IPL वैल्यूएशन इतिहास में पहली बार लगातार दो साल घटी:₹16,400 करोड़ घटकर ₹76,100 करोड़ पर आई; RCB रैंकिंग में टॉप पर

IPL वैल्यूएशन इतिहास में पहली बार लगातार दो साल घटी:₹16,400 करोड़ घटकर ₹76,100 करोड़ पर आई; RCB रैंकिंग में टॉप पर

इंडियन प्रीमियर लीग की वैल्यूएशन इतिहास में पहली बार लगातार दो साल घटी है। DP एडवाइजरी की रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है। यह गिरावट मीडिया राइट्स के कम कॉम्पिटिटिव होने और रियल-मनी गेमिंग स्पॉन्सरशिप पर सरकारी प्रतिबंध के कारण आई है। 2 साल में 16,400 करोड़ रुपए घटी IPL की वैल्यूएशन IPL वैल्यूएशन में गिरावट के 2 मुख्य कारण 2027 तक मीडिया राइट्स की वैल्यू 40-50% बढ़ने की उम्मीद थी DP एडवाइजरी के मैनेजिंग पार्टनर संतोष एन ने कहा- 2023 में जब हमने IPL वैल्यूएशन आंकी थी, तो हमने सोचा था कि 2027 तक मीडिया राइट्स की वैल्यू 40-50% बढ़ जाएगी। ये अनुमान दो ताकतवर बोलीदाताओं की मौजूदगी और ग्लोबल टेक कंपनियों के स्पोर्ट्स स्ट्रीमिंग में आने की संभावना पर टिका था। फिर गेमिंग बैन ने कमाई को और कम कर दिया। IPL को करीब 1,500-2,000 करोड़ रुपए का सालाना घाटा रियल मनी गेमिंग बैन से IPL इकोसिस्टम को करीब 1,500-2,000 करोड़ रुपए का सालाना घाटा हुआ है। पहले गेमिंग कंपनियां स्पॉन्सर बनकर पैसा खर्च करती थीं, जो अब वो बंद हो गया है। पूरे इंडियन स्पोर्ट्स में इससे करीब 7,000 करोड़ का लॉस हुआ है। IPL भारत की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स प्रॉपर्टी मंदी आने के बावजूद, आईपीएल भारत की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स प्रॉपर्टी बनी हुई है। 2025 के सीजन में टीवी और डिजिटल पर एक अरब से ज्यादा लोगों ने IPL देखा। पहली बार डिजिटल ने टीवी को पीछे छोड़ा। जियोस्टार ने 1.19 अरब यूनिक दर्शकों और कुल 514 अरब मिनट के वॉच टाइम की रिपोर्ट की। WPL की वैल्यू थोड़ी घटकर ₹1,275 करोड़ पर आई वूमेन प्रीमियर लीग में उथल-पुथल की जगह थोड़ी स्थिरता है। रिपोर्ट में 2025 के लिए WPL की वैल्यू ₹1,275 करोड़ (148 मिलियन डॉलर) बताई गई। ये 2024 के ₹1,350 करोड़ (160 मिलियन डॉलर) से थोड़ी कम है। टीवी दर्शक साल भर में 150% बढ़े, और ओपनिंग मैच में डिजिटल इंगेजमेंट 70% बढ़ा है। लेकिन संतोष ने आगाह किया कि WPL बाजार के झटके और पॉलिसी बदलावों से ज्यादा प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा WPL अभी अपनी कमाई की शुरुआती स्टेज में है। RCB ब्रांड रैंकिंग में टॉप पर पहुंची नई कॉमर्शियल फेज में भारतीय क्रिकेट डी एंड पी की रिपोर्ट का आखिरी पॉइंट ये है कि भारतीय क्रिकेट नई कॉमर्शियल फेज में एंटर हो रहा है, जहां ग्रोथ ज्यादा राइट्स की महंगाई पर नहीं, बल्कि लंबे समय