जहानाबाद में विधायक को गांव में घुसने से रोका:ग्रामीण बोले- पहले 5 साल का हिसाब दो, घोसी के भाकपा (माले) विधायक रामबली यादव का विरोध

जहानाबाद में विधायक को गांव में घुसने से रोका:ग्रामीण बोले- पहले 5 साल का हिसाब दो, घोसी के भाकपा (माले) विधायक रामबली यादव का विरोध

विधानसभा चुनाव के बीच जहानाबाद के घोसी से भाकपा (माले) विधायक रामबली यादव को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक को साहो बिगहा (पुरनका बीघा) गांव में ग्रामीणों ने घुसने नहीं दिया। गांव के बाहर जुटे ग्रामीण, बोले- वोट नहीं, जवाब चाहिए जानकारी के अनुसार, विधायक रामबली यादव बुधवार को चुनाव प्रचार के लिए साहो बिगहा गांव पहुंचे थे। जैसे ही ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली, वे गांव के बाहर जमा हो गए और विधायक के प्रवेश का विरोध करने लगे। समर्थकों ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। ग्रामीणों ने कहा कि वे “पहले 5 साल का हिसाब दो” की मांग कर रहे थे। लोगों का आरोप था कि विधायक ने पांच साल के कार्यकाल में कोई ठोस विकास कार्य नहीं कराया। बढ़ते विरोध को देखते हुए रामबली यादव और उनके समर्थकों को गांव से लौटना पड़ा। लगातार मिल रहा विरोध, दूसरा वायरल वीडियो भी आया सामने यह विरोध केवल साहो बिगहा तक सीमित नहीं है। घोसी विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में विधायक को इसी तरह जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले एक और वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें लोग विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए थे। ‘रिपोर्ट कार्ड’ से नहीं मानी जनता, असंतोष खुलकर सामने आया हाल ही में विधायक रामबली यादव ने अपने कार्यकाल का “पांच वर्षों का रिपोर्ट कार्ड” जारी किया था। इसमें उन्होंने विकास कार्यों का ब्योरा दिया था, लेकिन लगता है कि जनता उस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि कागज़ पर दिखाए गए विकास की झलक जमीनी स्तर पर नहीं दिखती। 11 नवंबर को घोसी में मतदान, विरोध से बढ़ी चुनौती राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि यह विरोध इसी तरह जारी रहा तो आगामी 11 नवंबर को होने वाले मतदान में विधायक को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अब देखना यह होगा कि बड़े नेताओं की सभाओं और प्रचार अभियानों से क्या इस नाराजगी को कम किया जा सकता है या नहीं। विधानसभा चुनाव के बीच जहानाबाद के घोसी से भाकपा (माले) विधायक रामबली यादव को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक को साहो बिगहा (पुरनका बीघा) गांव में ग्रामीणों ने घुसने नहीं दिया। गांव के बाहर जुटे ग्रामीण, बोले- वोट नहीं, जवाब चाहिए जानकारी के अनुसार, विधायक रामबली यादव बुधवार को चुनाव प्रचार के लिए साहो बिगहा गांव पहुंचे थे। जैसे ही ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली, वे गांव के बाहर जमा हो गए और विधायक के प्रवेश का विरोध करने लगे। समर्थकों ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। ग्रामीणों ने कहा कि वे “पहले 5 साल का हिसाब दो” की मांग कर रहे थे। लोगों का आरोप था कि विधायक ने पांच साल के कार्यकाल में कोई ठोस विकास कार्य नहीं कराया। बढ़ते विरोध को देखते हुए रामबली यादव और उनके समर्थकों को गांव से लौटना पड़ा। लगातार मिल रहा विरोध, दूसरा वायरल वीडियो भी आया सामने यह विरोध केवल साहो बिगहा तक सीमित नहीं है। घोसी विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों में विधायक को इसी तरह जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले एक और वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें लोग विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए थे। ‘रिपोर्ट कार्ड’ से नहीं मानी जनता, असंतोष खुलकर सामने आया हाल ही में विधायक रामबली यादव ने अपने कार्यकाल का “पांच वर्षों का रिपोर्ट कार्ड” जारी किया था। इसमें उन्होंने विकास कार्यों का ब्योरा दिया था, लेकिन लगता है कि जनता उस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि कागज़ पर दिखाए गए विकास की झलक जमीनी स्तर पर नहीं दिखती। 11 नवंबर को घोसी में मतदान, विरोध से बढ़ी चुनौती राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि यह विरोध इसी तरह जारी रहा तो आगामी 11 नवंबर को होने वाले मतदान में विधायक को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अब देखना यह होगा कि बड़े नेताओं की सभाओं और प्रचार अभियानों से क्या इस नाराजगी को कम किया जा सकता है या नहीं।  

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