गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र स्थित बलथरी चेकपोस्ट पर उत्पाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। विभिन्न थाना क्षेत्रों से जब्त की गई लगभग 65 लाख रुपये मूल्य की भारी मात्रा में देसी और विदेशी शराब को जेसीबी चलाकर विनष्ट कर दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई।उत्पाद विभाग के अनुसार, यह कार्रवाई कुल 62 मामलों से संबंधित थी, जिसमें 8187.385 लीटर शराब जब्त की गई थी। इसमें 15 मामलों से 5686.500 लीटर देसी और विदेशी शराब शामिल थी, जबकि 6 अन्य थानों के 47 मामलों से 2500.885 लीटर देसी और विदेशी शराब विनष्ट की गई।शराब विनष्टीकरण की यह प्रक्रिया उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार, मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में संपन्न हुई। पारदर्शिता बनाए रखने और भविष्य के कानूनी विवादों से बचने के लिए पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की गई।बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब तस्कर लगातार सक्रिय हैं। उत्पाद विभाग और पुलिस टीम लगातार कार्रवाई कर रही है और समय-समय पर जब्त शराब को न्यायालय के आदेशानुसार विनष्ट किया जाता है।उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार ने बताया कि जब्त शराब को नष्ट करने का मुख्य उद्देश्य तस्करों को कड़ा संदेश देना और राज्य में शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाना है। गोपालगंज एक सीमावर्ती जिला है जो उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है, इसलिए यहां शराब तस्करी के प्रयास अक्सर होते रहते हैं, जिस पर विभाग कड़ी निगरानी रखता है। गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र स्थित बलथरी चेकपोस्ट पर उत्पाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। विभिन्न थाना क्षेत्रों से जब्त की गई लगभग 65 लाख रुपये मूल्य की भारी मात्रा में देसी और विदेशी शराब को जेसीबी चलाकर विनष्ट कर दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई।उत्पाद विभाग के अनुसार, यह कार्रवाई कुल 62 मामलों से संबंधित थी, जिसमें 8187.385 लीटर शराब जब्त की गई थी। इसमें 15 मामलों से 5686.500 लीटर देसी और विदेशी शराब शामिल थी, जबकि 6 अन्य थानों के 47 मामलों से 2500.885 लीटर देसी और विदेशी शराब विनष्ट की गई।शराब विनष्टीकरण की यह प्रक्रिया उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार, मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में संपन्न हुई। पारदर्शिता बनाए रखने और भविष्य के कानूनी विवादों से बचने के लिए पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की गई।बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब तस्कर लगातार सक्रिय हैं। उत्पाद विभाग और पुलिस टीम लगातार कार्रवाई कर रही है और समय-समय पर जब्त शराब को न्यायालय के आदेशानुसार विनष्ट किया जाता है।उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार ने बताया कि जब्त शराब को नष्ट करने का मुख्य उद्देश्य तस्करों को कड़ा संदेश देना और राज्य में शराब के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाना है। गोपालगंज एक सीमावर्ती जिला है जो उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है, इसलिए यहां शराब तस्करी के प्रयास अक्सर होते रहते हैं, जिस पर विभाग कड़ी निगरानी रखता है।