चलने वाली कमाई पर टिकी होगी। आगे का फैलाव डिजिटल एंगेजमेंट, स्टेबल स्पॉन्सर पर डिपेंड करेगा। इंडियन प्रीमियर लीग की वैल्यूएशन इतिहास में पहली बार लगातार दो साल घटी है। DP एडवाइजरी की रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है। यह गिरावट मीडिया राइट्स के कम कॉम्पिटिटिव होने और रियल-मनी गेमिंग स्पॉन्सरशिप पर सरकारी प्रतिबंध के कारण आई है। 2 साल में 16,400 करोड़ रुपए घटी IPL की वैल्यूएशन IPL वैल्यूएशन में गिरावट के 2 मुख्य कारण 2027 तक मीडिया राइट्स की वैल्यू 40-50% बढ़ने की उम्मीद थी DP एडवाइजरी के मैनेजिंग पार्टनर संतोष एन ने कहा- 2023 में जब हमने IPL वैल्यूएशन आंकी थी, तो हमने सोचा था कि 2027 तक मीडिया राइट्स की वैल्यू 40-50% बढ़ जाएगी। ये अनुमान दो ताकतवर बोलीदाताओं की मौजूदगी और ग्लोबल टेक कंपनियों के स्पोर्ट्स स्ट्रीमिंग में आने की संभावना पर टिका था। फिर गेमिंग बैन ने कमाई को और कम कर दिया। IPL को करीब 1,500-2,000 करोड़ रुपए का सालाना घाटा रियल मनी गेमिंग बैन से IPL इकोसिस्टम को करीब 1,500-2,000 करोड़ रुपए का सालाना घाटा हुआ है। पहले गेमिंग कंपनियां स्पॉन्सर बनकर पैसा खर्च करती थीं, जो अब वो बंद हो गया है। पूरे इंडियन स्पोर्ट्स में इससे करीब 7,000 करोड़ का लॉस हुआ है। IPL भारत की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स प्रॉपर्टी मंदी आने के बावजूद, आईपीएल भारत की सबसे बड़ी स्पोर्ट्स प्रॉपर्टी बनी हुई है। 2025 के सीजन में टीवी और डिजिटल पर एक अरब से ज्यादा लोगों ने IPL देखा। पहली बार डिजिटल ने टीवी को पीछे छोड़ा। जियोस्टार ने 1.19 अरब यूनिक दर्शकों और कुल 514 अरब मिनट के वॉच टाइम की रिपोर्ट की। WPL की वैल्यू थोड़ी घटकर ₹1,275 करोड़ पर आई वूमेन प्रीमियर लीग में उथल-पुथल की जगह थोड़ी स्थिरता है। रिपोर्ट में 2025 के लिए WPL की वैल्यू ₹1,275 करोड़ (148 मिलियन डॉलर) बताई गई। ये 2024 के ₹1,350 करोड़ (160 मिलियन डॉलर) से थोड़ी कम है। टीवी दर्शक साल भर में 150% बढ़े, और ओपनिंग मैच में डिजिटल इंगेजमेंट 70% बढ़ा है। लेकिन संतोष ने आगाह किया कि WPL बाजार के झटके और पॉलिसी बदलावों से ज्यादा प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा WPL अभी अपनी कमाई की शुरुआती स्टेज में है। RCB ब्रांड रैंकिंग में टॉप पर पहुंची नई कॉमर्शियल फेज में भारतीय क्रिकेट डी एंड पी की रिपोर्ट का आखिरी पॉइंट ये है कि भारतीय क्रिकेट नई कॉमर्शियल फेज में एंटर हो रहा है, जहां ग्रोथ ज्यादा राइट्स की महंगाई पर नहीं, बल्कि लंबे समय चलने वाली कमाई पर टिकी होगी। आगे का फैलाव डिजिटल एंगेजमेंट, स्टेबल स्पॉन्सर पर डिपेंड करेगा।

​स्पोर्ट्स | दैनिक भास्कर

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