बिहार में फिल्म इंडस्ट्री बनाने की मांग:सीरियल शिव शक्ति के पंडित फूल सिंह पहुंचे समस्तीपुर, कहा- भोजपुरी की हर फिल्म अश्लील नहीं होती

बिहार में फिल्म इंडस्ट्री बनाने की मांग:सीरियल शिव शक्ति के पंडित फूल सिंह पहुंचे समस्तीपुर, कहा- भोजपुरी की हर फिल्म अश्लील नहीं होती

समस्तीपुर में चर्चित सीरियल शिव शक्ति के पंडित फूल सिंह पहुंचे। इन्होंने कहा कि बिहार में फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना होनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो जो बिहार के कलाकार मुंबई में संघर्ष करते हैं, उन्हें अपने घर में काम मिलेगा। सुशांत सिंह वाले केस में भी मैंने यही कहा था। फूल सिंह बिहार के ही बेगूसराय के रहने वाले हैं। समस्तीपुर में चल रही एक भोजपुरी फिल्म की शूटिंग के दौरान बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने फिल्म को लेकर सब्सिडी की पहल की है। इस क्षेत्र में आने वाले लोगों को फायदा मिलेगा। शूटिंग बिहार में होगी तो इंडस्ट्री अपने आप बन जाएगी। बिहार सरकार को चाहिए कि बिहार में कई ऐसे अनटच लोकेशन है, जहां पर फिल्म सिटी की स्थापना की जा सकती है। उन्होंने समस्तीपुर के विद्यापति धाम का भी नाम लिया और कहा कि वहां पर सरकारी जमीन उपलब्ध है, सरकार चाहे तो वहां पर फिल्म सिटी की स्थापना हो सकती है। बगल से गंगा भी गुजरती है। उन्होंने राष्ट्रकवि दिनकर की जन्म और कर्म स्थली पर भी इसकी स्थापना की बात की। हर भोजपुरी फिल्म अश्लील नहीं हर भोजपुरी फिल्म अश्लील नहीं होती। भोजपुरी को लेकर लोगों के मन में यह ख्याल बैठ गया है कि फिल्म में अश्लीलता होगी। परिवार के साथ बैठकर इसे नहीं देखा जा सकता है। आने वाले दिनों में ऐसी फिल्में बन रही है, जहां अश्लीलता की कोई जगह नहीं है। जिसे लोग परिवार के साथ बैठकर देख सकेंगे। समस्तीपुर में बन रहे फिल्म की भी उन्होंने चर्चा की। साथ ही कहा कि यह समाज को मैसेज देने वाली फिल्म बन रही है। आने वाले समय में भोजपुरी की दशा और दिशा दोनों ही बदल जाएगी। फिल्म प्रोड्यूसर चेतना झाम ने कहा कि एक रणनीति के तहत बिहार में फिल्म बनाना शुरू किया है। ताकि यहां के कलाकार जो काम के लिए प्रदेशों में जाते हैं, उन्हें अपने घर पर काम मिल सके। नए कलाकारों को काम मिलने की संभावना समस्तीपुर में चेतना झा एक फिल्म का निर्माण कर रही है। इस फिल्म में 30% समस्तीपुर के कलाकारों को काम दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी योजना है कि यहां नए कलाकार डेवलप करें और उन्हें काम मिल सके। चेतना की कंपनी एक पोर्टल तैयार कर रही है, इस पोर्टल में नए कलाकार अपनी बाइट और मोनो लॉग बनाकर डालेंगे। उनकी जो आने वाली फिल्में होंगी। इसके लिए ऑडिशन लिया जाएगा, तो इस पोर्टल के माध्यम से उन कलाकारों का सिलेक्शन किया जाएगा। उन्हें काम दिया जाएगा। इससे आने वाले दिनों में बिहार के ज्यादा युवा कलाकारों को काम मिल सकेगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए जगह-जगह सिलाई कढ़ाई सेंटर भी संचालित किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को घर बैठे काम मिल सके। आने वाले समय में बहुत कुछ देखने को मिलेगा। समस्तीपुर में चर्चित सीरियल शिव शक्ति के पंडित फूल सिंह पहुंचे। इन्होंने कहा कि बिहार में फिल्म इंडस्ट्री की स्थापना होनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो जो बिहार के कलाकार मुंबई में संघर्ष करते हैं, उन्हें अपने घर में काम मिलेगा। सुशांत सिंह वाले केस में भी मैंने यही कहा था। फूल सिंह बिहार के ही बेगूसराय के रहने वाले हैं। समस्तीपुर में चल रही एक भोजपुरी फिल्म की शूटिंग के दौरान बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने फिल्म को लेकर सब्सिडी की पहल की है। इस क्षेत्र में आने वाले लोगों को फायदा मिलेगा। शूटिंग बिहार में होगी तो इंडस्ट्री अपने आप बन जाएगी। बिहार सरकार को चाहिए कि बिहार में कई ऐसे अनटच लोकेशन है, जहां पर फिल्म सिटी की स्थापना की जा सकती है। उन्होंने समस्तीपुर के विद्यापति धाम का भी नाम लिया और कहा कि वहां पर सरकारी जमीन उपलब्ध है, सरकार चाहे तो वहां पर फिल्म सिटी की स्थापना हो सकती है। बगल से गंगा भी गुजरती है। उन्होंने राष्ट्रकवि दिनकर की जन्म और कर्म स्थली पर भी इसकी स्थापना की बात की। हर भोजपुरी फिल्म अश्लील नहीं हर भोजपुरी फिल्म अश्लील नहीं होती। भोजपुरी को लेकर लोगों के मन में यह ख्याल बैठ गया है कि फिल्म में अश्लीलता होगी। परिवार के साथ बैठकर इसे नहीं देखा जा सकता है। आने वाले दिनों में ऐसी फिल्में बन रही है, जहां अश्लीलता की कोई जगह नहीं है। जिसे लोग परिवार के साथ बैठकर देख सकेंगे। समस्तीपुर में बन रहे फिल्म की भी उन्होंने चर्चा की। साथ ही कहा कि यह समाज को मैसेज देने वाली फिल्म बन रही है। आने वाले समय में भोजपुरी की दशा और दिशा दोनों ही बदल जाएगी। फिल्म प्रोड्यूसर चेतना झाम ने कहा कि एक रणनीति के तहत बिहार में फिल्म बनाना शुरू किया है। ताकि यहां के कलाकार जो काम के लिए प्रदेशों में जाते हैं, उन्हें अपने घर पर काम मिल सके। नए कलाकारों को काम मिलने की संभावना समस्तीपुर में चेतना झा एक फिल्म का निर्माण कर रही है। इस फिल्म में 30% समस्तीपुर के कलाकारों को काम दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी योजना है कि यहां नए कलाकार डेवलप करें और उन्हें काम मिल सके। चेतना की कंपनी एक पोर्टल तैयार कर रही है, इस पोर्टल में नए कलाकार अपनी बाइट और मोनो लॉग बनाकर डालेंगे। उनकी जो आने वाली फिल्में होंगी। इसके लिए ऑडिशन लिया जाएगा, तो इस पोर्टल के माध्यम से उन कलाकारों का सिलेक्शन किया जाएगा। उन्हें काम दिया जाएगा। इससे आने वाले दिनों में बिहार के ज्यादा युवा कलाकारों को काम मिल सकेगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए जगह-जगह सिलाई कढ़ाई सेंटर भी संचालित किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण परिवेश की महिलाओं को घर बैठे काम मिल सके। आने वाले समय में बहुत कुछ देखने को मिलेगा।  

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