बरेली में घर के हाउस टैक्स को लेकर पिता और बेटों के बीच हुआ मामूली विवाद खून-खराबे में बदल गया। पिता ने जब बेटों से टैक्स भरने को कहा, तो बेटों ने उन पर लात-घूसों और हथियार से हमला कर दिया। थाने में कई दिनों तक सुनवाई न होने पर पीड़ित बुजुर्ग ने SSP अनुराग आर्य से शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने कलयुगी बेटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पेड़ के नीचे बैठे पिता पर बेटों ने किया हमला
घटना 13 अक्टूबर की सुबह डेलापीर तालाब के पास की है। रनवीर सिंह राणा निवासी अंबेडकरनगर, उदयपुर खास ने बताया कि सुबह करीब 7-8 बजे वह आम के पेड़ के नीचे चारपाई डालकर बैठे थे। तभी उनके बेटे आए और चारपाई व चप्पलें उठाकर फेंकने लगे। जब उन्होंने रोकने की कोशिश की तो बेटों ने उन पर लात-घूंसे और किसी धारदार हथियार से हमला कर दिया। रनवीर सिंह लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़े। बाद में एक किरायेदार ने उन्हें टेंपो से प्रेमनगर थाने पहुंचाया, जहां से जिला अस्पताल भेजा गया। गंभीर चोटों के चलते उन्हें डेलापीर स्थित सीपी शर्मा अस्पताल में भर्ती कराया गया। थाने में नहीं सुनी गई फरियाद, उल्टा सुलह कराने की कोशिश
बुजुर्ग रनवीर सिंह के मुताबिक उन्होंने 16 अक्टूबर को प्रेमनगर थाने में लिखित तहरीर दी थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टा उनसे कहा गया कि “जब घर चौकी के पास है, तो थाने क्यों आते हो।”
24 अक्टूबर को दीवान घर पहुंचे और चौकी बुलाकर परिवार की लड़की से जबरन सुलह की तहरीर लिखवाई। पुलिस ने आश्वासन दिया कि “लड़के अब नजर नहीं आएंगे”, लेकिन वे अब भी पिता को धमकाते और परेशान करते रहे। SSP से गुहार, तब दर्ज हुआ मुकदमा
थाने की निष्क्रियता से परेशान होकर रनवीर सिंह ने SSP अनुराग आर्य से न्याय की गुहार लगाई। SSP ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों बेटों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। उनके आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। SSP अनुराग आर्य बोले – किसी भी पीड़ित को थाने से लौटाया नहीं जाएगा
SSP अनुराग आर्य ने कहा कि जिले में किसी भी पीड़ित को न्याय से वंचित नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “अगर किसी थाने में सुनवाई नहीं हो रही है, तो पीड़ित सीधे मुझसे संपर्क करें। दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होगी।” पिता अब भी सहमे हुए
मारपीट के बाद से रनवीर सिंह राणा मानसिक रूप से टूट चुके हैं। वे अब अपने ही घर में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनकी बड़ी बेटी ही इस समय उनकी देखभाल कर रही है।


