राष्ट्रीय मॉकड्रिल में कटिहार ने दिखाई तत्परता:10 मिनट का ब्लैकआउट, रेलवे स्टेशन समेत पूरे जिले में सफल रहा अभ्यास

राष्ट्रीय मॉकड्रिल में कटिहार ने दिखाई तत्परता:10 मिनट का ब्लैकआउट, रेलवे स्टेशन समेत पूरे जिले में सफल रहा अभ्यास

कटिहार में बुधवार शाम राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हवाई हमले की मॉकड्रिल में अनुशासित भागीदारी दिखाते हुए सफलता हासिल की। शाम 6:58 बजे जिलेभर में हूटर बजाकर अलर्ट जारी किया गया, जिसके बाद पूरे जिले में 7:00 से 7:10 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट किया गया। प्रशासनिक सतर्कता और नागरिक सहयोग जिलाधिकारी मणेश कुमार मीणा और एसपी वैभव शर्मा खुद सड़कों पर उतरकर मॉकड्रिल की निगरानी करते रहे। इस दौरान सिविल डिफेंस, होमगार्ड, पुलिस, आपदा मित्र और नेहरू युवा केंद्र की टीमें पहले से ही मुस्तैद थीं। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर टीमों ने लोगों को जागरूक किया। रेलवे ने भी निभाई अहम भूमिका कटिहार रेल मंडल में भी मॉकड्रिल गंभीरता से की गई। डीआरएम सुरेंद्र कुमार के निर्देश पर कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज स्टेशनों पर बिजली बंद कर दी गई। प्लेटफॉर्म, ट्रेन, इंजन, सिग्नल और रेलवे परिसर को पूरी तरह अंधकारमय कर दिया गया। रेल परिचालन को अस्थायी रूप से रोका गया। सुरक्षा बलों ने की पेट्रोलिंग रेल पुलिस और आरपीएफ ने यात्रियों को उद्घोषणा के माध्यम से शांत रहने की अपील की। रेल एसपी हरिशंकर कुमार और आरपीएफ प्रभारी मो. फरीद स्वयं फील्ड में पेट्रोलिंग करते रहे। उन्होंने बताया कि मॉकड्रिल का उद्देश्य युद्धकालीन या आपदा की स्थिति में तैयारियों और आम नागरिकों की सतर्कता का आकलन करना है। जनभागीदारी रही उत्साहजनक सभी नागरिकों ने मॉकड्रिल को गंभीरता से लिया और अपने घरों की लाइटें बंद रखीं। सड़क पर चल रहे वाहनों ने हेडलाइट बंद कर वाहन रोक दिए। इस दौरान कोई अफरा-तफरी या गड़बड़ी नहीं हुई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि जिले की जनता किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। कटिहार में बुधवार शाम राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हवाई हमले की मॉकड्रिल में अनुशासित भागीदारी दिखाते हुए सफलता हासिल की। शाम 6:58 बजे जिलेभर में हूटर बजाकर अलर्ट जारी किया गया, जिसके बाद पूरे जिले में 7:00 से 7:10 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट किया गया। प्रशासनिक सतर्कता और नागरिक सहयोग जिलाधिकारी मणेश कुमार मीणा और एसपी वैभव शर्मा खुद सड़कों पर उतरकर मॉकड्रिल की निगरानी करते रहे। इस दौरान सिविल डिफेंस, होमगार्ड, पुलिस, आपदा मित्र और नेहरू युवा केंद्र की टीमें पहले से ही मुस्तैद थीं। शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर टीमों ने लोगों को जागरूक किया। रेलवे ने भी निभाई अहम भूमिका कटिहार रेल मंडल में भी मॉकड्रिल गंभीरता से की गई। डीआरएम सुरेंद्र कुमार के निर्देश पर कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज स्टेशनों पर बिजली बंद कर दी गई। प्लेटफॉर्म, ट्रेन, इंजन, सिग्नल और रेलवे परिसर को पूरी तरह अंधकारमय कर दिया गया। रेल परिचालन को अस्थायी रूप से रोका गया। सुरक्षा बलों ने की पेट्रोलिंग रेल पुलिस और आरपीएफ ने यात्रियों को उद्घोषणा के माध्यम से शांत रहने की अपील की। रेल एसपी हरिशंकर कुमार और आरपीएफ प्रभारी मो. फरीद स्वयं फील्ड में पेट्रोलिंग करते रहे। उन्होंने बताया कि मॉकड्रिल का उद्देश्य युद्धकालीन या आपदा की स्थिति में तैयारियों और आम नागरिकों की सतर्कता का आकलन करना है। जनभागीदारी रही उत्साहजनक सभी नागरिकों ने मॉकड्रिल को गंभीरता से लिया और अपने घरों की लाइटें बंद रखीं। सड़क पर चल रहे वाहनों ने हेडलाइट बंद कर वाहन रोक दिए। इस दौरान कोई अफरा-तफरी या गड़बड़ी नहीं हुई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि जिले की जनता किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।  

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