– नागौर बाईपास– अजमेर व पुष्कर नहीं आना पड़ेेगा
– सरकार के प्रस्ताव पर तकनीकी अध्ययन शुरू
अजमेर. स्मार्टसिटी के रूप में विकसित हो रहे अजमेर शहर को भी आउटर रिंग रोड के लिए सरकार के प्रस्ताव पर तकनीकी अध्ययन शुरू कर दिया गया है। आउटर रिंग रोड बनने के बाद नागौर व जयपुर के लोग अजमेर-पुष्कर में प्रवेश किए बगैर सीधे ब्यावर रोड से लिंक हो सकेंगे। इसी प्रकार ब्यावर से सराधना के रास्ते तिलोरा से सीधे नागौर या जयपुर जा सकेंगे। दोनों रूट में पुष्कर व अजमेर के आबादी क्षेत्र में नहीं जाना पड़ेगा। इससे यातायात सुगम और सुरक्षित होने के साथ ही समय की भी बचत होगी।
अधिक लागत पर साधी थी चुप्पी
जानकारी के अनुसार सार्वजनिक निर्माण विभाग के राष्ट्रीय उच्च मार्ग खंड से सरकार ने आउटर रिंग रोड के प्रस्ताव मांगे थे। प्रस्तावों के प्रारंभिक अध्ययन के बाद इस कार्य में अधिक लागत आने के कारण बात आगे नहीं बढ़ सकी।
विस अध्यक्ष व जल संसाधन मंत्री ने मांगी रिपोर्ट
कुछ समय पूर्व विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शहर के पैराफेरी क्षेत्र में बढ़ते यातायात दबाव व आमजन की मांग के अनुरूप संबंधित एजेंसियों से इस मामले में रिपोर्ट मांगी थी। इससे आउटर रिंग रोड बनने की संभावनाएं मूर्त रूप लेती नजर आ रही हैं। पुष्कर विधायक व जलसंसाधन मंत्री सुरेश रावत ने भी पुष्कर-पीसांगन होते हुए ब्यावर रोड से जाेड़े जाने के लिए रिंग रोड के लिए तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी थी।
पहाड़ी क्षेत्र बन रहा बाधक
इस मार्ग में कुछ स्थानों पर पहाड़ी व पठारी क्षेत्र होने से इनके समतलीकरण करने में कई सौ करोड़ का खर्च आएगा। इसके साथ ही कुछ भूमि अवाप्ति भी की जानी है। इस पर अनुमानित 400 से 500 करोड़ खर्च आ सकता है।
इन क्षेत्रों से गुजर सकता है प्रस्तावित रिंग रोड
तिलोरा-गनाहेड़ा-किशनपुरा-नांद-सराधना एनएच ब्यावर रोड से जुड़ाव
वर्तमान में संचालित नागौर-मेडता बाईपास
आकाशवाणी जयपुर रोड के सामने से कायड़-बूढ़ा पुष्कर-माकड़वाली के बाहर से होते हुए होकरा व नागौर बाडी घाटी।
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