महोबा शहर की मुख्य सड़कों पर दुकानदारों के अतिक्रमण से नागरिक और वाहन चालक गंभीर जाम की समस्या से जूझ रहे हैं। नगर पालिका परिषद प्रशासन द्वारा समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाए जाने के बावजूद, यह समस्या बनी हुई है। दुकानदार मुख्य बाजार, आल्हा चौक और उदल चौक जैसे व्यस्त इलाकों में सड़क किनारे मनमाने ढंग से सामान फैलाकर दुकानदारी करते हैं, जिससे यातायात बाधित होता है। अभियान के कुछ ही घंटों बाद व्यापारी फिर से सड़कों पर कब्जा कर लेते हैं, जिससे इसका असर नगण्य साबित हो रहा है। चार पहिया वाहन से शहर में आवाजाही करने वाले अकबर अली ने बताया कि दुकानदारों द्वारा सड़क पर कब्जा करने से वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। उन्होंने नगर पालिका परिषद और यातायात विभाग से इस मुद्दे पर गंभीर प्रयास करने की अपील की। बुज़ुर्ग नागरिक जलील पठान ने भी अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अतिक्रमण विरोधी अभियान के तुरंत बाद व्यापारी फिर से सड़क पर दुकानें सजाना शुरू कर देते हैं। इस वजह से लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता है, जिससे मरीजों और स्कूली बच्चों की आवाजाही भी प्रभावित होती है। इस संबंध में नगर पालिका परिषद महोबा के अधिशासी अधिकारी अवधेश कुमार ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाओ अभियान नियमित रूप से चलाया जा रहा है, लेकिन बार-बार अतिक्रमण करने वाले व्यापारी प्रशासन के प्रयासों को चुनौती दे रहे हैं। अवधेश कुमार ने कहा कि अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। यह टीम उन दुकानदारों की पहचान करेगी जो लगातार नगर पालिका की जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर रहे हैं। चिन्हित दुकानदारों पर कठोर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, ताकि शहर की यातायात व्यवस्था सुचारु हो सके और लोगों को परेशानियों से राहत मिले।


