हरियाणा के पानीपत में रविवार को जमीन बंटवारे को लेकर चल रही पंचायत में एक युवक की उसी के चचेरे भाई ने चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। यह घटना छिछड़ाना गांव में हुई। मरने वाले युवक का भाई जब उसे बचाने आया तो उस पर भी हमला किया गया। हमले के वक्त चाचा ने पहले एक युवक का हाथ पकड़े, तो उसके बेटे ने चाकू घौंपे। फिर दूसरे युवक पर भी तुरंत ही हमला कर दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। वहीं, मामले में परिजनों ने पुलिस को बताया कि आरोपी जमीनी विवाद के चलते पहले भी घर पर बंदूकों सहित आए और उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। लेकिन उन्होंने मामला पारिवारिक होने के चलते अनदेखा किया था। जिसका खामियाजा अब भुगतना पड़ा। मरने वाले की पहचान 35 वर्षीय सुनील के रूप में हुई। उसका जो भाई घायल हुआ, उसका नाम अनिल (32) है। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। सुनील दो बच्चों का पिता था और उसकी ससुराल खुखराना गांव में है। शव का सिविल अस्पताल में आज यानी सोमवार को पोस्टमॉर्टम होगा। यहां जानिए पंचायत में हुई हत्या का पूरा मामला… 40 साल से साथ रह रहे दोनों परिवार छिछड़ाना गांव के लोगों ने बताया कि सुभाष और रामचंद्र नानू सगे भाई हैं और दोनों भाइयों के परिवार 40 साल से भी अधिक समय से गांव में रह रहे हैं। रामचंद्र के दो बेटे सुनील और अनिल हैं जबकि सुभाष के बेटे का नाम जयपाल उर्फ रिंकू हैं। दोनों परिवार गांव के अंदर तकरीबन दो एकड़ जमीन में रहते हैं। इस जमीन में रामचंद्र के परिवार का हिस्सा सड़क की तरफ वाला है जबकि सुभाष की फैमिली सड़क से दूर वाली साइड में रहती है। कुछ समय पहले रामचंद्र के घर के आगे चौड़ी रोड बन गई जो कई गांवों को जोड़ती है। यह सड़क बन जाने से रामचंद्र के मकान और उसकी जमीन का रेट बढ़ गया। जयपाल मांग रहा था सड़क साइड वाला हिस्सा ग्रामीणों के अनुसार, जमीन की कीमत बढ़ने के बाद दोनों भाइयों के परिवारों में विवाद शुरू हो गया। जयपाल जमीन का सड़क साइड वाला हिस्सा मांग रहा था। रामचंद्र नानू के दोनों बेटे इसके लिए तैयार नहीं थे क्योंकि वह लंबे समय से इसमें रह रहे थे। इसकी वजह से दोनों परिवारों में आए दिन विवाद और कहासुनी होती रहती थी। आपसी बात में नहीं निकला हल मृतक सुनील के साले प्रदीप ने बताया कि दोनों परिवारों के बीच विवाद सुलझाने के लिए एक-दो बार आपसी तौर पर बातचीत हुई लेकिन हल नहीं निकला। दो महीने से विवाद ज्यादा बढ़ गया था इसलिए रविवार को दोनों पक्षों ने पंचायत बुलाने का फैसला किया। इसमें रामचंद्र और सुभाष के अलावा गांव के जिम्मेदार और मौजिज लोगों को बुलाया गया। दोनों पक्षों ने अपने रिश्तेदार भी बुलाए ताकि शांति से किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके। मंदिर वाली चौपाल में पंचायत रविवार सुबह तय समय पर गांव की मंदिर वाली चौपाल में पंचायत शुरू हुई। इसमें गांव के मौजिज लोगों में शामिल नंबरदार बलकार सिंह, राजू, रामकुमार, ऋषिपाल, रणधीर शामिल हुए। दोनों परिवार अपने रिश्तेदारों के साथ पहुंचे। पंचायत ने दोनों पक्षों को बारी-बारी अपनी बात रखने के लिए कहा। इस पर रामचंद्र के परिवार की ओर से उनके बेटों सुनील और अनिल ने अपना पक्ष रखा। इसके बाद उनके चाचा सुभाष और उसके बेटे जयपाल ने अपनी बात रखी। घर से चाकू लाकर किया हमला प्रदीप के मुताबिक, दोनों पक्षों को सुनने के बाद पंचायत के लोग उनसे सवाल-जवाब कर रहे थे। इसी दौरान जयपाल वहां से चिल्लाते हुए अपने घर चला गया। पंचायत ने 2 आदमियों को उसे वापस लाने के लिए भेजा। जब जयपाल लौटा तो उसके हाथ में चाकू था। उसने पंचायत में पहुंचते ही अपने ताऊ रामचंद्र के बेटे सुनील पर हमला कर दिया। जयपाल ने सुनील पर चाकू से दनादन कई वार किए। सबकुछ इतना अचानक हुआ कि एकबारगी तो किसी को कुछ समझ ही नहीं आया। जब पंचायत में मौजूद अनिल अपने भाई सुनील को बचाने के लिए आगे बढ़ा तो जयपाल ने उस पर भी चाकू से कई वार किए। सुनील की मौके पर मौत, अनिल गंभीर घायल चाकुओं के कई वार से सुनील की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अनिल गंभीर रूप से घायल हो गया। भरी पंचायत में हुई इस घटना से वहां भगदड़ मच गई। आरोपी जयपाल और उसका पिता सुभाष वहां से फरार हो गए। बाकी लोग भी इधर-उधर हो गए। रामचंद्र के परिवार ने तुरंत घायल अनिल को निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पंचायत में 100 से ज्यादा लोग, किसी ने नहीं पकड़ा प्रदीप के मुताबिक, पंचायत में करीब 100 से ज्यादा लोग मौजूद थे। जब जयपाल उर्फ रिंकू ने सुनील और अनिल पर चाकू से वार कर भागा तो उसके किसी ने भी पकड़ने की कोशिश नहीं की। जयपाल हत्या में प्रयुक्त चाकू भी साथ लेकर फरार हो गया। उसके पीछे उसका पिता सुभाष भी वहां से भाग गया। उसे भी किसी ने नहीं पकड़ा। दो बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया मारा गया सुनील खेतीबाड़ी करता था। उसके दो बच्चे हैं। इनमें 11 साल की बेटी और 7 साल का बेटा है। सुनील की मौत से परिवार की महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। उधर, घायल अनिल भी शादीशुदा है, फिलहाल वह अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है। उधर, आरोपी जयपाल भी शादीशुदा बताया गया है। उसके और उसके पिता सुभाष के फरार होने के बाद उनके परिवार में केवल महिलाएं ही है। फरार पिता-पुत्र की तलाश में जुटी पुलिस मतलौडा थाने के प्रभारी पवन कुमार ने कहा कि मृतक के परिवार के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। घायल अनिल के बयान भी लिए जाएंगे। परिवार से जो शिकायत मिलेगी, उसके आधार पर केस दर्ज किया जाएगा। फिलहाल आरोपी पिता-पुत्र फरार हैं। दोनों की तलाश में टीमें जुटी है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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