हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में अवैध खनन का कारोबार तेज़ी से बढ़ रहा है। इससे ब्यास और उसकी सहायक नदियाँ (न्युगल, बनेर) खतरे में आ गई हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने अवैध खनन रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त की अध्यक्षता में मंगलवार को अवैध खनन गतिविधियों और एनजीटी के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन पर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई। बैठक में बिना अनुमति खनन करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए। अवैध खनन पर ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध खनन करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, क्योंकि यह न केवल पर्यावरण बल्कि स्थानीय बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचाता है। इससे भूजल रिचार्ज घट रहा है इसके साथ नदियों को मार्ग बदलने से फसलों को भी नुकसान हो रहा है। कितना खतरा भूजल का रिचार्ज रुका, नदियों ने प्राकृतिक मार्ग बदला डीसी ने दिए ये 5 बड़े निर्देश:


