने को कहा। इस दौरान वे परिवार से अलग हो गए। आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक से खुश मनीष के गांव वाले पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने मंगलवार देर रात (6-7 मई की रात) पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर एयरस्ट्राइक की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में एयर स्ट्राइक हुई, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत की खबर है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। वहीं, 6-7 मई की रात भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद अब मनीष के गांव अरूही में खुशी का माहौल है। लोग एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा, ‘शहीदों की शहादत बेकार नहीं गई।’ ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटीं और सेना और PM मोदी के प्रति आभार जताया। लोगों ने मांग है कि आतंकवाद के खिलाफ इस तरह की कड़ी कार्रवाई आगे भी लगातार की जानी चाहिए। अब ये पढ़िए.. पाकिस्तान पर 24 मिसाइल दागीं, 100 से ज्यादा आतंकी ढेर, जैश-लश्कर के हेडक्वार्टर तबाह 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद 6 मई की रात करीब डेढ़ बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। पाकिस्तान की स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहावलपुर में एयर स्ट्राइक के बाद 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डॉयरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, भारत ने 24 मिसाइलें दागी हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर को पूरी रात मॉनिटर करते रहे। पाकिस्तान पर हमले की कुछ तस्वीरें देखिए… ग्राफिक से जानिए भारत ने पाकिस्तान के किन इलाकों में किया हमला ———————————– ये खबर भी पढ़ें… आतंकियों ने कलावा देखकर बिहार के मनीष को मारा था:पहलगाम अटैक में मारे गए IB अफसर के भाई बोले- लास्ट मैसेज था,’REACHED SAFELY’ REACHED SAFELY….यही वो लास्ट मैसेज था जिसे कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के हाथ मारे गए बंगाल के झालदा के रहने वाले मनीष रंजन ने अपने छोटे भाई राहुल रंजन को भेजा था। वॉट्सऐप पर इस मैसेज को दिखाते हुए राहुल रंजन का गला रूंध जाता है। घटना की जानकारी देते हुए कई शब्द मानो गले से फूटते ही नहीं। पूरी खबर पढ़ें… “सरकार ने जो किया वो ठीक है। सरकार से हमें इसी तरह के बदले की उम्मीद थी। मनीष भइया निर्दोष थे। हम थोड़े संतुष्ट हैं, लेकिन सरकार को कड़ा एक्शन लेने की जरूरत है। आतंकियों को मारने से कुछ नहीं होगा। हमें पूरा पाकिस्तान, पूरा POK चाहिए।” ये कहना है पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए बिहार के IB अफसर मनीष रंजन के रिश्तेदार उमेश का। दरअसल, पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने बुधवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में एयर स्ट्राइक हुई, जिसमें कई आतंकियों की मौत हुई है। पाकिस्तान पर भारत की जवाबी कार्रवाई को लेकर शहीद IB अफसर मनीष रंजन के परिवार ने खुशी जाहिर की है। मनीष के परिजनों ने भारतीय सेना और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है। सरकार का अच्छा कदम, आतंकियों में दहशत होना जरूरी मनीष के चचेरे भाई शशि मिश्रा ने कहा, ‘आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है, इसे जड़ से मिटाना जरूरी है। सेना की यह कार्रवाई सराहनीय है और आगे भी ऐसे सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।’ उन्होंने कहा- ‘ पाकिस्तान पर कार्रवाई से खुशी हुई। ऑपरेशन सिंदूर से सरकार ने आतंकियों को सबक सिखाया है। आतंकियों में दहशत होगी कि आगे से ऐसा करेंगे तो अंजाम बहुत बुरा होगा। वहीं, मनीष के चाचा दीपक कुमार मिश्रा ने कहा, ‘आतंकियों ने हमारी बहन-बेटियों के सिंदूर को उजाड़ा था। अब ऑपरेशन सिंदूर चलाकर हमारे सैनिकों ने इसका बदला ले लिया।’ उन्होंने भावुक होते हुए बताया, ‘मंगलवार को ही मनीष की तेरहवीं थी और उसी रात शहीदों का बदला लिया गया, इससे बड़ा सुकून नहीं हो सकता।’ आतंकवाद का समर्थन करने वालों पर भी सरकार एक्शन ले मनीष के सगे भाई राहुल रंजन ने भास्कर से बातचीत में कहा, ‘सेना और सरकार का यह कदम सराहनीय है, लेकिन जितना एक्शन बाहर के आतंकवाद पर लिया गया है, उतना ही एक्शन इंटरनेशनल आतंकवाद पर भी होना चाहिए।’ ‘यह तो शुरुआत है, लेकिन जो आतंकवाद फैला रहे हैं या समर्थन कर रहे हैं उनपर भी एक्शन लिया जाना चाहिए। पाकिस्तान पर एक्शन तो लिया ही गया है लेकिन देश के भीतर भी उन्हें समर्थन करने वाले हैं।’ भारत में किसी तरह की घटना होती है तो पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते हैं। उन्हें भी तलाश कर आतंकवाद की श्रेणी में रखा जाए और चुन-चुन कर मार गिराया जाए। आज भी सदमे में है मनीष रंजन की पत्नी बातचीत में राहुल रंजन अपनी भाभी (जया मिश्रा, मनीष रंजन की पत्नी) की स्थिति भी बताई। राहुल ने कहा, ‘घटना को 15 दिन बीत चुके हैं, इसके बाद भी भाभी सदमे से बाहर नहीं निकल सकी हैं। जब भी वो तस्वीरें देखती है या फिर घटना का जिक्र सुनती हैं, तो डर जाती हैं। चिल्लाने लगती हैं।’ मनीष के भाई ने बताया, भाभी अब भी डॉक्टर की निगरानी में हैं। उनका ब्लड प्रेशर अचानक से बढ़ जाता है। वो परिवार के लोगों से भी अधिक बात नहीं कर पा रही हैं। 22 अप्रैल 2025: पत्नी और 2 बच्चों के सामने आतंकियों मनीष को मारी गोली मनीष रोहतास के करगहर थाना क्षेत्र के अरुही गांव के रहने वाले थे। सासाराम शहर के गौरक्षणी मोहल्ले में उनका पुश्तैनी घर भी है। वे पिछले 2 सालों से IB के हैदराबाद ऑफिस में सेक्शन ऑफिसर के पद पर पोस्टेड थे। 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में बिहार के रोहतास के रहने वाले IB अधिकारी मनीष रंजन भी शहीद हुए थे। आतंकियों ने मनीष को पत्नी और 2 बच्चों के सामने गोली मार दी थी। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो गोलियों की आवाज सुनकर मनीष ने पत्नी और बच्चों को दूसरी दिशा में भागने को कहा। इस दौरान वे परिवार से अलग हो गए। आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक से खुश मनीष के गांव वाले पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने मंगलवार देर रात (6-7 मई की रात) पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर एयरस्ट्राइक की है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में एयर स्ट्राइक हुई, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत की खबर है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। वहीं, 6-7 मई की रात भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद अब मनीष के गांव अरूही में खुशी का माहौल है। लोग एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा, ‘शहीदों की शहादत बेकार नहीं गई।’ ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटीं और सेना और PM मोदी के प्रति आभार जताया। लोगों ने मांग है कि आतंकवाद के खिलाफ इस तरह की कड़ी कार्रवाई आगे भी लगातार की जानी चाहिए। अब ये पढ़िए.. पाकिस्तान पर 24 मिसाइल दागीं, 100 से ज्यादा आतंकी ढेर, जैश-लश्कर के हेडक्वार्टर तबाह 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद 6 मई की रात करीब डेढ़ बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। पाकिस्तान की स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहावलपुर में एयर स्ट्राइक के बाद 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डॉयरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, भारत ने 24 मिसाइलें दागी हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर को पूरी रात मॉनिटर करते रहे। पाकिस्तान पर हमले की कुछ तस्वीरें देखिए… ग्राफिक से जानिए भारत ने पाकिस्तान के किन इलाकों में किया हमला ———————————– ये खबर भी पढ़ें… आतंकियों ने कलावा देखकर बिहार के मनीष को मारा था:पहलगाम अटैक में मारे गए IB अफसर के भाई बोले- लास्ट मैसेज था,’REACHED SAFELY’ REACHED SAFELY….यही वो लास्ट मैसेज था जिसे कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के हाथ मारे गए बंगाल के झालदा के रहने वाले मनीष रंजन ने अपने छोटे भाई राहुल रंजन को भेजा था। वॉट्सऐप पर इस मैसेज को दिखाते हुए राहुल रंजन का गला रूंध जाता है। घटना की जानकारी देते हुए कई शब्द मानो गले से फूटते ही नहीं। पूरी खबर पढ़ें…
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